मिलिए बिहार की 'निमकी मुखिया' से! मैदान में उतरे भाई-बहन ने जीता लोगों का विश्‍वास

चर्चित धारावाहिक निमकी मुखिया की धमक बिहार पंचायत चुनाव में भी देखने को मिल रही है। इस धारावाहिक से प्रेरित होकर पूर्णिया में भाइ-बहन दोनों चुनाव मैदान में उतरे और दोनों ने ही शानदार जीत दर्ज की। दोनों ने बताया कि...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 03:24 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 03:24 PM (IST)
मिलिए बिहार की 'निमकी मुखिया' से! मैदान में उतरे भाई-बहन ने जीता लोगों का विश्‍वास
निमकी मुखिया धारावाहिक से प्रेरित होकर पंचायत चुनाव जीतने वाली मधु अपने भाई राजन के साथ।

संस, धमदाहा, (पूर्णिया)। धमदाहा प्रखंड क्षेत्र में दो ऐसे भाई बहन हैं जिन्होंने चर्चित धारावाहिक निमकी मुखिया से प्रेरित होकर पंचायत चुनाव लड़ा और प्रतिनिधि चुने गए हैं। इटहरी पंचायत से जहां मधु कुमारी ने सरपंच के पद पर जीत हासिल की है वहीं उनके छोटे भाई राजन कुमार उर्फ चीकू ने बीकोठी प्रखंड के ओरलहा से पंचायत समिति के सदस्य पद पर जीत हासिल की है। दोनों ही भाई बहन स्नातक हैं।

बताते चलें कि मधु कुमारी एवं राजन कुमार बीकोठी के बालुटोला गांव के निवासी हैं। मधु कुमारी की शादी चार वर्ष पूर्व इटहरी पंचायत के हरिपुर गांव निवासी संतोष कुमार से हुई इसके बाद से वह अपने ससुराल में रहने लगी एवं जब पंचायत चुनाव 2021 की घोषणा हुई है। निमकी मुखिया सीरियल से प्रेरित होकर बहन ने जहां पंचायत चुनाव लडऩे का मन बनाया तो भाई ने भी उसके साथ पंचायत प्रतिनिधि की ठान ली।

दोनों भाई बहन ने आपस में बात कर सीट भी फाइनल कर लिया। क्योंकि राजन बीकोठी के ओरलाहा पंचायत के बलुटोला के रहने वाले हैं तो राजन ने ओरलहा पंचायत से पंचायत समिति के सदस्य पद पर चुनाव करने का फैसला लिया। हालांकि राजन के चुनाव लडऩे के फैसले पर घर वालों ने एतराज जताया था तथा कहा कि अभी पढऩे-लिखने की उम्र है। घरवाले उसे कह रहे थे कि फिलहाल पढ़ाई पर ध्यान दो। लेकिन राजन की बहन मधु ने घर वालों को लगातार समझा-बुझाकर मना लिया जिसके बाद राजन ने पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा और उस में जीत हासिल की।

इसके बाद जब धमदाहा में चुनाव होने थे तो मधु ने अपने ससुराल वालों के सामने सरपंच का चुनाव लडऩे का प्रस्ताव रखा। हालांकि इस पर ससुराल वालों ने शुरू में उसका विरोध किया लेकिन बाद में राजन ने मधु के साथ मिलकर घरवालों को समझाया जिसके बाद ससुराल वाले मान गए एवम मधु को चुनाव लडऩे की इजाजत दी। मधु ने भी सरपंच का चुनाव लड़ा और चुनाव जीत हासिल की। दोनों ने अपने चुनाव के प्रचार के दौरान बिना किसी शोर शराबे और भीड़ भाड़ के बिल्कुल सादगी के साथ जनता के बीच जनता से जुड़े मुद्दों को रखा और जनता के विश्वाश को हासिल कर लिया।

दोनों भाई बहन ने बताया कि हम लोग निमकी मुखिया धारावाहिक रोज देखते थे और उसी से प्रेरित होकर हमने पंचायत चुनाव में भाग लिया। क्योंकि हमें समाज के लोगों के लिए कुछ अतिरिक्त करना है। दोनों की अगर उम्र की बात करें तो पंचायत समिति सदस्य पद पर जीते राजन की उम्र महज 23 साल है जबकि मधु की उम्र 25 साल। दोनों के चुनाव जीतने पर दोनों के ही घर वाले खुश हैं।

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