मिलिए बिहार के दारोगा गुरु से... गांव की बेटियों को बना रहे पीटी उषा, बेटे भी हर साल पहन रहे वर्दी

बिहार के दारोगा गुरु इन दिनों चर्चे में हैं। वे गांव की बेटियों को पीटी उषा बना रही रहे हैं साथ ही साथ बेटे भी उनकी देखरेख में खूब वर्दी पहन रहे हैं। खुद भी वे राष्‍ट्रीय स्‍तर के धावक रह चुके हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 02:24 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 02:24 PM (IST)
मिलिए बिहार के दारोगा गुरु से... गांव की बेटियों को बना रहे पीटी उषा, बेटे भी हर साल पहन रहे वर्दी
बिहार के दारोगा गुरु इन दिनों चर्चे में हैं।

जमालपुर (मुंगेर) [केएम राज]। एथलेटिक्स में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में 11 बार शामिल होने और कई मेडलों पर कब्जा जमाने वाले मुंगेर के जमालपुर निवासी एथलेटिक्स कुंदन उर्फ बल्लू अब युवाओं का भविष्य बना रहे हैं। वे आज दारोगा गुरु के नाम से भी जाने जाते हैं। बिहार पुलिस, दरोगा की तैयारी करने वाले युवक और युवतियों को दौडऩे और जंप करने की ट्रेनिंग देकर तेज धावक बना रहे हैं। उसके एवज में वे किसी तरह का शुल्क नहीं लेते हैं। पांच वर्षों में कुंदन से प्रशिक्षित लगभग 90 से ज्यादा युवक और युवतियों को पुलिस, रेलवे सेना और दरोगा की शारीरिक दक्षता (पीटी) में पास देश के कई राज्यों में अपनी सेवा दे रहे हैं। अभी वर्तमान कुंदन में 80 युवक-युवितयों की ट्रेङ्क्षनग दे रहे हैं। सभी इस वर्ष के अंत और अगले वर्ष होने वाले दरोगा, बिहार पुलिस, रेलवे और सेना की पीटी में शामिल होंगे। प्रतियोगी परीक्षा की लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद प्रतिभागी कुंदन से पीटी ट्रेनिंग के लिए मुंगेर के अलावा दूसरे जिलों से भी पहुंचते हैं।

एक हादसे के बाद बदल ली सोच

एथलेटिक्स कुंदन का चयन वर्ष 2015 में सीआइएसफ दरोगा के लिए हुआ था। लिखित से लेकर पीटी परीक्षा बेहतर जाने के बाद कुंदन अब ज्वाइन करने वाले जाने थे। इस बीच घर पर ुहुए हादसे में बांये आंख खो देना पड़ा। इस कारण ज्वाइन नहीं कर पाए थे। इसके बाद युवाओं को वे युवाओं का जीवन निर्माण कर रहे हैं। कुंदन ने बताया कि लिखित परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद ज्यादातर प्रतिभागी पीटी में सफल नहीं हो पाते हैं। एथलेटिक्स होने के कारण उन्हें पीटी का खास अनुभव है। सरकारी नौकरी की परवाह नहीं किए बगैर युवाओं को एथलिट का गुर सीखाने की सोच बना ली। इस काम में सहयोगी मृत्युंजय भी भरपूर सहयोग करते हैं।

तीन माह का कोर्स, पहाड़ी क्षेत्र और गोल्फ मैदान में सुबह-शाम प्रशिक्षण

एथलेटिक्स कुंदन जमालपुर के रेलवे गोल्फ मैदान और काली पहाड़ी पर में सुबह और शाम में हर दिन प्रतिभागी कसरत और दौड़ सीखाते हैं। गोल्फ मैदान और पहाड़ी पर सभी को शारीरिक दीक्षा दिया जाता है। फ्राग जंप और ऊंचाई जंप सीखा रहे हैं। 80 युवक-युवतियों को बेहतर धावक बनाने के साथ दरोगा, बिहार पुलिस व सेना में भर्ती को लेकर मैदान में तैयारी करवा रहे हैं। युवक-युवती को बेहतर धावक ही नहीं बल्कि नौकरी में जाने के लिए शारीरिक रूप से दक्ष बना रहे हैं। पीटी के लिए पूरा कोर्स तीन माह का होता है।

एथलेटिक्स से पीटी की तैयारी कर उत्तीर्ण होने वाले प्रतिभागी

:--2016 से 37 युवक-युवती को डिफेंस, रेलवे और दरोगा के लिए तैयार किया

- 2017 के बहाली में सात दरोगा और पांच सेना में गए

:- 2019 की बिहार पुलिस में बहाली में 30 युवक-युवती ने बाजी मारी

- 2021 में 15 दरोगा का चयन हुआ, सभी पीटी की तैयारी करते थे।

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