...जब मैट्रिक की परीक्षार्थी बन गई मां, जानिए... पूरी कहानी
Matriculation examination 2021 लखीसराय में मैट्रिक परीक्षा के दौरान एक महिला ने पुत्र को जन्म दिया। बच्चा के जन्म के बाद वह फिर परीक्षा देने पहुंची। दोनों स्वस्थ हैं। स्वजनों ने कहा कि वो परीक्षा से पूर्व ही उनकी नजर में पास हो गई।
जागरण संवाददाता, लखीसराय। Matriculation examination 2021 : लखीसराय जिले के हलसी प्रखंड अंतर्गत प्लस टू उच्च विद्यालय सिंहपुर कैंदी पर मैट्रिक की परीक्षा दे रही एक परीक्षार्थी छात्रा ने बालक शिशु को जन्म दी है। शनिवार को केंद्र पर दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान प्रसव पीड़ा के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी में भर्ती कराया गया था। रविवार को उसने अस्पताल में एक स्वस्थ बालक को जन्म दी। इसकी पुष्टि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रकाश चंद्र वर्मा ने दी है। बच्चे को जन्म देने के बाद सोमवार को छात्रा ने मातृभाषा विषय की परीक्षा में भाग भी लिया। इसकी पुष्टि केंद्राधीक्षक सह प्राचार्य रंजना कुमारी ने की है। जानकारी के अनुसार शनिवार को द्वितीय पाली के अंग्रेजी विषय की परीक्षा के दौरान शाहनगर विद्यालय की उक्त छात्रा को प्रसव पीड़ा होने लगी। इसके बाद उसे अस्पताल भेजा गया था। उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई। केंद्रधीक्षक ने एंबुलेंस को सूचना दी।
महिला के स्वजन चाहते थे कि वो बेटे को जन्म दे। बेटे की किलकारी गूंजने पर महिला के स्वजनों ने कहा कि वो परीक्षा रिजल्ट के आने से पहले ही उनकी नजर में पास हो गई। हर ओर इस घटना की चर्चा हो रही है।
उत्क्रमित उच्च विद्यालय शाहनगर की है परीक्षार्थी
हलसी प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय से उक्त छात्रा ने मैट्रिक परीक्षा का फॉर्म भरा था। बताया जा रहा है कि उसका मायका हलसी के ही नारायणपुर गांव में है, जबकि ससुराल सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत है। गर्भ धारण के कारण तमाम तरह की शारीरिक तकलीफों को झेलते हुए उसने परीक्षा में बैठने का निर्णय लिया। प्लस टू उवि कैंदी सिंहपुर स्थित परीक्षा केंद्र पर वह नियमित परीक्षा दे रही थी। इसी दौरान शनिवार को दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान ही उसे प्रसव पीड़ा होने लगी। केंद्राधीक्षक की सूचना पर तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़चौक से एंबुलेंस बुलाकर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी में भर्ती कराया गया था। वहां रविवार को उसने एक बालक को जन्म दी।
परीक्षा केंद्र के निकट ही ले रखी है कमरा
परीक्षा के दौरान कोई तकलीफ नहीं हो इस कारण छात्रा के पति ने परीक्षा केंद्र के निकट ही किराए पर एक कमरा ले रखा है। चूंकि गर्भावस्था में बाइक सहित अन्य किसी भी वाहन से परीक्षा देने केंद्र पर आना और वापस घर जाना खतरे से कम नहीं था। इस कारण छात्रा अपने परिवार के साथ परीक्षा केंद्र के निकट ही एक किराए के मकान में रहने लगी ताकि आसानी से परीक्षा दी जा सके।
प्रसव के दूसरे दिन भी दी परीक्षा
रविवार को प्रसव के बाद किसी को यकीन नहीं थी कि छात्रा परीक्षा देने केंद्र पर जाएगी। लेकिन उसने हिम्मत दिखाते हुए अस्पताल से सीधे परीक्षा केंद्र कैंदी सिंहपुर जाने का निर्णय लिया। उसने सोमवार की दूसरी पाली में मातृभाषा विषय की परीक्षा दी। मंगलवार को परीक्षा का अंतिम दिन है। परीक्षार्थी छात्रा काफी खुश है। उसकी परीक्षा भी अच्छी जा रही है और उसके जीवन में एक नन्हा मेहमान भी खुशियां लेकर आया है। इसकी चर्चा भी क्षेत्र में खूब हो रही है।