PulwamaTerror Attack : शहीद रतन की पत्नी राजनंदनी ने गिरिराज से मांगा अपने लिए नौकरी
शहीद रतन के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर के साथ उसके घर पहुंचे नेताओं के भी आंखों से आंसू छलक रहे थे। कोई राजनीति नहीं। कोई भेद नहीं।
भागलपुर [जेएनएन]। शहीद की पत्नी राजनंदनी और उसके पिता राम निरंजन ठाकुर से मिलने उसके गांव मदारगंज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद कहकशां परवीन और सूबे के राजस्व मंत्री राम नारायण मंडल पहुंचे। शहीद की पत्नी ने केंद्रीय मंत्री से अपने और देवर मिलन के लिए नौकरी मांगी। राजनंदनी ने कहा कि वह बीए कर रही हैं। एक पुत्र साढ़े तीन साल का है तथा दूसरा गर्भ में है। दो बच्चों के लालन पालन कैसे होगी। मंत्री ने कहा कि उनकी मांग को प्रधानमंत्री तक पहुंचा देंगे। मंत्री ने कहा कि सरकार शहीद के परिवार को हर संभव सहायता देगी। शहीद की पत्नी ने यह भी कहा कि सभी वीर जवानों की रक्षा हो। इस वारदात में जो भी चूक हुई है उसका समाधान निकाला जाए। राजनंदनी ने कहा कि इसका बदला लेना होगा। मंत्री के साथ जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार, भाजपा के जिला अध्यक्ष रोहित पांडेय, जिला उपाध्यक्ष संतोष कुमार भी थे।
नेताओं के आंखों से भी छलके आंसू
शहीद रतन के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर के साथ उसके घर पहुंचे नेताओं के भी आंखों से आंसू छलक रहे थे। कोई राजनीति नहीं। कोई भेद नहीं। गिरीराज सिंह, कहकशां परवीन, रामनारायण मंडल, अश्विनी कुमार चौबे, शाहनवाज हुसैन, डॉ.एनके यादव, इंजीनियर शैलेंद्र, अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह सभी की आंखे नम थी। शहीद के आवास पर राजेश वर्मा, रोहित पांडेय, विभूति गोस्वामी, डॉ.तिरुपति नाथ यादव, शेखर पांडेय, दीपक सिंह सहित कई नेता थे। ऐसी घड़ी थी जिसे गांव के लोग गर्व महसूस कर रहे थे गांव के लाल रतन ठाकुर पर।