भागलपुर के कई अध‍िकार‍ियों और जनप्रत‍िन‍िध‍ियों पर गबन का मुकदमा दर्ज, जान‍िए... क्‍या है आरोप

भागलपुर के कई अध‍िकारी और जनप्रत‍िन‍िध‍ि गबन के आरोप में फंस गए हैं। खरीक के पूर्व बीडीओ पंचायत सचिव मुखिया व तीन संवेदक पर राशि गबन का मुकदमा दर्ज क‍िया गया है। ढोडिय़ा-दादपुर पंचायत में स्ट्रीट लाइट और चापाकल की खरीद में जमकर की गई लूट।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 11:57 AM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 11:57 AM (IST)
भागलपुर के कई अध‍िकार‍ियों और जनप्रत‍िन‍िध‍ियों पर गबन का मुकदमा दर्ज, जान‍िए... क्‍या है आरोप
डीएम की सख्ती पर लंबे समय बाद वर्तमान बीडीओ ने दर्ज कराया मुकदमा

संवाद सूत्र, खरीक (भागलपुर)। सरकारी राशि गबन करने के मामले में जिलाधिकारी के आदेश पर बीडीओ नूतन कुमारी ने खरीक के पूर्व बीडीओ, पंचायत सचिव, मुखिया व संवेदक के खिलाफ खरीक थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इनपर प्रखंड की ढोडिय़ा-दादपुर पंचायत में स्ट्रीट लाइट योजना में धांधली करने का आरोप है। खरीक के पूर्व बीडीओ संतोष कुमार मिश्र, पूर्व मुखिया उमेश पासवान, पूर्व पंचायत सचिव नारायण मंडल, सोमनाथ उरांव समेत मां तारा इंटर प्राइजेज सबौर, भागलपुर के प्रोपराइटर पप्पू कुमार, श्रीगणेश ट्रेडर्स तिलकामांझी के प्रोपराइटर नीरज निरंजन, सुहानी इंटर प्राइजेज सबौर के प्रोपराइटर वरूण मालाकार को मामले में आरोपित किया गया है। संतोष कुमार मिश्र वर्तमान में सिवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड कार्यालय में बीडीओ के पद पर तैनात हंै। पंचायत सचिव नारायण मंडल सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सोमनाथ उरांव का हाल ही में खरीक से पीरपैंती प्रखंड कार्यालय स्थानांतरण हो गया है। खरीक पुलिस सभी आरोपितों की गिरफ्तारी में जुट गई है। छापेमारी शुरू हो गई है।

बाजार से दोगुनी कीमत पर की चापाकल एवं स्ट्रीट लाइट की खरीद

दर्ज मुकदमे में कहा गया है कि नियमों को ताक पर रखकर आरोपितों ने फर्जी कंपनियों के कोटेशन का उपयोग कर चापाकल एवं स्ट्रीट लाइट बाजार से दोगुनी कीमत पर खरीदी है, जो वित्तीय अनियमितता का मामला है। साथ ही सरकारी राशि गबन करने का नियोजित षडयंत्र भी है। लिखा है सभी ने मिलकर फर्जीवाड़ा को बढ़ावा देते हुए सरकारी राशि की जमकर लूट की है। बीडीओ ने आवेदन में सभी आरोपितों के खिलाफ विधि-सम्मत कार्रवाई करने और तीनों कंपनियों से चापाकल एवं स्ट्रीट लाइट खरीद की राशि वसूलने की बात कही है।

मामले को दबाए बैठे थे पूर्व बीडीओ सुधीर कुमार

गबन मामले की सुनवाई अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय नवगछिया में हुई थी। आरोप सिद्ध होने के बाद उक्त कार्यालय के पदाधिकारी ने भागलपुर जिलाधिकारी एवं जिला पंचायती राज पदाधिकारी को पत्र लिखा था, जिसके बाद दोनों पदाधिकारियों ने खरीक के पूर्व बीडीओ सुधीर कुमार को केस दर्ज करने का निर्देश दिया था। लेकिन बीडीओ ने मामले को दबाए रखा। इसके बाद उनका तबादला हो गया और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। लेकिन डीएम मामले को लेकर काफी गंभीर थे। केस दर्ज नहीं होने पर डीएम ने खरीक की वर्तमान बीडीओ नूतन कुमारी को फिर सख्त रिमांडर भेजा था। छह माह बाद मुकदमा हुआ।

पहले भी उजागर हुए हैं गबन व धांधली के मामले

खरीक प्रखंड में पहले भी सरकारी राशि के गबन का मामला उजागर हो चुका है। इंदिरा आवास योजना में धांधली के आरोप में ढोडिय़ा-दादपुर पंचायत के ही पूर्व पंचायत सचिव विजयकांत मंडल और शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी करने के आरोप सुधीर चौरसिया समेत अन्य कई कर्मियों को खरीक पुलिस गिरफ्तार कर पहले जेल भेज चुकी है।

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