सोने पर छाई महंगाई, चांदी भी नहीं है सस्ता, प्रियतमा को दिलाएं जूट से बनी ज्वेलरी, 60 से 150 रुपये में उपलब्‍ध

Manjusha Festival Bhagalpur घरेलू सजावट से लेकर चुडिय़ां और ज्वेलरी लोगों को खूब भा रहे हैं। 60 से 150 रुपये तक में मिल रहे जूट के ज्वेलरी। 50 से 200 रुपये तक में उपलब्ध हैं घरेलू सजावट के सामान। स्टाल पर जूट से बनी कई सामग्री उपलब्ध हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 09:40 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 09:40 AM (IST)
सोने पर छाई महंगाई, चांदी भी नहीं है सस्ता, प्रियतमा को दिलाएं जूट से बनी ज्वेलरी, 60 से 150 रुपये में उपलब्‍ध
भागलपुर में मंजूषा महोत्‍सव में लगे स्‍टाल।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। हिंदी सिनेमा का गीत 'सोने पर छाई महंगाई, मैं चांदी ले आया' खूब लोकप्रिय हुआ था। बढ़ती महंगाई में इस गीत के मायने भी बदल गए। सोने के साथ चांदी भी महंगा हो गया है। ऐसे में मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए अपनी प्रियतमा को खुश करने के लिए आभूषण खरीदना आसान नहीं रह गया है। ऐसे लोगों के लिए मंजूषा महोत्सव एक बेहतर विकल्प है। मंजूषा में जूट से बने पर्स, थैले की बात कौन कहे अब ज्वेलरी और घरेलू सजावट की सामग्री भी उपलब्ध है।

पटना से आई हस्तशिल्पी मंजू प्रसाद के स्टाल पर जूट से बनी कई सामग्री उपलब्ध हैं। घरेलू सजावट की सामग्री देख एकबारगी हर किसी के कदम ठिठक जाते हैं। मंजू ने बताया कि घरेलू सजावट के लिए उपयोगी कई उत्पाद हैं। त्योहारी सीजन में यह लोगों को खूब भा रहा है। स्टाक समाप्त होने के बाद आज फिर से स्टाक मंगाया गया है। 50 से दो सौ रुपये तक में घरेलू सजावट की कई सामग्री उपलब्ध हैं। जूट से आकर्षक डिजाइन में बनी चूडिय़ा भी उपलब्ध हैं। मात्र 50 रुपये में चूडिय़ां उपलब्ध हैं। सबसे अधिक आकर्षण जूट से बनी ज्वेलरी को लेकर है। 60 से 150 रुपये तक में जूट की ज्वेलरी कई डिजाइनों में उपलब्ध है।

किलकारी के काउंटर पर भी जूट से बनी कई सामग्री उपलब्ध है। बच्चों द्वारा बनाई गई सामग्री लोगों को खूब भा रहे हैं। दिन में महोत्सव परिसर में आने वाले लोग जीवंत प्रस्तुति के दौरान कलाकारों को मंजूषा पेंटिंग बनाते देख खूब रोमांचित हो रहे हैं।

नीतू नवगीतिका के छठ गीतों से गुलजार हुआ मंजूषा महोत्सव परिसर

मंजूषा महोत्सव में प्रत्येक दिन संध्या आयोजित होने वाला सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों को खूब भा रहा है। बुधवार को पटना से आई लोक गायिका डा. नीतु कुमारी नवगीतिका ने अपनी प्रस्तुति से संगीत की महफिल में चार चांद लगा दिए। नीतु नवगीतिका ने छठ गीत, विवाह गीत, भिखारी ठाकुर की गीत सुनाकर लोगों की खूब तालियां बटोरी। कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना 'सुख कर्ता दुखहर्ता ... से हुई। इसके बाद 'हे गंगा मैया तोहे पियारी चढाईबो... गीत सुनाई। भिखारी ठाकुर रचित गीत 'पियवा गइले कलकतवा ए सजनी... गीत पर देर तक तालियां बजती रही। नीतु ने विवाह गीत 'चलनी के चालन दूल्हा...' गीत की प्रस्तुति से लोगों को खूब झुमाया। लोक आस्था का महापर्व छठ में अब बहुत कम दिन रह गए हैं। ऐसे में दर्शकों की फरमाइश पर नीतु ने छठ गीत की भी प्रस्तुति दी। कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय..., गीत की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय हो उठा।

उद्घोषक की भूमिका में अजय अटल थे। इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन उपमेयर राजेश वर्मा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रामशरण राम, नागरिक विकास समिति के अध्यक्ष जियाउर रहमान, रमण कर्ण, भाजपा नेता श्वेता स‍िंंह ने संयुक्त रूप से किया। क्लस्टर प्रभारी जियाउल हसन, कार्यक्रम प्रभारी मुन्नवर अख्तर, चंद्रभूषण स‍िंंह, अविनाश, रश्मि आदि मौजूद थे। गुरुवार को बरारी कृष्ण क्लब की प्रस्तुति होगी। डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि मंजूषा कला अंग प्रदेश की पहचान है। ऐसे आयोजन से मंजूषा की लोकप्रियता और बढ़ेगी।

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