सैलानियों को भाती हैं जमुई के 30 प्रजातियों के आम, एक दर्जन नर्सरी में होता है उत्पादन, जानिए खासियत

Mango species जमुई में अलग पहचान रखता है दूधिया लंगड़ा आम का स्वाद। यहां आम के तीन से ज्‍यादा प्रजाति हैं। बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल दिल्ली मुंबई कर्नाटक चेन्नई आदि शहरों में होता है निर्यात। काफी खासियत है यहां के आम की।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 05:55 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 05:55 PM (IST)
सैलानियों को भाती हैं जमुई के 30 प्रजातियों के आम, एक दर्जन नर्सरी में होता है उत्पादन, जानिए खासियत
जमुई में आम के कई प्रजाति में उपज होती है।

सिमुलतला (जमुई) [संदीप कुमार सिंह]। प्राकृतिक छठाओं और उत्तम जलवायु के लिए कई मायने में सिमुलतला चर्चित है। यहां के प्राकृतिक प्रसिद्धि के साथ - साथ यहां के फल, फूल का स्वाद भी प्राकृतिक सौंदर्यता के अनुरूप है। इस कारण यहां के फूल व फलों का स्वाद अन्य जगहों से अलग है। परिणाम स्वरूप देश के विभिन्न मंडियों में यहां के फलों का भाव व खरीदार को यहां के फलों के आने तक इंतजार में रहते हैं। इस इलाके में बहुतायत मात्रा में आम, कटहल, जामुन, पपीता, शरीफा, अमरूद, बेल, सहजन के पेड़ हैं। गरमी के इस तपती मौसम में बागानों में इन दिनों आम अपनी बहुरंगी छठा लहरा रही हैं। सिमुलतला के दूधिया लंगडा आम अपनी खूबसूरती और अनूठे स्वाद से राज्य ही नहीं अपितु देश में अलग पहचान रखता है। यहां आम की 30 प्रजातियां पाई जाती है।

मुख्य रूप से दूधिया लेंगडा, हेमसागर, गोलाबखास, जर्दालू, सौरीखास, कच्चा - मीठा, बेलखास, रानी पसंद, बोंबई, बोंबई ग्रीन, फजली, आम्रपाली, मल्लिका, नीलम, सुरजो, अरोनिया, प्यारा फुल्ली, शहीदुल्ला, चटर्जी खास, दोफला, मधु कुल कुल, सुकुल, स्वर्णरेखा, नीलकमल, अरुण, दशहरी, अल्फांसू और सिंदूरिया, चौसा आदि मुख्य हैं। यहां के सैकड़ों सैलानियों की कोठियों एवं किसानों के द्वारा आम के बागान लगाए गए हैं। सबसे चर्चित सेनबाड़ी नर्सरी है। जहां अकेले दो दर्जन से ज्यादा आम की प्रजातियों के आम हैं। इसके अलावा माधव भीला, सिंधु स्टेट, मां हाऊस, पाल भिला, मुकुंदो कानन, मल्लिक लॉज, सेवाधाम, भूतनाथ मुखर्जी, बिहारी बाबू बंगलो, देल्ही होटल, अन्या रिजॉर्ट के अलावा अन्य बागानों में आम आपको सहजता से मिल जाएगा।

यहां के आम बिहार के दर्जनों शहरों के साथ पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मुंबई, कर्नाटक, चेन्नई आदि शहरों के लिए निर्यात किए जाते है। प्रतिदिन छोटे - बड़े गाड़ियों से आम के व्यापारी आम सिमुलतला से अन्य शहरों के लेकर जाते हैं। सिमुलतला के यमुना बेन पुरस्कार से सम्मानित सरला बहन, शिक्षक दिबाकर सिंह, युवक अभिषेक सिंह, वयोवृद्ध लाल बहादुर सिंह कहते है सिमुलतला का आम यहां की उत्तम जलवायु और पथरीली जमीन के कारण अन्य जगहों से अलग है।

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