आम, केला, टमाटर, शहद और मक्‍के की लगेगी प्रोसेसिंग यूनिट, भागलपुर के युवाओं के लिए खुलेगा रोजगार का द्वार

प्रोसेसिंग प्‍लांट से अब युवाओं के लिए रोजगार का द्वार खुलेगा। भागलपुर में आम केला टमाटर शहद और मक्‍के की प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी। इससे किसानों की भी आमदनी बढ़ेगी। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। जल्‍द ही इसका काम...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 11:19 AM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 11:19 AM (IST)
आम, केला, टमाटर, शहद और मक्‍के की लगेगी प्रोसेसिंग यूनिट, भागलपुर के युवाओं के लिए खुलेगा रोजगार का द्वार
प्रोसेसिंग प्‍लांट से अब युवाओं के लिए रोजगार का द्वार खुलेगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जर्दालु आम से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग लगेगा। किसान अन्य फलों से संबंधित उद्योग भी लगा सकते हैं। अभी तक फलों से संबंधित उद्योग लगाने के लिए जिले के 21 किसानों ने आनलाइन आवेदन किया है। उद्योग लगाने के लिए किसानों के समूह को पर्याप्त अनुदान मिलेगा। एकल किसान को 35 फीसद तक अनुदान मिलेगा। किसान जेम, जेली, अचार, ड्रिंक से संबंधित उद्योग लगा सकेंगे। जिले को 61 प्रसंस्करण उद्योग लगाने का लक्ष्य दिया गया है। 54 सामान्य लोग, छह एससी व एक एसटी को उद्योग लगाने के लिए अनुदान मिलेगा।

एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले के किसान जर्दालु आम से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग लगा सकते हैं। किसान जर्दालु आम के साथ-साथ टमाटर, पपीता, केला, लीची आदि से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करा सकते हैं, लेकिन किसानों को अनुदान के लिए जर्दालु आम से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग लगाना आवश्यक है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत किसानों को अनुदान मिलेगा। किसानों को पहले डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करना होगा। इसके बाद ही उन्हें बैंक से लोन मिल सकेगा।

किसान दूसरे राज्यों की तरह आम के पल्प से पेय ड्रिंक तैयार कर सकते हैं। जैम, जेली, आचार, शर्बत आदि भी तैयार कर सकते हैं। आम का पल्प तैयार कर इसे संबंधित कंपनी को उपलब्ध कराया जा सकता है। अगर खुद भी इस तरह का उद्योग लगाया गया तो यहां के आम किसानों को फायदा होगा। मैंगो मैन अशोक कुमार चौधरी के अनुसार जिले में पांच फीसद ही जर्दालु आम की खेती होती है, जबकि 90 फीसद क्षेत्र में मालदह आम का कब्जा है।

शेष पांच फीसद क्षेत्र में अन्य आम आते हैं। मैंगो मैन व अजगैवी नाथ आम उत्पादक संघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि भागलपुर में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने को लेकर सरकारी प्रयास चल रहा है। सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों से उद्योग की संभावना की लेकर चर्चा की जाएगी। शुरूआती समय में छोटे उद्योग लगाए जाएंगे। इसके बाद बड़े उद्योग के बारे में सोचा जाएगा। सरकार इसके लिए चार से पांच सौ करोड़ रुपये लगाने के लिए तैयार है। जर्दालु आम से संबंधित उद्योग लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत किसानों को जर्दालु आम से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अभी तक 21 किसानों ने इसके लिए आनलाइन आवेदन किया है। -- विकास कुमार, सहायक निदेशक उद्यान  

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