मालदा रेल मंडल : बजट में आठ किमी रेल बाइपास को मिली हरी झंडी, जल्द शुरू होगा काम

मालदा रेल मंडल आम बजट के साथ पेश हुए रेल बजट में नए प्रोजेक्ट के लिए मिली राशि। पूर्व रेलवे की ओर से रेल बाइपास लाइन बनाने का भेजा गया था प्रस्ताव। धनौरी-रामपुर हाल्ट के बीच बाइपास बनाने का रास्ता साफ हो गया है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 02 Feb 2022 05:34 PM (IST) Updated:Wed, 02 Feb 2022 05:34 PM (IST)
मालदा रेल मंडल : बजट में आठ किमी रेल बाइपास को मिली हरी झंडी, जल्द शुरू होगा काम
धनौरी-रामपुर हाल्ट के बीच आठ किमी रेल बाइपास।

जागरण संवाददाता, मुंगेर। पूर्व रेल स्थित मालदा रेल मंडल के धनौरी-रामपुर हाल्ट के बीच लगभग आठ किमी रेल बाइपास बनाने का रास्ता साफ हो गया है। मंगलवार को पेश हुए आम बजट में सहमति मिल गई है। इस नए प्रोजेक्ट पर जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है। दरअसल, आम बजट को लेकर रेलवे जोन मुख्यालय से संबंधित रेल परियोजनाओं को लेकर प्रस्ताव भेजा जाता है। पूर्व रेलवे की ओर से जमालपुर-किऊल रेल सेक्शन स्थित धनौरी-रामपुर हाल्ट से महेश लेटा हाल्ट (हावड़ा रूट) तक बाइपास रेल लाइन निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। इस बार बजट में रेलवे की नई परियोजनाएं और पुरानी परियोजनाओं पर एक लाख करोड़ से ज्यादा की राशि दी गई है। इस राशि में पूर्व रेलवे मुख्यालय कोलकाता को भी बड़ी राशि मिलेगी। दैनिक जागरण ने दो जनवरी के अंक में हावड़ा की ट्रेनें नहीं जाएंगी किऊल, बनेगा बाइपास शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी।

हावड़ा रूट की ट्रेनें बाइपास से गुजरी

2022-2023 की आम बजट के बाद नई बाइपास रेल लाइन के लिए राशि स्वीकृत हुई है। दो से ढाई वर्ष के अंदर बाइपास निर्माण का काम पूरा होने की संभावना है। रेल बाइपास बनने से जमालपुर से हावड़ा और हावड़ा से जमालपुर आने वाली ट्रेनों को किऊल स्टेशन नहीं जाना होगा। इस रूट की अप-डाउन की ट्रेनें सीधा बाइपास से मेन लाइन पर चली जाएंगी। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि प्लेटफार्म खाली नहीं होने की वजह से ट्रेनें आउटर पर नहीं फंसेंगी। बाइपास रेलवे की जमीन पर बनेगा। पूर्व रेलवे के अधिकारी ने बताया कि बाइपास बनने से भागलपुर-जमालपुर की हावड़ा जाने वाली ट्रेनें नहीं फंसेंगी।

मालदा रेल मंडल का दूसरा होगा बाइपास

मालदा रेल मंडल के मुंगेर-खगडिय़ा-बेगूसराय रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाइपास लाइन से ही हो रहा है। चार-पांच वर्ष पहले बाइपास का निर्माण हुआ है। बाइपास से भागलपुर से उत्तर बिहार और पूर्वोत्तर भारत की ट्रेनें गुजरती है। यह मालदा रेल मंडल का दूसरा रेल बाइपास होगा। ।

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