राशन कार्ड के आवेदन में भारी अनियमितता, गरीबों के बजाय अमीरों का बन रहा परिवारिक राशन कार्ड

जमुई जिला के खैरा अंचल में जरूरतमंदों के बजाय अमीरों का राशन कार्ड बन रहा है। गरीब लाभूकों के आवेदन लेने तक में अनियमितता बरती जा रही है। उनका कोई सुनने वाला नहीं है। काउंटर बंद रहने के कारण दूर दराज से आने वाली महिलाएं परेशान रहती हैं।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 03:51 PM (IST)
राशन कार्ड के आवेदन में भारी अनियमितता, गरीबों के बजाय अमीरों का बन रहा परिवारिक राशन कार्ड
राशन कार्ड बनाने में अनियमितता को लेकर प्रदर्शन करती महिलाएं।

जागरण संवाददाता, जमुई । राशन कार्ड बनाने को लेकर खैरा अंचल में महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आरटीपीएस कर्मी की मनमानी की वजह से लोगों को दो-दो हफ्ते से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है लेकिन लोगों की परेशानी का निराकरण आज तक नहीं किया जा सका है. आलम यह है कि पूरे दिन आरटीपीएस के जिस काउंटर पर राशन कार्ड को लेकर आवेदन जमा किया जाता है वह बंद रहता है. इतना ही नहीं, दो-दो हफ्ते पहले जो आवेदन जमा किया गया था न तो उसे ऑनलाइन किया जा सका है और न ही उसकीप्राप्ति रसीद महिलाओं को दी गई है। ऐसे में दूर-दराज से आई महिलाएं दो-दो हफ्तों से आरटीपीएस काउंटर का चक्कर लगा रही है लेकिन आज तक आरटीपीएस कर्मी की इस लापरवाही में कोई सुधार नहीं देखा गया।

महिलाओं ने अनियमितता के खिलाफ खोल मोर्चा, किया प्रदर्शन

इसके बाद आक्रोशित होकर महिलाओं ने सोमवार को जमकर हंगामा किया. आक्रोशित जीत-ङ्क्षझगोई निवासी चंपा चौधरी, खैरा निवासी गुंजा देवी, नूतन देवी, रीता देवी, बबीता देवी, गरभूअड़वार निवासी रानी देवी, खैरा निवासी बिंदू देवी, गरही निवासी ङ्क्षपकी देवी, गोपालपुर निवासी सुशीला देवी, कुरवाटांड़ निवासी दुलवा देवी, नरियाना निवासी रानी देवी, नवडीहा निवासी मंजू देवी सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि राशन कार्ड को लेकर हमने एक हफ्ते पहले आवेदन किया था. आरटीपीएस कर्मी के द्वारा हमारा आवेदन ले लिया गया, लेकिन आज तक हमें उसकी प्राप्ति रसीद नहीं दी गई है. दो हफ्ता से लगातार प्रत्येक दिन आरटीपीएस काउंटर का चक्कर लगा रहे है लेकिन न तो हमें कोई जवाब दिया जाता है और न ही आरटीपीएस काउंटर खोल कर हमारी कोई बात भी सुनता है. दूसरे काउंटर पर जहां एक तरफ लगातार काम हो रहा है लेकिन राशन कार्ड को लेकर जिस काउंटर पर आवेदन प्रपत्र जमा किया जाता है वह लगातार बंद रहता है. हमारी हो रही परेशानियों को सुनने वाला कोई नहीं है.

रतजगा कर रही ग्रामीण इलाके की महिलाएं

बताते चलें कि खैरा अंचल का इलाका काफी दूर-दराज का इलाका है. जहां काफी दूरदराज से महिलाएं आती हैं. इसे लेकर प्रत्येक दिन सुबह 3:00 बजे से ही महिलाएं लाइन में लगती है. स्थिति यह है कि दूर-दराज के इलाके से आने वाली महिलाएं इतनी सुबह वहां नहीं पहुंच पाएंगी. इसे लेकर वह रात रात भर प्रखंड कार्यालय में ही रह रही हैं. छोटे-छोटे बच्चे और इस ठंड के बीच महिलाओं को हो रही इस परेशानी को देखने वाला कोई नहीं है. महिलाओं ने कहा कि हम जब काउंटर पर अपने आवेदन प्रपत्र की स्थिति पूछने जाते है. तब हमारे साथ डांट-फटकार किया जाता है.

फाइलों में बंध कर आ रहे आवेदन का हो रहा निपटारा

सूत्र बताते है. कि आरटीपीएस कर्मी की लापरवाही के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है. दरअसल, राशन कार्ड को लेकर एक बड़ा नेटवर्क पूरी तरह से काम कर रहा है जिसमें बिचौलिया और कुछ पंचायत स्तर के लोग भी शामिल हैं. सूत्र यह भी बताते है कि उक्त आरटीपीएस कर्मी द्वारा उन बिचौलियों के फाइलों का निपटारा पहले किया जा रहा है. ऐसे में जिन फाइलों में पैसे लगे होते है. उसका आवेदन स्वीकार कर लिया जाता है. जबकि जो लोग पैसा नहीं दे पाते है उनसे आवेदन ही नहीं लिया जाता है और पूरे दिन काउंटर को बंद रखा जाता है. लोगों ने इस मामले में वरीय पदाधिकारियों के हस्तक्षेप करने की मांग की है । 

पूरे दिन काउंटर को खोलना है और पंचायत वार लोगों का आवेदन लेना है. संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को मामले में जांच के निर्देश दिए जाएंगे।

प्रतिभा रानी, एसडीओ, जमुई।

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