Madhepura: निजी स्कूल संचाल नियमों का नहीं कर रहे पालन, 33 में से महज पांच स्कूलों ने कराया है निबंधन

मधेपुरा में नियमों की अनदेखी कर निजी स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। अब तक छोटे- बड़े निजी विद्यालयों की संख्या पर गौर करें तो 50 के आसपास निजी विद्यालय खुले हैं। इसमें मात्र पांच स्कूल का ही निबंधन है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 06:17 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 06:17 PM (IST)
Madhepura:  निजी स्कूल संचाल नियमों का नहीं कर रहे पालन, 33 में से महज पांच स्कूलों ने कराया है निबंधन
मधेपुरा में नियमों की अनदेखी कर निजी स्कूलों का संचालन किया जा रहा है।

संवाद सूत्र, गम्हरिया (मधेपुरा)। शिक्षा विभाग की लापरवाही कहे या मिली भगत प्रखंड क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक निजी विद्यालय बिना मानक का पालन किए संचालित हो रहा है। गम्हरिया में बीते बुधवार को एक निजी विद्यालय सेंट माईकल प्ले स्कूल में कक्षा चार के दस वर्षीय छात्र सत्यम की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद क्षेत्र अभिभावकों को सकते में ला दिया है। प्रखंड में गली-मुहल्ला में निजी विद्यालय खोलने की होड़ लगी हुई है। अब तक छोटे- बड़े निजी विद्यालयों की संख्या पर गौर करें तो 50 के आसपास निजी विद्यालय खुले हैं। इसमें मात्र पांच स्कूल का ही निबंधन है। सेंट माईकल प्ले स्कूल में एक बच्चे को यातनाएं देकर गल्ला दबाकर हत्या किए जाने की बात सामने आने के बाद भी शिक्षा विभाग इस दिशा में सुस्त है। इससे अभिभावकों में बैचैनी बढ़ी हुई है। बिना सरकारी मापदंड पुरा किए संचालित विद्यालयों को बंद कराने की दिशा में कोई काम नहीं करना विभाग की मिली भगत की ओर इशारा कर रहा है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रमेश चंद्र रमण की माने तो यहां मात्र 33 विद्यालय को यू-डाइस कोड प्राप्त है। जबकि मात्र पांच विद्यालय को सरकारी पंजीकरण हो पाया है।

बीईओ को नहीं है पता कितने निजी विद्यालय हो रहे हैं संचालित

प्रखंड में जिन्हें सरकारी या गैरसरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने की जिम्मेवारी है। उन्हें ही नहीं पता है कि कि प्रखंड में कितने प्राईवेट स्कूल या कोङ्क्षचग संचालित हो रहे हैं। बीईओ रमेश चंद्र रमण ने बताया कि निजी विद्यालय का सही आंकडा उनके पास नहीं है। लेकिन यू-डाइस प्राप्त स्कूलों की सूची है।

यू-डायस देने में भी खूब चला गड़बड़ झाला

शिक्षा विभाग में गड़बड़झाला होने की बात कोई नई नहीं है। निजी विद्यालयों को भी यू-डायस देने में खूब गड़बड़झाला हुआ है। यू-डायस के लिए मानक बातों को दरकिनार कर कोड दिया गया था। जानकारी के अनुसार निजी विद्यालयों में यू-डायन लेने की होड़ तब मची थी। जब एनआइओएस से डीएलएड करने की होड़ थी। इस होड़ में वैसे विद्यालय को पैसे के बल पर यू-डायस कोड दिया गया जो सरकारी मापदंड को पुरा नहीं करता था।

निजी विद्यालय कहां हो रहा है संचालित, प्रशासन को नहीं है खबर

एक दस वर्षीय छात्र सत्यम की हत्या के बाद चर्चा में आए सेंट माईकल प्ले स्कूल के संचालित होने के बारे में स्थानीय प्रशासन को यह मालूम नहीं था कि यहां भी बच्चा पढ़ता है। बीईओ ने बताया सेंट माईकल प्ले स्कूल संचालित होने के संबंध में पता नहीं था। जब छात्र की हत्या हॉस्टल में करने की खबर मिली तो स्कूल के बारे में पता चला। हैरत की बात तो यह है कि कौन निजी विद्यालय कहां संचालित हो रहा है इस बारे में शिक्षा विभाग को पता नहीं है।

प्रखंड में पंजीकृत निजी विद्यालय

-: भारती पब्लिक स्कूल, गम्हरिया

-: पुरूषोत्तम शिशु विद्या मंदिर गम्हरिया

-: जीवछ ज्योति मिशन स्कुल

-: एस म पब्लिक स्कूल चंदनपट्टी

-: गम्हरिया पब्लिक स्कूल गम्हरिया

बिना पंजीकरण के यू-डायस प्राप्त निजी विद्यालय

-: महर्षि मेंही विद्या मंदिर बभनी

-: आवासीय गीता विद्या निकेतन बभनी

-: आवासीय ऐडी तकशिला सावन इंग्लिश ऐकेडमी

-: बाल विद्या विहार गम्हरिया

-: ऐंगल आइ इंग्लिश ऐकेडमी बभनी

-: सीएस पब्लिक स्कूल नंद नगर

-: विवेकानंद शिशु ऐकेडमी रानी पोखर फुलकाहा

-: ज्ञान गंगा निकेतन गम्हरिया

-: सरस्वती केरियर विजन प्वाइंट गम्हरिया

-: सरस्वती विद्या मंदिर गम्हरिया

-: आवासीय जेआरके पब्लिक स्कूल गम्हरिया

-: गांधी मिशन स्कूल गम्हरिय

-: महात्मा गांधी पब्लिक स्कूल गम्हरिया

-: ज्ञानदीप निकेतन तरावे

-: केशव गुरुकुल पब्लिक स्कूल रानी पोखर

-: आवासीय भारती शिक्षा निकेतन

-: प्राची प्रिया रेसिडेंशियल स्कूल

-: सनराईज स्कूल जीवछपुर

-: नेशनल पब्लिक स्कूल बेलही जीवछपुर

-: शिवशंकर विद्या मंदिर भेलवा

-: डीके रेसिडेंशियल पब्लिक स्कूल रामजी नगर

भेलवा

-: रेसिडेंशियल सियावती विद्या निकेतन भेलवा

-: रेसिडेंशियल लक्ष्मी ज्ञान सरोवर फुलकाहा

-: टीएम रेसिडेंशियल स्कूल फुलकाहा

-: अभिनव मंयक आ पब्लिक स्कूल फुलकाहा

-: केपी पब्लिक स्कूल फुलकाहा

-: माला पब्लिक स्कूल

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