भागलपुर में गेहूं उत्पादक किसानों को घाटा... दाना छोटा होने के कारण कम हो सकता है उत्पादन

भागलपुर के गेहूं उत्‍पादक किसानों को इस बार नुकसान हो सकता है। दरअसल क्रॉप कटिंग के दौरान गेहूं के दाने छोटे पाए गए इससे कम उत्‍पादन की उम्‍मीद है। वहीं कृषि विभाग का दावा है कि इस बार अच्‍छी पैदावार होगी।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 09:30 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 09:30 AM (IST)
भागलपुर में गेहूं उत्पादक किसानों को घाटा... दाना छोटा होने के कारण कम हो सकता है उत्पादन
भागलपुर के गेहूं उत्‍पादक किसानों को इस बार नुकसान हो सकता है।

 संवाद सूत्र, गोराडीह। प्रखंड के जिच्छो विशनपुर पंचायत के जिच्छो गांव में डीएम सुब्रत कुमार सेन की निगरानी में गेहूं की क्राप कटिंग की गई। उन्होंने कटनी के क्रम में गेहूं की बाली को हाथ में लिया और गेहूं के सूखे दाने को देखकर चिंता जाहिर की। जिला सांख्यिकी और कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जिच्छो गांव में फसल कटनी का कार्यक्रम वीजे इंटरनेशनल स्कूल के बगल में किसान उत्तम कुमार के खेत में किया गया। इस दौरान 50 वर्गमीटर जमीन में गेहूं के फसल की कटनी की गई। मौके पर अर्थ एवं सांख्यिकी सहायक निदेशक जयप्रकाश सिंह के साथ जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी शंभू राय, अंचल अधिकारी नवीन कुमार भूषण, प्रखंड कृषि पदाधिकारी शंभू मंडल, किसान सलाहकार संजीव कुमार सुमन, रितेश कुमार और फसल कटनी करने वाले किसान पांडव कुमार, किसान राजू यादव धर्मेंद्र यादव मौजूद थे।

प्रखंड क्षेत्र में गेहूं की फसल की अच्छी पैदावार की उम्मीद

जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा के अनुसार फरवरी माह के चौथे हफ्ते से पछुआ हवा और मार्च के शुरुआती हफ्ते में गर्मी होने की वजह से गेहूं की बाली हल्की हुई। परंतु फसल कटनी के बाद 50 वर्गमीटर में 17 किलो 350 ग्राम की उपज के हिसाब से एक हेक्टेयर में 34.650 क्विंटल गेहूं की पैदावार होने की उम्मीद है। अपर निदेशक जय प्रकाश सिंह ने बताया कि जिच्छो में फसल की कटनी और इसकी हुई पैदावार रिपोर्ट खसरा के अनुसार जिला के द्वारा सांख्यिकी और कृषि विभाग पटना भेजा जाएगा। इस दौरान डीएम ने अच्छी फसल नहीं होने का कारण जिला कृषि पदाधिकारी से पूछा। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि मार्च में तापमान अधिक रहने और पछिया हवा तेज चलने के कारण दाना छोटा हुआ है। इससे उपज दर में कमी आई है। डीएम ने कृषकों से पूछा कि आगे कौन सी फसल लगाएंगे। किसानों ने बताया कि गरमा मूंग की खेती करेंगे।  

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