LJP Party Split: जमुई संसदीय क्षेत्र के नेताओं की आई पहली प्रतिक्रिया, चिराग पासवान को लेकर कही यह बड़ी बात
LJP Party Split चिराग पासवान बिहार के जमुई लोकसभा सीट के सांसद है। लोजपा में टूट होने और चिराग पासवान के अलग-थलग पड़ गए हैं। इसके बाद जमुई के स्थानीय नेता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कहा कि इनके नेता चिराग पासवान ही हैं।
संवाद सहयोगी, जमुई। LJP Party Split: राजनीतिक गलियारों में लोजपा की टूट की पटकथा लिख दिए जाने की चल रही खबरों के बीच जमुई से सांसद चिराग पासवान के लिए अच्छी खबर आई है। यहां के स्थानीय लोजपा नेता अब भी अपने सांसद के साथ हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारे नेता चिराग हैं और वे ही रहेंगे। कार्यकर्ताओं ने लोजपा में टूट पर चिंता व्यक्त की। कहा कि-ऐसा नहीं होना चाहिए। चिराग पासवान पार्टी को मजबूत करने के लिए जुटे हुए थे।
जमुई के लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ता पूरी तरह लोजपा और चिराग के साथ अडिग है। साथ ही इन सबों को भरोसा है की पार्टी और परिवार के बीच उत्पन्न मतभेद को मिल बैठकर सलटा लिया जाएगा। लोजपा नेताओं का यह भी दावा है कि जो विपक्षी लोजपा की टूट का सपना देख रहे हैं उन्हें निराशा के सिवा कुछ भी हाथ लगने वाला नहीं है। जमुई से सांसद चिराग पासवान के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते लोजपा में बगावत की खबर यहां कुछ ज्यादा ही चटकारे लेकर चर्चाओं में है। जदयू के साथ-साथ पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह खेमे में कुछ ज्यादा खुशी लाजिमी है। वैसे फिलहाल जदयू और नरेंद्र सिंह खेमा कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है। इधर राजद खेमा एनडीए से मिली घात के बाद चिराग पासवान को राजद के साथ आ आने की नसीहत दे रहा है।
बहरहाल लोजपा के जिलाध्यक्ष जीवन सिंह ने कहा है कि चिराग पासवान पार्टी के सर्वमान्य नेता हैं। पार्टी रामविलास पासवान के नैतिक मूल्यों और आदर्शों पर खड़ी है। परिवार में मतभेद है मनभेद नहीं, इसलिए इसे मिल बैठकर सलटा लिए जाने की उन्हें पूरी उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में टूट का सपना देखने वाले दिन में तारे देख रहे हैं। सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र से लोजपा प्रत्याशी रहे रवि शंकर पासवान ने भी जीवन सिंह की बातों का समर्थन किया है और स्पष्ट शब्दों में कहा है कि दल के सर्वमान्य नेता चिराग पासवान हैं। पार्टी इनके नेतृत्व में एकजुट है। लोक जनशक्ति पार्टी के एक और बड़े नेता निर्भय सिंह ने भी कहा है कि लोजपा रामविलास पासवान के सिद्धांतों की बुनियाद पर खड़ी है। इसे हिलाने या तोड़ने की कल्पना भी बेमानी है।
इधर कभी चिराग पासवान जमुई में बागडोर संभालने वाले युवा नेता पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष पासवान ने ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह तो होना ही था गैर राजनीतिक व्यक्ति की सलाह राजनीति के लिए घातक होता है और उसका खामियाजा पार्टी के साथ-साथ नेतृत्व को भुगतना होता है। सुभाष ने यह भी कहा कि पशुपति पारस को यह कदम पहले ही उठा लेना चाहिए था। यहां बता दें कि सुभाष बीते विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे और लोजपा प्रत्याशी से अधिक मत हासिल किया था। चुनाव परिणाम के उपरांत सुभाष जदयू का दामन थाम पार्टी प्रवक्ता की कमान संभाल रहे हैं।
खैर जो भी चिराग पासवान और लोजपा की चर्चा लगातार जमुई में हो रही है। अन्य दलों की कार्यकर्ताओं की भी नजर लोजपा और चिराग पर है। आम लोग के बीच भी काफी चर्चा हो रही है। इस बीच यह भी चर्चा हो रही है कि केंद्र में चिराग पासवान के मंत्री बनने की संभावना थी। लेकिन पता नहीं अब क्या होगा।