Lakhisaraya News: दोगुना भाड़ा के बाद भी वाहन के छत पर यात्रा करने को मजबूर हैं लोग
रेल परिचालन शुरू नहीं होने से सड़क मार्ग से यात्रा करना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। वाहनों की भी कमी है। परिवहन सुविधा का अभाव है। दोगुना भाड़ा देने के भी यात्रा में परेशानी होती है।
लखीसराय, जेएनएन। बड़हिया प्रखंड एवं नगर में खुलेआम ओवरलोड छोटे एवं बड़े वाहनों का परिचालन हो रहा है। इस कारण शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हो रहा है। ऑटो पर चार-पांच यात्रियों से अधिक लोगों को बैठाया जा रहा है। उनसे भाड़ा भी दोगुना वसूल किया जाता है। पटना जाने वाली अधिकतर बसें एवं लोकल चलने वाले छोटे-छोटे वाहनों में यात्री बोरा की तरह भरे रहते हैं। ओवरलोड वाहनों को रोकने के लिए परिवहन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन की ओर से कई बार अभियान भी चलाया गया है। कोई खास असर इन लोगों पर नहीं पड़ता है। बस एवं अन्य सवारी वाहनों के छत पर यात्रियों को बैठाने या माल लोड करने पर जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान है लेकिन प्रशासन की नजर के सामने ओवरलोड वाहन बेधड़क चल रहे हैं। वहीं रेल का परिचालन शुरू नहीं होने के कारण यात्री मजबूरन बस, जीप या ऑटो में सफर करते है। बस एवं छोटे वाहन के चालक एवं कंडक्टर द्वारा यात्रियों से मनमाना भाड़ा वसूला जाता है। इस कारण यात्री एवं चालक के बीच भाड़े को लेकर बराबर नोकझोंक होते रहती है। कभी-कभी तो मारपीट की नौबत भी आ जाती है। दैनिक यात्री सुजीत कुमार, संजय कुमार, रमेश ङ्क्षसह, बबलू कुमार, अनिल कुमार, गोढ़ी महतो आदि का कहना है कि कोरोना से बचाव को लेकर जारी दिशा निर्देश को ताक पर रखकर वाहनों में पूर्व की तरह सीट की क्षमता से अधिक यात्रियों को वाहन में चढ़ाया जाता है। उसके बावजूद भाड़ा भी दोगुना लिया जाता है। बसों में पटना का किराया डेढ़ सौ से लेकर ढाई सौ रुपये तक लिया जाता है। वहीं तहदिया, गंगासराय एवं जैतपुर से बड़हिया का भाड़ा पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपया लिया जाता है। इस संबंध में बड़हिया थानाध्यक्ष डीके पांडेय ने बताया कि जिला परिवहन पदाधिकारी को इससे संबंधित जानकारी दी जाएगी। इसके बाद संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाएगी।