कोसी के लोगों को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, महानंदा की बेसिन से जुड़ेगी कोसी, सरकार ने कोसी-मेची लिंक परियोजना को दी हरी झंडी
सरकार ने कोसी-मेची लिंक को हरी झंडी दे दी है। इससे कोसी के लोगों को आने वाले दिनों में बाढ़ से मुक्ति मिल जाएगी। इससे महानंदा की बेसिन से कोसी नदी जुड़ जाएगी। इसके लिए बजट में भी प्रावधान किया गया है।
जागरण संवाददाता, कटिहार। कोसी बेसिन से महानंदा बेसिन में जलांतरण के लिए महत्वपूर्ण योजना कोसी-मेची लिंक परियोजना (Kosi-Mechi link project) को केंद्र सरकार का इनवेस्टमेंट क्लियरेंस मिलने से जल्द ही इसपर काम शुरू होने की उम्मीद जगी है। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (DY CM Tarkishor prashad) द्वारा विधानसभा में वर्ष 2021-22 के लिए पेश किए गए बजट में इस योजना को प्रमुखता दी गई है।
कोसी, मेची नदी लिंक परियोजना (Kosi-Mechi link project) पर काम पूरा होने से कोसी बेसिन से महानंदा बेसिन तक पानी आसानी से पहुंचाई जा सकेगी। बाढ़ व बरसात के मौसम में कोसी के हाई फ्लउ लेवल तक पहुंचने की स्थिति में पानी महानंदा बेसिन में तथा महानंदा के उफान पर होने की स्थिति में पानी कोसी बेसिन तक नहरों के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। इस परियोजना से कटिहार सहित सीमांचल के लोगों बाढ़ की विभीषिका से राहत मिलेगी।
2.14 लाख हेक्टेयर में किसानों को सिंचाई की सुविधा होगी उपलब्ध
वहीं कटिहार, अररिया, किशनगंज एवं पूर्णिया जिले के 2.14 लाख हेक्टेयर में किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। राज्य में नदियों को जोडऩे के लिए सरकार द्वारा बनाई गई योजना में यह सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। कोसी व महानंदा नदी के बेसिन में नहरों से पानी पहुंचने से आस-पास के किसान अपनी खेतों तक सिंचाई के लिए पानी आसानी से ले जा सकेंगे। इसके अतिरिक्त महानंदा प्रबंधन योजना फेज टू के अंतर्गत कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज एवं अररिया जिले में 792 करोड़ की लागत से होने वाले तटबंध निर्माण को लेकर जमीन अधिग्रहण का काम किया जा रहा है। गोगाबिल झील को पक्षी अभयारण्य के रूप में विकसित करने, 765 केवी के सुपर ग्रीड का निर्माण सहित अटल नवीकरण एवं शहरी परिवर्तन योजना के तहत कटिहार सहित 21 नगर निकायों में 36 जलापूर्ति योजना पर पर काम के अतिरिक्त सीमांचल क्षेत्र के विकास के लिए बजट में कई प्रावधान किया गया है।