किऊल और हरूहर की होगी सफाई, लखीसराय के मछुआरों की संवरेगी जिंदगी, बाढ़ नियंत्रण विभाग को मिली जिम्मेवारी

लखीसराय के मछुआरे की जिंदगी जल्‍द संवरेगी। किफल और हरूहर नदी की सफाई करा कर इन में मछली पालन का काम शुरू होगा। बाढ़ नियंत्रण विभाग को काम कराने की जिम्‍मेदारी दी गई है। जल्‍द ही इसका काम धरातल पर दिखने लगेगा।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 04:10 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 04:10 PM (IST)
किऊल और हरूहर की होगी सफाई, लखीसराय के मछुआरों की संवरेगी जिंदगी, बाढ़ नियंत्रण विभाग को मिली जिम्मेवारी
लखीसराय के मछुआरे की जिंदगी जल्‍द संवरेगी।

लखीसराय [सुमन कुमार सुमन]। गाद के कारण गंगा एवं इसकी सहायक नदियों का पेट भर गया है। इस कारण उसमें जल संग्रह नहीं होकर मैदानी इलाकों में फैलाव हो जाता है जो बाढ़ का रूप ले लेती है। राज्य सरकार इन नदियों से गाद निकालने की वृहत योजना पर काम कर रही है। गंगा से गाद निकालने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि इसकी सहायक नदियों से खुद गाद निकालने की योजना पर काम कर रही है। लखीसराय में भी गंगा की दो सहायक नदियों किऊल एवं हरूहर से गाद निकालने की योजना पर काम होने जा रहा है।

इससे बाढ़ से बचाव के साथ-साथ मछली पालन को बढ़ावा मिलेगा। जाहिर है मछुआरों की ङ्क्षजदगी भी इससे संवरेगी। इसको लेकर 15 दिन पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने किऊल एवं हरूहर नदी के मुरवडिय़ा स्थित संगम स्थल का निरीक्षण भी किया है। यहां भी गाद के कारण हरूहर की जलनिकासी का रास्ता बंद है।

गाद से नदियों की रुक गई है धारा

पिपरिया प्रखंड अंतर्गत मुड़वरिया पुल से करीब एक किलोमीटर दूर किऊल एवं हरूहर नदी का संगम स्थल है। यहां पर गाद जमा हो जाने से दोनों नदियों का मार्ग अवरूद्ध है। इससे नदी का पानी दूषित हो रहा है और गाद के कारण जल स्तर बढऩे पर गांवों में बाढ़ आ जाती है। इस कारण प्रति वर्ष जान-माल एवं फसलों की काफी क्षति होती है। जल दूषित हो जाने के कारण मछलियां रोगग्रस्त हो रही है तथा इसकी वृद्धि भी देरी से हो रही है।

बाढ़ से बचाव व मछली पालन को मिलेगा बढ़ावा

किऊल एवं हरूहर नदी की सफाई होने से जलस्तर बढ़ेगा। नदियों की धारा भी खुलेगी। इससे नदी का पानी स्वच्छ रहेगा। जल का भंडारण नदी के अंदर होगा और इससे रिहायशी इलाके में बाढ़ नहीं आएगी। जान-माल एवं फसलों की क्षति नहीं के बराबर होगी। नदियों के जल के स्वच्छ होने से मछलियां भी स्वस्थ होगी इससे उनमें तेजी से वृद्धि होगी। जिले के मछुआरा खुशहाल होंगे।

बाढ़ नियंत्रण विभाग को दी गई है जिम्मेदारी

लखीसराय जिला अंतर्गत किऊल एवं हरूहर नदी से गाद निकालकर उसकी संपूर्ण सफाई कराने की जिम्मेदारी बाढ़ नियंत्रण विभाग को सौंपी गई है। बाढ़ नियंत्रण विभाग इसके लिए प्राक्कलन तैयार करने में जुटा हुआ है। उसे जल्द से जल्द इस दिशा में काम करने का आदेश दिया गया है।

पिपरिया प्रखंड अंतर्गत मुड़वरिया गांव के समीप किऊल नदी पर बने आसीसी पुल से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर किऊल एवं हरूहर नदी का मिलन होता है। दोनों नदियों का मिलन स्थल गाद और जंगली घास के कारण जाम हो गया है। इससे नदी मार्ग अवरुद्ध है। इससे हर साल बाढ़ आ जाती है। इसकी सफाई कराने की जिम्मेदारी बाढ़ नियंत्रण विभाग को सौंपी गई है। -संजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, लखीसराय।

लखीसराय जिले की किऊल एवं हरूहर नदी की सफाई कराने को लेकर प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है। जल्दी ही यह काम हो जाएगा। इसके बाद निविदा निकालकर किऊल एवं हरूहर नदी की सफाई का कार्य शुरू कराया जाएगा। दोनों नदियों की सफाई होने से बाढ़ से बचाव होगा। साथ ही मछली पालन को भी बढ़ावा मिलेगा। -दीपक कुमार, सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण विभाग, लखीसराय।  

chat bot
आपका साथी