मुंगेर में बढ़ रहे किडनी के मरीज, हर दिन डायलिसिस कराने पहुंच रहे चार रोगी

सरकारी अस्पताल में सेंटर खुलने से मरीजों को हो रही सहूलियत। निजी क्लीनिक से आधे कीमत पर हो रहा मरीजों का डायलिसिस। छह बेड का बना है सदर अस्पताल में सेंटर। 72 मरीज अभी तक हो चुके हैं निबंधित। 2.5 माह पहले खुला है अस्पताल में सेंटर।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 11:26 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 11:26 AM (IST)
मुंगेर में बढ़ रहे किडनी के मरीज, हर दिन डायलिसिस कराने पहुंच रहे चार रोगी
50 फीसद कम दर पर हो रहा डायलिसिस।

मुंगेर [हैदर अली]। जिले में किडनी संबंधित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सदर अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा शुरू होने के बाद किडनी से संबंधित सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं। लगभग ढ़ाई माह में डायलिसिस के लिए सदर अस्पताल में 72 मरीजों का निबंधन हुआ है। रोटेशन के अनुसार उनमें से तीन से चार मरीज हर दिन डायलिसिस कराने यहां पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पताल में निजी क्लीनिक की तुलना में आधी दर पर डायलिसिस की जा रही है। निजी क्लीनिक में इसका शुल्क 3500 रुपये है,जबकि सदर अस्पताल में 1720 रुपये के आसपास लिए जा रहे हैं। इससे मरीजों को राहत मिल रही है। डायलिसिस सेंटर में अलग से चिकित्सक की तैनाती की गई है। सिविल सर्जन डा. हरेंद्र कुमार आलोक ने बताया कि डायलिसिस की सुविधा शुरू होने से गुर्दे के मरीजों को राहत मिली है। यहां हर दिन तीन से चार मरीजों की डायलिसिस हो रही है।

निजी क्लीनिक से मिली निजात

सदर अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा मिलने से मरीजों को निजी क्लीनिक जाने के झंझट से छुटकारा मिला है। अब मरीजों को मुंगेर के निजी क्लीनिक के अलावा भागलपुर और पटना का दौड़ लगाना नहीं पड़ रहा है। मरीज अपना निबंधन कराकर सदर अस्पताल में ही डायलिसिस कराने पहुंच रहे हैं। शुल्क निजी क्लीनिक की तुलना में लगभग 50 फीसद शुल्क कम लगने से मरीजों को आर्थिक रूप से मदद मिल रही है। सदर अस्पताल में डायलिसिस कराने पहुंचे मरीज के स्वजनों ने बताया कि पहले काफी परेशान होना पड़ता था। निजी क्लीनिक में घंटों प्रतीक्षा के बाद नंबर मिलता था। साथ ही शुल्क भी मनमाना लिया जाता था। सरकारी स्तर पर सुविधा बहाल होने से काफी राहत मिली है। गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को खासकर काफी मदद मिल रही है। डायलिसिस सेंटर में प्रबंधक अभिनंदन कुमार के अलावा दो तकनीशियन, दो जीएनएम, एक चतुर्थवर्गीय और एक सफाई कर्मी भी हैं।

सदर अस्पताल परिसर स्थित डायलिसिस सेंटर में भर्ती रतनपुर के संजय पांडे ने कहा दो वर्षों से किडनी रोग से पीड़ित हूं। ज़नवरी में डायलिसिस के लिए भागलपुर गया, वहां से पटना एम्स कराया। इसके बाद चेन्नई डायलिसिस कराने में काफी पैसे लग रहा था। मुंगेर स्थित डायलिसिस सेंटर में पीएचएच कार्ड पर निश्शुल्क डायलिसिस की सुविधा मिल रही है।

नौवागढी के सुमन कुमार ने कहा तीन वर्ष से किडनी की समस्या है। इलाज के लिए पटना एम्स में गए। डायलिसिस में ज्यादा पैसे लगते हैं, एक बार में तीन से साढ़े तीन हजार के बीच खर्च बैठता था। सदर अस्पताल में मात्र 1720 रुपये में बेहतर तरीके से डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है। जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन से सदर अस्पताल में न्यूरोलाजिस्ट और किडनी संबंधित विशेषज्ञ की पद्स्थापना की मांग की है।

chat bot
आपका साथी