पटना से अपहृत सात वर्षीय बालक लखीसराय में बरामद, जानिए... कैसे अपरहण की रची साजिश

पटना से एक सात वर्षीय बालक का अपहरण कर लिया था। किरायेदार ने ही उसका अपहरण किया। लखीसराय में उसे बरामद किया गया। बच्‍चा से मिल जाने से अभिभावक खुश हैं। अपहरण की साजिश रचने वालों की इस तरह पोल खुली।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 10:36 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 10:36 AM (IST)
पटना से अपहृत सात वर्षीय बालक लखीसराय में बरामद, जानिए... कैसे अपरहण की रची साजिश
लखीसराय में मिला पटना से अपहृत बच्‍चा त्रिचेत कुमार।

जागरण संवाददाता, लखीसराय। पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र से मकान मालिक के सात साल के बेटे का अपहरण कटिहार के एक युवक ने कर लिया। लखीसराय जिले की पीरी बाजार थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के मनियारचक गांव से अपहृत बच्चे के साथ आरोपित को गिरफ्तार किया है। कटिहार निवासी मनोज कुमार पटना स्थित भूतनाथ रोड में सुजीत कुमार के मकान में किराये पर रहते हैं।

बुधवार को सुजीत कुमार के छोटे बेटे त्रिचेत कुमार (7 वर्ष) को विश्वास में लेकर मनोज कुमार पटना-झाझा मेमू से किऊल फिर वहां से अभयपुर आ गया। उसके बाद वे अपने एक दूर के रिश्तेदार के यहां पीरी थाना क्षेत्र के मनियारचक गांव में स्व. कंगाली पाल के पुत्र लक्ष्मी पाल के यहां चला गया। उधर बच्चे के लापता होने पर स्वजनों ने इसकी सूचना स्थानीय अगम कुआं थाना को दी। छानबीन के दौरान ये पता चला कि मनोज बच्चे को लेकर पीरी बाजार थाना क्षेत्र के मनियारचक में है। तत्काल इसकी सूचना पीरी बाजार थाना को दी गई।

सूचना पर पीरीबाजार प्रभारी के थानाध्यक्ष ललन राम एवं एएसआई संजय कुमार बच्चे को पटेल नगर से सटे पहाड़ी किनारे स्थित बथान से बरामद करते हुए मनोज को गिरफ्तार कर लिया। इसकी सूचना जिला पुलिस अधीक्षक एवं अगम कुआँ थाने को दे दी गई। इधर पूछताछ के क्रम में मनोज ने बताया कि बच्चा खेलते-खेलते राजेंद्रनगर यार्ड के आ गया था। जिसे घर वापस जाने को कहा तो उसने कहा मुझे कुत्ते से डर लगता है। मैं नहीं जाऊंगा। इधर ट्रेन का समय हो चला था। इसलिए उसे साथ लेकर शादी समारोह में मैं आया था।

मुंगेर जिला के धरहरा थाना क्षेत्र के बंगलवा मेरा ससुराल है। मैं साले की शादी में शामिल होने आया था। इधर शादी को लेकर पीरी बाजार में कुछ खरीदारी करने मैं यहां रूका था। मैंने बुधवार को मोबाइल से इसकी सूचना बच्चे के स्वजनों को देने का प्रयास किया था। इस दौरान मेरी आवाज उन तक नहीं पहुंच रही थी। उसके बाद मेरा मोबाइल ऑफ हो गया। यहां आने के बाद से बिजली नहीं थी। इस वजह से दोबारा बातचीत नहीं हो सकी। एसपी सुशील कुमार ने बताया कि बरामद बच्चे के स्वजन और अगमकुआं पुलिस को बच्चे एवं मनोज कुमार को सौंप दिया जाएगा।

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