Khagaria Weather Update: दर्ज की गई रिकॉर्ड 74.91 मिलीमीटर बारिश, पूर्वानुमान-दो दिन और बरसेंगे मेघा
Khagaria Weather Update बिहार के कई जिलों में मौसम अचानक से बदला है। बारिश हो रही है। ऐसे में बात करें खगड़िया की तो यहां 74.91 मिलीमीटर औसत बारिश रिकार्ड की गई है। अभी दो दिन और बारिश होने की संभावना जताई जा रही है...
जागरण संवाददाता, खगड़िया। Khagaria Weather Update- मौसम के बदले मिजाज के साथ बीते दो दिनों से लगातार रूक-रूककर बारिश हो रही है। बीते 24 घंटे के दौरान जमकर बारिश हुई है। जिससे लोग परेशान हैं। जगह-जगह जल जमाव से समस्या बढ़ गई है। मंगलवार को भी सुबह से आसमान में बादल छाए रहने के साथ जमकर बारिश हुई। उसके बाद भी छिटपुट बारिश होती रही। हालांकि दोपहर में धूप भी खिला। सोमवार देर शाम एक घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। बीते 24 घंटे में सोमवार सुबह आठ बजे से मंगलवार सुबह आठ बजे तक जिले में 74.91 मिलीमीटर औसत बारिश रिकार्ड की गई है।
सर्वाधिक बारिश सदर प्रखंड खगडिय़ा में हुई है। यहां 86.4 मिलीमीटर बारिश हुई। जबकि सबसे कम परबत्ता प्रखंड में 62.4 मिलीमीटर बारिश हुई। अभी एक दो दिन और बारिश होगी। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दो दिनों में बारिश होगी। मंगलवार की तुलना में बुधवार व गुरुवार को कम बारिश होगी।
'बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर के कारण बारिश की संभावना बनी हुई है। रविवार से मंगलवार को मध्यम से भारी बारिश का अनुमान था। अनुमान के अनुसार बारिश हुई। बुधवार और गुरुवार को भी बारिश की संभावना है। परंतु, मंगलवार की तुलना में कम बारिश होगी।'- पूजा कुमारी, मौसम विज्ञानी, कृषि विज्ञान केंद्र, खगड़िया।
कहां कितनी हुई बारिश
तेज हवा और बारिश से धान की फसल को नुकसान
सोमवार को तेज हवा और मूसलाधार बारिश होने से किसानों को बड़ी क्षति उठानी पड़ी है। वे माथा पीटने को विवश हैं। तेज हवा के झोंके व बारिश से कई एकड़ में लगी धान की फसल गिर गई है। फसल की तबाही को देख किसान खून के आंसू रोने को विवश हैं। बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में छह हजार एकड़ में धान की खेती की गई है। लेकिन तेज हवा और लगातार की मूसलाधार बारिश से लगभग एक हजार एकड़ में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचा है।
कुर्बन के किसान मुकेश कुमार, दरबारी भगत आदि ने बताया कि हवा-पानी आफत बनकर आया। अब धान की फसल में फूल आ गया है। ऐसे में आफत की बारिश ही बरसी है। कई किसानों ने कहा कि कर्ज लेकर खेती की है। अब कर्ज कहां से चुकाएंगे। मक्का की उपज की भी उचित कीमत नहीं मिली।
वे कहते हैं कि उम्मीद से धान की खेती की थी और मौसम दगा दे गया। दूसरी ओर दिघौन में तेज हवा से घर की दीवार गिरने से नैयर आलम का स्कार्पियो क्षतिग्रस्त हो गया। कई सड़कों पर रेन कट हो गया है। ग्रामीण सड़कें झील में तब्दील हो गई है। 24 अक्टूबर को बेलदौर में पंचायत चुनाव को लेकर मतदान है। ऐसे में कई बूथों तक पहुंचने वाले रास्ते कीचड़मय हो गया है। इससे मतदान कर्मियों और मतदाताओं दोनों को परेशानी उठानी पड़ेगी।