Khagaria : कोसी-गंगा दियारों में फसलों पर सुनही चादर चढ़ते ही गरजने लगीं बंदूकें, इस बार हजारों एकड़ में लगी है गेहूं और मक्के की फसल
गंगा और कोसी दियारा में फसल के पकते ही बंदूकें गरजने लगी हैं। अगर यही स्थिति रहा तो इस साल भी यहां की फसल को अपराधी लूट ले जाएंगे। दो दिन पहले से दियारा इलाके में अपराधियों का जमावड़ा लगने लगा है।
संवाद सूत्र, गोगरी (खगडिय़ा)। जिले की आर्थिकी का मूल आधार खेती और किसानी है। खगडिय़ा के कोसी, बागमती और गंगा दियारा में हजारों एकड़ में गेहूं और मक्का की खेती होती है। गेहूं अब पकने पर है। एक पखवारा के अंदर गेहूं की फसल कटने लगेगी। इधर इसको लेकर दियारा में तनाव गहराने लगा है। बंदुकें गरजने लगी है। एक किसान ने बताया कि अगर पुलिस पर्याप्त सुरक्षा नहीं मुहैया कराएगी, तो दियारा में फसल की कटाई मुश्किल होगी। मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष फसल की बुआई और कटाई के समय दियारा में बंदुकें गरजती है। दियारा का इतिहास रक्तरंजित रहा है। जिले के विभिन्न थानों में भूमि विवाद के कई-कई मामले प्रत्येक वर्ष दर्ज होते हैं। भूमि विवाद के निपटारे को लेकर प्रत्येक शनिवार को थाना स्तर पर जनता दरबार लगाया जाता है। जहां मामले का निपटारा होता है। परंतु, उलझे और बड़े विवादों का निपटारा यहां संभव नहीं होता है।
शुरू हो गई है अभी से गोलीबारी
बीते गुरुवार को जिले में दो ऐसी घटनाएं घटी, जिसे आने वाले समय का संकेत समझा जा सकता है। गोगरी प्रखंड के बबुरबन्ना दियारा में भूमि विवाद में दो पक्षों में जमकर गोलीबारी हुई। जिसमें गोरैया बथान का युवक सुजीत कुमार गोली लगने से घायल हो गया। जिसका इलाज बेगूसराय में चल रहा है। दूसरी ओर गोगरी प्रखंड के ही गौछारी बहियार में किसानों के सहयोग से देसी कट्टा और कारतूस के साथ वकील चौरसिया को पुलिस ने पकड़ा। वकील चौरसिया पर आरोप है कि वह अपने सहयोगियों के साथ मुकेश चौरसिया की खेतों में लगी गेहूं की फसल लूटने गया था।
इस संबंध में पुलिस पदाधिकारियों का कहना हुआ कि दियारा पर नजर है। फसल कटनी के समय विशेष चौकसी बरती जाएगी। साथ ही किसानों से कहा गया है कि यदि किसी तरह की परेशानी हो तो तुरंत पुलिस को अवगत कराएं।