Khagaria crime ; पंचायत चुनाव नजदीक आते ही बढ़ गई है गोलियों की तड़तड़ाहट, सक्रिय हो गए हैं शूटर
Khagaria crime खगडिया में हाल के दिनाें में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। हर एक दो दिन के अंतराल पर हत्या हो रही है। दरअससल पंचायत चुनाव के नजदीक आते ही शूटर सक्रिय हो गए हैं और घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
खगडिय़ा [मुकेश]।शूटरों की सक्रियता से एक बार फिर पुलिस सकते में है। मुखिया, उपमुखिया से लेकर मुखिया पतियों पर आफत टूट पड़ी है। पुलिस चाहकर भी ऐसे प्रतिनिधियों को सुरक्षा देने में असमर्थ है। अब तक करीब एक दर्जन पंचायत प्रतिनिधियों की गोली मारकर हत्या की जा चुकी है। कई बार जिला मुखिया संघ ने पंचायत प्रतिनिधियों की सुरक्षा की मांग को लेकर ज्ञापन भी दिया, मगर पुलिस के पास उतनी क्षमता नहीं है कि हर पंचायत में पंचायत प्रतिनिधियों को बॉडीगार्ड उपलब्ध कराएं।
पंचायत चुनाव सर पर है। लगातार पंचायत प्रतिनिधियों अथवा उनके रिश्तेदारों की हो रही हत्या से प्रतीत हो रहा है कि विधानसभा चुनाव की तरह रक्तहीन पंचायत चुनाव कराना पुलिस के लिए कठिन है। इस साल लॉकडाउन के दौरान मेघौना के पूर्व मुखिया सह माकपा नेता जगदीशचंद्र बसु की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में खगडिय़ा व दरभंगा के कई शूटरों को पकड़ा गया। शूटरों ने पुलिस के समक्ष कबूल किया था कि उसे पूर्व मुखिया की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी दी गई थी। शहर के मील रोड में पूर्व मुखिया पदमलाल राय की गोली मारकर हत्या मामले में भी शूटरों का नाम आया था। पूर्व जिप सदस्य सह फरकिया के बाहुबली रामानंद पहलवान की सहरसा-खगडिय़ा सीमा क्षेत्र
में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुखिया लालो यादव की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। चोढ़ली पंचायत के मुखिया पति की हाल ही में पंचायत के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। चार दिन पहले ही एक पूर्व पंचायत समिति सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटरों ने बंदेहरा के मुखिया पति पप्पू भगत की भागलपुर में गोली मारकर हत्या कर दी। सूत्रों का कहना हुआ कि मानसी के एक पंचायत के मुखिया की हत्या की नीयत से शूटर टोह ले रहे थे कि पुलिस को जानकारी मिली और शूटरों की मंशा विफल करते हुए कई को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकांश मामलों में पंचायत चुनाव की बातें सामने आई है। इस तरह की हत्याओं में पुराने दुश्मनों को फंसाने की परंपरा रही है। मगर असली शूटरों तक कम ही पुलिस पहुंच पा रही है। भागलपुर की घटना में स्पाट पर ही मारे गए मुंगेर के शूटर से प्रमाणित हो रहा है कि पैसे की लालच देकर शूटरों को सफेदपोश प्रश्रय दे रहे हें। महेशखूंट मुखिया पति पर भी हमला हो चुका है। ऐसे में पंचायत चुनाव आते आते कितने प्रतिनिधियों पर खतरा है यह खुफिया विभाग भी बताने में विफल है। पुलिस सूत्रों की माने तो कई थाना व ओपी अध्यक्षों द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों को सतर्क किया गया है कि वे अपने स्तर से भी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और जहां पुलिस की जरूरत पड़े तुरंत सूचित करें। बहरहाल, शूटरों की सक्रियता से कई मुखियाजी आफत में हैं।
हाल में बेलदौर के चोढ़ली पंचायत के मुखिया पति व बेलदौर के पूर्व पंचायत समिति सदस्य की गोली मारकर हत्या कहीं न कहीं पंचायत चुनाव से जुड़ा ही मामला आरंभिक तौर पर आ रहा है। कई को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अपराधियों व शूटरों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है।
पीके झा, गोगरी एसडीपीओ, खगडिय़ा।