Katihar ; एक दशक बाद जून में गंगा दिख रही उफान पर, कैचमेंट एरिया में भारी बारिश और बाल्मिकी नगर बराज से पानी के डिस्चार्ज का असर
एक दशक बाद जून में इस बार गंगा उफान पर नजर आ रही है। कैचमेंट एरिया में भारी बारिश के कारण जलस्तर में लगातार वृद्वि हो रही है। इससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। लोग डरे सहमे हैं।
कटिहार [नीरज कुमार]। समय पूर्व मॉनसून के प्रवेश करने, यास तूफान के कारण गंगा की सहायक नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में तेज बारिश होने के कारण जून माह में ही
गंगा नदी का जलस्तर अप्रतशशित रूप से बढ़ने लगा है। अमूमन जून के अंतिम सप्ताह से गंगा के जलस्तर में धीरे धीरे वृद्धि दर्ज की जाती थी। लेकिन इस वर्ष एक दशक बाद गंगा केे जलस्तर में वृद्धि का यह ट्रेंड दिखाई दे रहा है। पिछले 12 घंटे के दौरान नदी के जलस्तर में सोमवार दोपहर तक 14 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। विभागीय जानकारी के मुताबिक जून माह में पिछले एक दशक के दौरान सबसे अधिक बारिश रिकार्ड की गई है। कोसी, महानंदा एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में तेज बारिश होने के कारण इन नदियों का पानी गंगा में मिलने के कारण जून के दूसरे सप्ताह से ही गंगा का जलस्तर दूसरी नदियों के अनुपात में तेजी से बढ़ने लगा। महानंदा नदी का जलस्तर सोमवार को फालिंग
ट्रेंड में दर्ज किया गया है। दो आक्राम्य स्थलों को छोड़ महानंदा के जलस्तर में सभी स्थानों पर दो से तीन सेमी तक की कमी दर्ज की गई है। जबकि बरंडी एवं कोसी नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगले दो तीन दिनों में गंगा का जलस्तर और बढ़ने
की संभावना जताई जा रही है। हर वर्ष 22 जून से गंगा का जलस्तर बढ़्ना शुरू होता था। पिछले वर्ष जून माह में गंगा का जलस्तर औसत 25 मीटर से भी कम दर्ज किया गया था।
\\Bबाल्मिकी नगर से बराज डिस्चार्ज 4.12 लाख क्यूसेक पानी से भी बढ़ा दबाव\\B
नदियों के जलग्रहण क्षेत्र एवं नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा, कोसी, गंडक, बागमती सहित अन्य सहायक नदियों के जलस्तर पर दबाव बढ़ा। चार दिन पूर्व बाल्मिकी नगर बराज से 4.12 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। जून माह में पिछले 12 वर्ष में पहली बार बाल्मिकी नगर बराज से चार लाख से अधिक क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। सहायक नदियों का पानी गंगा में मिलने के कारण जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि का कारण बताया जा रहा है।
\\Bइनसेट के लिए \\B
पिछले तीन दिनों में गंगा नदी का जलस्तर
19 जून- रामायणपुर में जलस्तर- 24.32 मीटर, वृद्धि 21 सेमी
काढ़ागोला में जलस्तर- 25.82 मीटर, वृद्धि 37 सेमी
20 जून- रामायणपुर में जलस्तर- 24.71 मीटर, वृद्धि 36 सेमी
काढ़ागोला में जलस्तर- 26.56 मीटर, वृद्धि 50 सेमी
21 जून- रामायणपुर में जलसतर- 25.22 मीटर, वृद्धि- 14 सेमी
काढ़ागोला में जलस्तर- 27.25 मीटर, वृद्धि, 13 सेमी
चेतावनी स्तर रामायणुपर में 26.65 मीटर
काढ़ागोला में- 28.96 मीटर
डेंजर लेवल रामायणपुर में- 27.86 मीटर
काढ्ागोला में- 29.87 मीटर
समय पूर्व मॉनसून के प्रवेश करने एवं नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में तेज बारिश होने के कारण जून माह में ही गंगा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की जा रही है। एक दशक बाद गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का यह ट्रेंड देखा जा रहा है। हलांकि बाढ़ के पानी का फैलाव होने की सूचना नहीं है। जलस्तर में हो रही वृद्धि को लेकर विभाग पूरी तरह अलर्ट है। -गोपाल चंद्र मिश्रा, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल