वृद्ध सास को पीटकर कलयुगी बहू ने किया बेघर, भागलपुर पहुंची मानवाधिकार टीम ने लिया एक्शन

बिहार के भागलपुर जिले में एक कलयुगी बहू ने अपनी वृद्ध सास को पीटकर घर से बाहर निकाल दिया। वृद्धा कई दिनों से घर के बाहर बारिश में किसी तरह अपना जीवन यापन कर रही थी। मोहल्ले वालों की पहल पर पहुंची मानवाधिकार की टीम ने एक्शन लिया है।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:53 PM (IST)
वृद्ध सास को पीटकर कलयुगी बहू ने किया बेघर, भागलपुर पहुंची मानवाधिकार टीम ने लिया एक्शन
कलयुगी बहू ने अपनी सास को पीटकर घर से बाहर निकाल दिया था।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी थानाक्षेत्र के न्यू विक्रमशिला कालोनी में कालयुगी बहू ने ज्यादती कर वृद्ध सास को घर से निकाल दिया। मंगलवार को प्रकाश में आए इस मामले में मानवाधिकार की टीम ने दखल देते हुए घर से बाहर कर दी गई सास को उसके अपने घर मे जगह दिला दी। वृद्ध सास बीते छह दिनों से एक जगह पड़ी अपनों को कोसते नहीं थक रही थी। मोहल्ले वालों को उसकी दशा पर तरस आया तो उन्होंने जिले की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण एंड एन्टी करप्सन टीम को सूचना दी। टीम ने त्वरित कार्रवाई के तहत मोहल्ले वासियों की पहल पर वृद्ध महिला तक पहुंच उनका कुशलक्षेम पूछा। उसे घर पहुँचाया।

पेंशन पर बहू जताती थी हक-सास पर करती थी अत्याचार

मामला तिलकामांझी थानाक्षेत्र के हवाई अड्डा स्थित न्यू विक्रमशिला कालोनी का है। एकचारी निवासी 70 वर्षीय वृद्धा स्व. रामकिशुन मंडल की पत्नी महोदरा देवी है जो बीते छह दिनों से बहू और बेटों के घर से निकाले जाने पर दर-दर की ठोकरें खा रही थी। उसने बताया कि उसके पति की मौत 20 वर्ष पूर्व ही हो गई थी। इकलौता बेटा महाराष्ट्र में कमाई करता है। पति के पेंशन की राशि बहू रेखा देवी जबरन छीन लेती है। विरोध करने पर उसकी पिटाई तक की जाती है। बीते छह दिनों से बहू के भगा देने से उसे पिटाई कर घर से निकाल दिया गया है।

बहू को हिदायत देकर छोड़ा गया

मोहल्ले वासियों ने इसकी सूचना जिले के मानवाधिकार की टीम को दी। और टीम की अध्यक्षा अमिता कौशिक ने मामले में संज्ञान लिया। वृद्धा को वृद्धाश्रम में व्यवस्थित करने की पहल की गई। अध्यक्षा ने बताया कि चूंकि वृद्धा के दिवंगत पति खगड़िया जिला के बिजली विभाग में पदस्थापित थे। जिनके मरणोपरांत 10 हजार पेंशन का लाभ भी मिल रहा है। इस वजह से सरकारी तंत्र की बाधाओं ने वृद्धा को आश्रम के लिए रोक लगा दी है।परिवार के लोगों को ही सौंपने की बात कही।

ऐसे दौड़ी भागी आई बहू

मामले की सूचना महिला की बहू रेखा देवी तक भी पहुंची तो वह भी आनन फानन में मौके पर पहुंच गई। चूंकि पेंशन के रुपये हाथ से जाने के भय से उसने मानवाधिकार की टीम को आश्वस्त कराया कि आगे से वह अपनी सास की देखरेख अच्छे से करेगी और शिकायत का कोई मौका तक नहीं देगी। टीम और मोहल्ले वासियों की पहल ने बहू रेखा देवी के लिखित बांड पर वृद्धा को बरारी स्थित कटहलबाड़ी उसके आवास पर पहुंचाया। टीम ने मोहल्ले के लोगों को बहू रेखा देवी की गतिविधियों पर ध्यान रखने का आग्रह किया गया ताकि वृद्धा के साथ बहू कोई अत्याचार ना करे। इस दौरान टीम के सदस्य समरजीत रौशन, शालिनी साह, मनीष राज के अलावा अन्य सदस्य भी शामिल रहे।

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