नर्सिंग स्‍टाफ की कमी से जूझ रहा JMCH, डेपुटेशन पर तैनात सभी 19 कर्मचारी हटाए गए

जेएमसीएच इन दिनों कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। यहां पर डेपुटेशन पर तैनात सभी 19 कर्मियों को हटा दिया गया है। इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके बाद यहां पर कई तरह की परेशानी शुरू...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 04:58 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 04:58 PM (IST)
नर्सिंग स्‍टाफ की कमी से जूझ रहा JMCH, डेपुटेशन पर तैनात सभी 19 कर्मचारी हटाए गए
जेएमसीएच इन दिनों कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है।

जागरण संवाददाता,पूर्णिया। सदर अस्पताल से उत्क्रमित राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में कार्यरत सभी प्रतिनियुक्त कर्मियों की प्रतिनियुक्ति रद्द कर दी गई है। प्रतिनियुक्त 19 नर्सिंग स्टाफ जिसमें 6 जीएनएम और 13 एएनएम की पूर्व स्थान में वापसी कर दी गई है। अस्पताल पहले से ही स्टाफ की कमी से जुझ रहा है ऐसे में अब यहां कर्मियों का संकट और गहरा गया है।

-जीएमसीएच में गहराया नर्सिंग स्टाफ का संकट, 19 स्टाफ की प्रतिनियुक्ति रद्द

- प्रतिनियुक्त 19 एएनएम व जीएनएम की वापसी का सीएस ने दिया निर्देश

- अधीक्षक ने दोबारा स्टाफ को प्रतिनियुक्त करने के लिए लिखा पत्र

- जीएमसीएच में अभी नहीं हुई है नए नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति

राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के अधीक्षक डा. विजय कुमार ने सिविल सर्जन डा. एसके वर्मा को कर्मचारी के वापस प्रतिनियुक्ति करने के लिए पत्र लिखा है। पत्र में उल्लेखित है कि प्रतिनियुक्ति रद्द करने से अस्पताल में मरीजों को उपचार में कठिनाई होगी इसलिए प्रतिनियुक्त कर्मियों के रद्द करने के फैसले को वापस करने की बात कही गई है। ट्रामा सेंटर में कोरोना के संदिग्ध मरीज की भर्ती हो रही है।

वायरल बुखार के मरीज भी वार्ड में भर्ती है। कोरोना तीसरी की आशंका बरकरार है। इस बीच अस्पताल में प्रतिनियुक्त स्टाफ की वापसी से कठिनाई होगी। अधीक्षक ने सीएस को लिखे पत्र के साथ प्रतिनियुक्त कर्मी की सूची भी संलग्न की है और इसकी प्रतिलिपि जिला पदाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त और राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक को प्रेषित किया है।

डा. विजय कुमार ने बताया कि जीएमसीएच में अभी तक एक भी नए स्टाफ की नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में प्रतिनियुक्त स्टाफ की वापसी से विभिन्न वार्ड में रोगियों की देखभाल में दिक्कत होगी। एसएनसीयू, बच्चा वार्ड, ट्रोमा सेंटर आदि विभिन्न वार्ड में उक्त नर्सिंग स्टाफ कार्य कर रहे थे। अभी वायरल, डेंगू और मलेरिया के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ गई है।

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