JLNMCH : अस्पताल जा रहे हैं तो पीने के लिए पानी की व्यवस्था कर लीजिएगा, नहीं तो आपको होगी परेशानी
JLNMCH दवा के बाद अब पानी भी खरीद रहे मरीज। इमरजेंसी सहित अन्य विभागों में नहीं है पीने का पानी। आउटडोर विभाग में आरओ खराब कर्मचारी घर से लाते हैं पानी। अस्पताल में लगातार यह संकट कायम है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अब अस्पताल में दवा के बाद पानी भी मरीज और उनके स्वजनों को खरीदना पड़ रहा है। यह स्थिति है जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) की है। अस्पताल में छह सौ से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। वहीं प्रतिदिन आउटडोर में तकरीबन एक हजार मरीजों का इलाज किया जाता है। आश्चर्य की बात तो यह है कि अस्पताल में पेयजल संकट की जानकारी अस्पताल अधीक्षक तक को नहीं है, जबकि प्रत्येक विभाग में स्वास्थ्य प्रबंधक की ड्यूटी है। अस्पताल परिसर में लगाए गए आरओ से पानी खरीद कर लाते हैं।
कई आरओ खराब
इंडोर हड्डी रोग विभाग में कई माह से आरओ खराब है। अब तो आरओ को भी हटा दिया गया है, केवल पाइप बचा हुआ है। इस विभाग में तकरीबन एक सौ मरीज भर्ती हैं। मरीज के स्वजनों ने कहा कि पानी खरीद कर लाते हैं। यही स्थित गायनी और मेडिसीन विभाग की भी है। इन विभागों में एक सौ से ज्यादा मरीज भर्ती रहते हैं। इमरजेंसी विभाग में भी आरओ खराब है, लेकिन दुरुस्त करने की चिंता किसी को नहीं है। विभाग में प्रतिदिन 40 से ज्यादा गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाता है। पानी की आवश्यकता होने पर स्वजनों को परेशानी उठानी पड़ती है। आउटडोर विभाग का आरओ भी खराब है। प्रतिदिन एक हजार से ज्यादा मरीज इलाज करवाने आते हैं। जिन्हें पानी के लिए परेशान होना पड़ता है।
एक रुपये प्रति बोतल खरीदते हैं पानी
अस्पताल परिसर में आरओ लगाया गया है, जहां पानी लेने वाले मरीजों या उनके स्वजनों की भीड़ लगी रहती है। एक बोतल पानी एक रुपये में बेचा जाता है। हालांकि इसकी जानकारी अधिकांश भर्ती मरीजों को स्वजनों को नहीं रहती।
अस्पताल में आरओ खराब है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। स्वास्थ्य प्रबंधकों से जानकारी ली जाएगी। इसके बाद आरओ की मरम्मत कराई जाएगी। अस्पताल में बेहतर सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। - डॉ. अशोक भगत, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच