JLNMCH में जूनियर डाक्‍टर की करतूत... इलाज कराने पहुंंची महिलाओं से की छेड़खानी, विरोध करने पर हो गए फरर

जेएलएनएमसीएच के जूनियर डाक्‍टर ने मानवता को शर्मशार कर दिया। वहां इलाज कराने पहुंची महिलाओं के साथ उसने छेड़खानी की। जब‍ महिलाओं ने इसका विरोध किया तो आरोपित डाक्‍टर वहां से फरार हो गया। इस दौरान अस्‍पताल में काफी देर तक हंगामा होता रहा।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 13 Aug 2021 10:50 AM (IST) Updated:Fri, 13 Aug 2021 10:50 AM (IST)
JLNMCH में जूनियर डाक्‍टर की करतूत... इलाज कराने पहुंंची महिलाओं से की छेड़खानी, विरोध करने पर हो गए फरर
जेएलएनएमसीएच में जूनियर डाक्‍टर ने महिला मरीज के साथ छेड़खानी की।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जवाहर लाल नेहरू चिकित्‍सा महाविद्यालय अस्‍पताल (JLNMCH) में एकबार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार को आउटडोर के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में जांच व इलाज कराने आईं महिलाओं ने जूनियर डाक्टर पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगा हंगामा किया।

-जूनियर डॉक्टर पर आरोप लगा महिलाओं ने किया हंगामा, विभाग छोड़कर भागे डाक्टर

-स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में जांच कराने आई थीं कई महिलाएं, नहीं पहुंची थीं महिला डाक्टर

महिलाओं का आरोप था कि विभाग में सुबह के 11 बजे तक कोई महिला डाक्टर नहीं थीं, पुरुष डाक्टर ही जांच कर रहे थे। तिलकामांझी की 27 वर्षीय महिला ने बताया कि माहवारी में रुकावट आने पर इलाज कराने आई थी। डाक्टर अंदरुनी अंगों की जांच के बहाने गंदी हरकत करने लगे। किसी तरह वहां से बचकर निकली। इससे पहले और बाद में इलाज के लिए अंदर गईं अन्य तीन-चार बीमार महिलाओं के साथ भी डॉक्टर ने इलाज के बहाने छेड़छाड़ की। विभाग से बाहर निकलने के बाद सभी महिलाओं ने एक-दूसरे को अपनी पीड़ा बताई, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। एक महिला के पुरुष स्वजन वहीं थे। पूछताछ के लिए विभाग के अंदर जाने लगे तो गार्ड ने रोक दिया। इस बीच हंगामा होता देख डाक्टर विभाग छोड़कर चले गए। करीब 11 बजे महिला डाक्टर अर्चना झा आईं। इसके पहले ही हंगामा शांत हो गया था।

स्वजन को मरीज के साथ विभाग के अंदर जाने से रोकने पर हुआ हंगामा

घटना को लेकर अस्पताल के एक स्वास्थ्य कर्मचारी ने बताया कि इलाज कराने आईं महिला मरीज के स्वजन भी विभाग के अंदर जाना चाहते थे, जिन्हें यह कहकर रोक दिया गया कि अंदर पुरुषों को जाना मना है। इस बात को लेकर ही महिलाओं और उनके स्वजनों ने हंगामा किया। गौरतलब है कि आउटडोर विभाग में वरीय डाक्टर कभी समय पर नहीं पहुंचते। इससे पहले जूनियर डाक्टर के हवाले ही आउटडोर विभाग रहता है।

महिलाओं की ओर से इस तरह की लिखित शिकायत नहीं मिली है। फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी। साथ ही महिला चिकित्सक क्यों विलंब से आईं इस बारे में भी जानकारी ली जाएगी। -डा असीम कुमार दास, अस्पताल अधीक्षक।   

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