JLNMCH Bhagalpur : इंजेक्शन से नहीं, ठंड से डर रहे मरीज
जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में फर्श पर हो रहा मरीजों का इलाज। ठंड में कंबल और बेड तक की व्यवस्था नहीं है। यहां के मरीज ठंड में ठिठुरने को विवश हैं। कोई देखने वाला नहीं रात में हो रही ज्यादा फजीहत। शीतलहर के कारण और परेशानी बढ़ी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तीन दिनों से चल रही शीतलहर ने जीना मुहाल कर दिया है। पारा आठ डिग्री से नीचे जाने के बाद लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं, रजाई में दुबके हैं। दूसरी ओर इस कंपकपाती ठंड में सूबे के तीसरे बड़े जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) के मरीज फर्श पर इलाज कराने को विवश हैं। फर्श पर इलाज करा रहे मरीजों को न बेड दिया जा रहा है और न ठंड से बचने के लिए कंबल। दिन तो किसी तरह गुजर जा रहा है, लेकिन रात में काफी फजीहत हो रही है। ऐसे में मरीज घर से चादर मंगाने को मजबूर हैं। मंगलवार की दोपहर इमरजेंसी में जगह नहीं मिलने के कारण एक दर्जन से ज्यादा मरीज गलियारे के फर्श पर लिटे हुए थे। इन मरीजों को कंबल तक नहीं दिया गया है। मरीजों को हो रही परेशानी से दैनिक जागरण रूबरू हुई।
जिनका पहुंच उन्हें कंबल, गरीबों भगवान भरोसे
हैसियत और पहुंच वाले मरीजों को कंबल उपलब्ध आसानी से हो जा रहा है। कुछ लोग घर से भी कंबल मंगवा लेते हैं, लेकिन गरीब मरीज लाचार है। गलियारे में इलाजरत अधेड़ के पास चादर भी उसके पास नहीं था। सोमवार को भर्ती हुआ था। मरीज उॢमला देवी और सुंदरी देवी देवी ने कई बार कंबल की मांग की तो उसे नहीं मिला। महिला मरीज ने बताया कि ठंड से बचाव के लिए कोई कारगर व्यवस्था नहीं है। रात में खिड़की से ठंड हवा आती है। वहीं, गलियारे में सोए एक मरीज के स्वजन ने बताया कि ठिठुरते हुए कट रही है। घर से लाए चादर से ठंड से राहत नहीं मिल रहा है। ऐसे में मरीजों को पूरी रात जागकर काटनी पड़ रही है। किसी तरह मरीज खुद ही कंबल की व्यवस्था करते हैं।
-अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को कंबल दिया जाना है। बेडशीट हर दिन बदलनी है। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। -डॉ. एके भगत, अधीक्षक।
इधर, अस्पताल प्रबंधक का कहना है कि मरीजों को कंबल मुहैया कराया जा रहा है। बेड की कमी के कारण इमरजेंसी के मरीज को गलियारे में भर्ती हो रहे हैें।