Cyber Crime का हब बना बिहार के जमुई का झुंडो गांव, हर रोज लोग हो रहे ठगी के शिकार!

बड़े पैमाने पर Cyber Crime से जुड़ रहे युवा फल-फूल रहा अवैध कारोबार। आधा दर्जन से अधिक लोगों के बैंक खाता पर लगा ब्रेक फंसा लाखों रुपया। जिले में सक्रिय है साइबर क्राइम का गिरोह। बड़े पैमाने पर ग्रामीणों के साथ हो रही ठगी।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 11:45 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 11:45 AM (IST)
Cyber Crime का हब बना बिहार के जमुई का झुंडो गांव, हर रोज लोग हो रहे ठगी के शिकार!
बिहार के जमुई का झुंडो गांव, आए दिन हो रहीं यहां साइबर क्राइम की वारदातें।

अंजुम आलम, जमुई। Cyber Crime: इन दिनों जिले में साइबर ठगों का गिरोह सक्रिय होता जा रहा। भोले-भाले ग्रामीण को साइबर अपराधी अपने मोह-माया के जाल में फंसाकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। ये पड़ोसियों को भी नहीं बख्श रहे हैं। एक माह के अंदर जिले के विभिन्न प्रखंडों में साइबर क्राइम के कई मामले उजागर हुए हैं। इस मामले में कई साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे भी चढ़ा है लेकिन सरगना अब तक पहुंच से दूर है।

बता दें कि जिले में इक्का-दुक्का साइबर अपराध की घटनाएं सामने आती थीं, लेकिन इस बार साइबर अपराध से जुड़ा एक बड़ा मामला जमुई में सामने आया है। खैरा प्रखंड के झुंडो गांव साइबर अपराध का हब बन चुका है। इस गांव में तकरीबन एक दर्जन से अधिक युवा इस इसमें संलिप्त हैं जिसमें अधिकांश युवा एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं।

मामला उजागर उस वक्त हुआ जब झुंडो गांव निवासी बिजुल दास के पुत्र तपस दास से 4 अगस्त को गांव के ही राजकुमार मंडल के पुत्र सूरज मंडल द्वारा जालसाज कर उनके बैंक खाता से फर्जी तरीके से 9 हजार रुपया भेजकर उससे पैसा ले लिया। जब वे पैसा निकालने के लिए बैंक गया तो देखा कि उसका खाते पर होल्ड लगा हुआ है। जिसमें उनका भी रखा 1,02,566 रुपया फंस गया। पीड़ित द्वारा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया और एसडीपीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार भी लगाई गई है।

प्रयागराज की पुलिस ने गिरोह के एक सक्रिय सदस्य को किया था गिरफ्तार

एक वर्ष पूर्व साइबर अपराध के मामले में यूपी के प्रयागराज की पुलिस ने झुंडो गांव में छापेमारी कर रूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। उस वक्त गिरोह अन्य सदस्य फरार हो गए थे। गिरफ्तार रूपेश ने प्रयागराज पुलिस को गिरोह के कई सदस्यों का नाम बताया था जिसमें गांव के ही गणेश मंडल उर्फ पोचा, विकास मंडल उर्फ कारू, राजेश कुमार, भुना मांझी, बलवंत मंडल, सूरज मंडल, मिथुन मंडल, अमित मंडल, सुमित ङ्क्षसह, श्रवण कुमार का नाम आया था। उस वक्त गिरोह का सरगना गणेश मंडल उर्फ पोचा बताया गया था जिसका पाकिस्तान से भी कनेक्शन होने की बात सामने आई थी।

साइबर क्राइम पर पुलिस भी अंकुश लगाने में असफल

जिले में बढ़ते साइबर अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस भी असफल साबित हो रही है। या यूं कहें कि इसे रोकने के लिए पुलिस की के पास कोई रणनीति नहीं है। पुलिस की कार्रवाई नहीं होने की वजह से साइबर अपराधियों का मन बढ़ा हुआ है।

केस स्टडी एक:  एक ही परिवार के तीन सदस्यों का खाता हुआ होल्ड, चेक हुआ बाउंस

झुंडो गांव निवासी गणेश मंडल द्वारा मांगोबंदर स्थित झटपट स्टूडियो को ठगी का शिकार बनाया। पहले कई महीनों तक उनके घर के तीन सदस्यों के बैंक खाता से हजारों रुपये की निकासी फर्जी तरीके से पैसा मंगवा कर किया, फिर एक फर्जी चेक देकर भी तकरीबन 25 हजार रुपया लेकर फरार हो गया। उसके बाद एक ही परिवार के किशोरी शर्मा, उनकी पत्नी मीणा देवी और पोती मुस्कान शर्मा का बैंक खाते पर होल्ड लग गया। जिसमें उन लोगों का भी लगभग दो लाख रुपया फंसा है।

केस स्टडी दो: पंचायत के तहत पैसा लौटाने की हुई थी बात

तकरीबन दो माह पहले झुंडो गांव निवासी बबलू से भी सूरज और कारू ने 20 हजार रुपया लिया और उसके खाता पर फर्जी तरीके से 20 हजार रुपया मंगवा लिया लेकिन खाता पर पैसा पहुंचते ही उनका खाते पर होल्ड लग गया। इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई। पुलिस को सूचना नहीं देने की बात पर कुछ दिन में पैसा लौटाने की बात कही गई थी लेकिन दो माह बीतने के बावजूद पैसा नहीं दिया गया। तब बबलू ने एसडीपीओ के पास शिकायत की।

केस स्टडी तीन: बेटे के करतूत की वजह से पिता को लौटानी पड़ा था पैसा

सोनो स्थित एक प्रेम इलेक्ट्रॉनिक दुकानदार के भाई को भी सूरज मंडल और गणेश मंडल ने 45 हजार रुपये का चूना लगाया। उसके बाद ठगी का शिकार युवक करीब एक दर्जन लोगों के साथ पैसा लेने के लिए सूरज के घर पर पहुंचा तो सूरज के पिता राजकुमार मंडल द्वारा 20 हजार रुपया वापस किया गया। फिलहाल 25 हजार रुपया अभी भी बाकी है।

केस स्टडी चार: पंचायत के बाद भी नहीं खुला खाता

झुंडो गांव निवासी श्रवण मंडल जो सीएसपी संचालक है। उसे एक वर्ष पूर्व राजीव नाम के युवक ने 10 हजार रुपया खाते में जमा करने के लिए दिया था। 10 हजार लेकर श्रवण फर्जी किसी दूसरे के खाते से पैसा राजीव पर भेज दिया और खाता होल्ड हो गया जो अबतक बंद है। कई बार पंचायत में श्रवण ने पैसा लौटाने की भी बात कही थी।

'पीड़ित द्वारा आवेदन दिया गया है। प्रथम दृष्टया तो मामला सत्य प्रतीत होता है। अनुसंधान किया जा रहा है। साइबर क्राइम के गिरोह का जल्द ही पर्दाफाश कर लिया जाएगा। इस मामले में संलिप्त कोई भी लोग बख्शे नहीं जाएंगे।'- डा राकेश कुमार, एसडीपीओ जमुई।

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