जमुई पंचायत चुनाव 2021: ससुर की विरासत संभालने उतरी पूर्व जिप अध्यक्षा, रोचक है यहां की कहानी

जमुई पंचायत चुनाव 2021 इस्लामनगर अलीगंज प्रखंड में कोदवरिया तथा पुरसंडा पंचायत में चुनाव की कई रोचक कहानी है। यहां ससुर की विरासत संभालने मुखिया पद के लिए चुनाव में पूर्व जिला परिषद अध्यक्षा रूणा देवी मैदान में उतरी हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 09:11 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 09:11 AM (IST)
जमुई पंचायत चुनाव 2021: ससुर की विरासत संभालने उतरी पूर्व जिप अध्यक्षा, रोचक है यहां की कहानी
रूणा देवी मुखिया पद के लिए प्रत्‍याशी हैं।

संवाद सूत्र, जमुई। इस्लामनगर अलीगंज प्रखंड में मुखिया पद के लिए कोदवरिया तथा पुरसंडा पंचायत दिग्गजों के मैदान में आ जाने के कारण चर्चित हो गया है। कोदवरिया पंचायत से ससुर की विरासत संभालने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रूणा देवी मुखिया पद के लिए मैदान में उतरी हैं। जबकि पुरसंडा पंचायत में पूर्व प्रमुख सावित्री देवी को दो-दो चचेरी बहुओं से चुनौती मिल रही है। 2006 तक कोदवरिया पंचायत में ससुर फौजदारी यादव मुखिया हुआ करते थे। रुणा देवी लंबे अरसे बाद 2001 में हुए पंचायत चुनाव में अलीगंज पूर्वी से जिला पार्षद चुनी गई थी। इसके पश्चात पांच वर्षों तक जमुई जिला परिषद की अध्यक्ष की कुर्सी संभालने का सौभाग्य मिला था।

इधर पुरसंडा पंचायत से अलीगंज प्रखंड की पूर्व प्रमुख तथा पूर्व मंत्री राजबल्लभ यादव की बहन सावित्री देवी मुखिया चुनाव में दो चचेरी बहूओं का सामना कर रही है। इस पंचायत से मुखिया पद की लड़ाई का एक और रोचक पहलू यह है कि चचेरी सास से दो-दो हाथ करने के लिए दोनों गोतनी एक साथ मैदान में उतर पड़ी है। अब इस लड़ाई में सास की जीत होती है या फिर दोनों बहुओं में से किसी एक को पंचायत की चाबी मिलती है, यह तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा। यहां बता दें कि पुरसंडा पंचायत में पूर्व जिला पार्षद पुकारी यादव के दो भाइयों मिथिलेश यादव तथा विमलेश कुमार की धर्मपत्नी उनकी सहोदर चाची सावित्री देवी के सामने खड़ी हैं।

हालांकि इस परिवार में सत्ता संघर्ष में आमने सामने होने की कोई नई कहानी नहीं है। इधर सदर प्रखंड अंतर्गत जिला परिषद क्षेत्र संख्या चार में दो सहोदर भाई भी आमने सामने हैं। यहां पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष राजेंद्र यादव के पुत्र राहुल कुमार और रघुराज प्रताप एक ही क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। कहा तो जाता है कि रघुराज प्रताप को डमी कैंडिडेट के रूप में खड़ा किया गया है लेकिन विरोधी इसे भाई भाई के बीच लड़ाई का नाम देने में जुटे हैं।

अलीगंज में थम गया प्रचार का शोर, प्रत्याशी चले डोर टू डोर

द्वितीय चरण के पंचायत चुनाव को लेकर अलीगंज में प्रचार का शोर सोमवार की शाम थम गया। अब प्रत्याशी डोर टू डोर जा कर रुठे मतदाताओं के गिले शिकवे दूर करने में जुट गए हैं। वोट ध्रुवीकरण तथा समर्थन को वोट में तब्दील करने के इस वक्त को हर कोई अपने तरीके से अपने पाले में करने में लगा है। यहां के 13 पंचायतों में बुधवार को वोट डाले जाएंगे। इसको लेकर प्रशासनिक तैयारी भी अंतिम चरण में है। जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने अलीगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित ईवीएम कमिश्निंग स्थल का जायजा लिया। साथ ही संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। उन्होंने निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने को लेकर अधिकारियों को विशेष हिदायत दी है। यहां बता दें कि अलीगंज प्रखंड के 13 पंचायतों में 182 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 172 वार्ड में 98997 मतदाता 1181 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम तथा मत पेटी में बंद कर देंगे।

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