जैन मंदिर भागलपुर: दशलक्षण महापर्व में ब्रह्मचारी विकास जी का हुआ प्रवचन, बोले-सादगी सदा देती है ताजगी

Jain Temple Bhagalpur श्रीचंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में दशलक्षण महापर्व के तीसरे दिन उत्तम आर्जव धर्म की पूजा हुई। इस अवसर पर ब्रह्मचारी विकास जी का प्रवचन हुआ। कहा क‍ि अच्छा दिखना मायाचारी है पर अच्छा होना कल्याणकारी। साथ ही उन्‍होंने सागदी से जीवन जीने की सलाह दी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 11:55 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 11:55 AM (IST)
जैन मंदिर भागलपुर: दशलक्षण महापर्व में ब्रह्मचारी विकास जी का हुआ प्रवचन, बोले-सादगी सदा देती है ताजगी
अच्छा दिखना मायाचारी है पर अच्छा होना कल्याणकारी।

संवाद सूत्र, नाथनगर (भागलपुर)। श्रीचंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में चल रहे दशलक्षण महापर्व के तीसरे दिन उत्तम आर्जव धर्म की पूजा उपासना पूरी निष्ठा एवं आस्था के साथ की गई। इस अवसर पर जैन धर्म के 7वें तीर्थंकर भगवान पाश्र्वनाथ का गर्भ कल्याणक महोत्सव श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया गया। श्रद्धालुओं द्वारा पंच बालयती जिनालय में भगवान वासुपूज्य, मल्लीनाथ, पाश्र्वनाथ, नेमिनाथ एवं महावीर स्वामी की खडगाशन प्रतिमाओं की विधिवत पूजा अर्चना की गई।

मध्य प्रदेश से पधारे ब्रह्मचारी विकास जी ने कहा कि सरलता का भाव ही आर्जव धर्म है। झूठे का कोई विश्वास नहीं करता। जो छल करता है वह हमेशा च‍िंंतित रहता है। जीवन में छल रहित आचरण का अभ्यास करना उत्तम आर्जव है। जीवन में सादगी सदा ताजगी देती है। सही समझ ही समाधान देती है। अच्छा दिखने से ज्यादा जरूरी है अच्छा होना। अच्छा दिखना मायाचारी है पर अच्छा होना कल्याणकारी।

सर्वोत्तम कार्य तो एक ही है और वह परोपकार है। शुभ कार्य के फल में देर हो सकती है पर अंधेर नहीं। दूसरों का बुरा करने में लगना अपना बहुमूल्य समय और शांति खोना है। इस अवसर पर सिद्ध क्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने आगत श्रद्धालु अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा सार्थक जीवन के लिए आर्जव धर्म का पालन करना चाहिए ।विश्वासघात से बढ़कर कोई पाप नहीं। कल उत्तम शौच धर्म की पूजा आराधना की जाएगी

कोतवाली चौक स्थित जैन मंदिर में उत्तम आर्जव धर्म की पूजा अर्चना की गई ।सज्जन विनायका ने भजन प्रस्तुत किए। विश्वकल्याण हेतु शांति धारा राकेश जैन, दिल्ली ने अर्पित किया। इस अवसर पर श्री श्री चंद पाटनी, जयकुमार काला, पवन बडज़ात्या, अशोक पहाडिय़ा, उत्तम पाटनी, अमित बडज़ात्या, सरोज जैजानी, अजय जैन, शत्रुघ्न जैन आदि उपस्थित थे।

भागवत कथा के श्रवण से मानव जाति का होता है कल्याण

नवगछिया के गोपालपुर प्रखंड के डिमाहा गांव के काली मंदिर परिसर में आयोजित भागवत कथा में हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर भगवान दास शास्त्री जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से मानव जाति का कल्याण होता है। महाराज के नेतृत्व में संतों व कथावाचकों की टीम पिछले चार दिनों से ग्रामीणों के बीच भक्ति की गंगा बहा रही है। श्रीमद् भागवत कथा महायज्ञ के पावन अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी भगवान दास जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य जाति को जीवन जीने की कला बताती है। भागवत कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य के सारे दु:खों का अंत होता है। जीवन को सुखमय तरीके से जीने के लिए भागवत कथा का श्रवण अनिवार्य है। भक्तों के बस में भगवान रहते हैं। भागवत कथा एक ऐसी कथा है, जिसके श्रवण से मृत्यु पर भी मनुष्य विजय प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि जीव-जंतुओं की हत्या व किसी भी प्राणी पर अत्याचार मनुष्य के नहीं करना चाहिए। यही भागवत कथा का सार है। स्वामी जी ने कहा कि राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए।

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