बाहुबलियों के लाए जाने पर सख्त हुई जेलों की सुरक्षा

निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अपराध प्रभावित जिलों के जेलों से दर्जनों बंदियों को भागलपुर लाए जाने के बाद जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 08:42 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:42 AM (IST)
बाहुबलियों के लाए जाने पर सख्त हुई जेलों की सुरक्षा
बाहुबलियों के लाए जाने पर सख्त हुई जेलों की सुरक्षा

भागलपुर। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अपराध प्रभावित जिलों के जेलों से दर्जनों बंदियों को भागलपुर लाए जाने के बाद जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां के शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा और विशेष केंद्रीय कारा में आरा, छपरा, मुजफ्फरपुर, पटना, सहरसा, खगड़िया, पूर्णिया से दर्जनों बंदियों को भागलपुर जेल लाया गया है। इनमें कुख्यात छोटे सिंह, सिंटू सिंह, मंटू सिंह, खुर्शीद मियां, मिथिलेश सिंह समेत दर्जनों बंदी शामिल हैं।

सहरसा जेल से भागलपुर लाए जाने वाले बंदियों में डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में उम्र कैद काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन भी शामिल हैं। इन बंदियों के यहां लाए जाने के बाद से जेल की आंतरिक सुरक्षा जेल अधीक्षक संजय कुमार चौधरी, मनोज कुमार ने और सख्त कर दी है। डीएम-एसपी की अनुशंसा पर तीन माह के प्रशासनिक आदेश पर यहां की जेलों में खतरनाक बंदी भेजे जाने लगे है।

अति सुरक्षा कक्ष में रखे गए

जेल प्रशासन ने प्रशासनिक आदेश पर लाए गए बंदियों को कड़ी सुरक्षा जांच के बाद अति सुरक्षा कक्ष में रखा गया है। उन्हें पहले से बंद बंदियों से अलग रखे जाने की बात कही गई है। पहले से जेल में मौजूद बंदियों से उन्हें मिलने से वंचित रखा गया है ताकि किसी तरह के बवाल से बचा जा सके।

कक्षपाल और वार्डन रख रहे बंदियों की गतिविधियों पर पैनी नजर

जेल के अंदर कैदी वार्डो की सुरक्षा के लिए पहले से तैनात जेल कक्षपालों को इधर से उधर करते हुए सुरक्षा कारणों से अतिरिक्त सिपाहियों की तैनाती की गई है। दूसरे जिलों से लाए गए इन बंदियों की गतिविधियों पर विशेष नजर रखने के लिए कारा प्रशासन की ओर से अतिरिक्त तैनाती की गई है, ताकि आंतरिक सुरक्षा में किसी तरह की खलल ना डाल सके।

अभी अन्य जेलों से और भी बंदियों को प्रशासनिक आदेश पर भेजे जाने की संभावना जताई जा रही है। उन बंदियों में पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर के बाहुबली और सफेदपोश शामिल हैं।

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