Horrific Bhagalpur Fire : मामूली सहायता से कैसे मिटेगी भूख; भोजन, वस्‍त्र और आवास कुछ भी तो नहीं है

Horrific Bhagalpur Fire बीडीओ व सीओ घटना के दूसरे दिन पहुंचे दियारा राहत सामग्री का वितरण किया। अग्निकांड के बाद पीड़ित परिवार को कराया गया भोजन मुहैया। कसमाबाद के चार सो से ज्‍यादा घर जल गए हैं।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 05:03 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 05:03 PM (IST)
Horrific Bhagalpur Fire : मामूली सहायता से कैसे मिटेगी भूख; भोजन, वस्‍त्र और आवास कुछ भी तो नहीं है
डीएम खुद अधिकारी को राहत के लिए दे रहे दिशा निर्देश

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Horrific Bhagalpur Fire : नारायणपुर प्रखण्ड के कसमाबाद गांव में मंगलवार को हुए भीषण अग्निकांड के बाद डीएम के निर्देश पर नारायणपुर के सीओ अजय कुमार सरकार व बीडीओ हरिमोहन कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर अग्नि पीड़ितों का हाल चाल जाना। साथ ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिया। अग्निकांड में घर से बेघर हुए परिवार को सीओ ने तत्काल रहने के लिए पलास्टिक सहित अन्य सामग्री मुहैया कराया। बैकुण्ठपुर दुधेला के मुखिया अरबिंद मंडल ने बताया कि कसमाबाद के 235 परिवारों का घर जलने के आकलन अंचल से किया गया है। जिसे नारायणपुर अंचल से सूखा राशन का वितरण किया गया है।साथ ही अग्नि पीड़ितों को खाने पीने के लिए भोजन बनाया जा रहा है। पीड़ित राहत शिविर में आकर भोजन करेंगे। आग लगने ले बाद गांव में अंधेरा हो गया था। जिसके बाद गांव में जरनेटर की वयवस्था की गई है। साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा अधिकारी से मिलकर लाभ दिलाने का प्रयास में लगे हुए है। बुधवार की देर शाम डीएम के निर्देश पर नारायणपुर सीओ अजय सरकार बीडीओ के साथ कसमाबाद गांव पहुँचे। जहाँ सीओ व बीडीओ द्वारा मुखिया के नेतृत्व में पीड़ित परिवार को आपदा के तहत फिलहाल तीन हजार रुपये नगद व एक कंबल का वितरण किया गया। ताकि पीड़ित परिवार ठंड से बच सके।देर शाम तक राहत वितरण का कार्य चल रहा था।

घटना के दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग ने लगाया मेडिकल कैंप

कसमाबाद गांव में अगलगी घटना के दूसरे दिन मेडिकल कैंप लगाकर लोगों के बीच दवाई व चिकित्सा संबंधित अन्य चीजें मुहैया कराई। गांव में अगलगी की चपेट में आने से कई लोग आंशिक रूप से झुलसे हैं, जो उपचार के इंतजार में हैं। भागने और आग से बचने के चक्कर में भी कई लोग जख्मी हुए हैं। खुले आसमान के नीचे रह रहे लोग बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द से पीड़ित हैं और भीषण गरमी के कारण मौसम जनित बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। नारायणपुर पीएचसी प्रभारी डॉ संजय कुमार अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुच आग से नुकसान पहुचे लोगों की जांच की। जिसके बाद पीड़ितों के बीच दवाई आदि का वितरण किया। डॉ संजय कुमार ने बताया कि सभी लोगों को राहत किट सहित दवाइयां उपलब्ध कराया जा रहा है।

अग्नि पीड़ितों के बीच बांटा गया प्लास्टिक सीट व सूखा राशन

पीड़ितों की सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है। गांव में विद्युत आपूर्ति भी ठप है। प्रशासन द्वारा पीड़ितों के बीच राहत व बचाव के लिए नाम पर भोजन का प्रबंध किया गया है और सिर छुपाने के लिए प्लास्टिक सीट दिया गया है। लेकिन सभी पीड़ित परिवारों को नहीं मिला है। गांव के मुखिया अरविंद मंडल ने भी कई लोगों की सूची तैयार कर उनके बीच खाने पीने की सामग्री का वितरण किया। वही आसपास 15 से 20 सेविका दीदी द्वारा भी अग्नि पीड़ितों के बीच जाकर उनसे हाल चाल पूछा एवं मदद के लिए आगे आते हुए चूड़ा गुड़ बिस्किट दूध आदि का वितरण किया।

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