भागलपुर में गंगा की तलहटी से मिट्टी का हो रहा अवैध खनन, गांव के अस्तित्व पर खतरा
जिले के सबौर प्रखंड अंतर्गत फरका से लेकर शंकरपुर तक गंगा किनारे से मिट़टी का अवैध खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है। जिससे गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। पर इस दिशा में न तो पुलिस की नजर है और न खनन विभाग की।
भागलपुर, जेएनएन। गंगा की तीव्र धारा से बरसों से कटाव का सितम झेल रहे गंगा किनारे बसे लोग का जीविका से जुड़ा खेती योग्य जमीन आशियाना , पशु शेड ,कहरा सिखाने वाला सरकारी स्कूल गंगा की गोद में अपना वजूद मीटाते जा रहा है। कटाव रोधी कोई ठोस पहल सरकारी स्तर पर नहीं हो सका है।
वहीं दूसरी ओर गंगा की तलहटी में गांव के किनारे आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर मिट्टी खनन माफिया अवैध रूप से मिट्टी की कटाई में लगे हैं जिससे गंगा का किनारा और भी कमजोर होता जा रहा है और नजदीक के गांव गंगा में समा जाने की स्थिति बन रही है।अवैध ढंग से मिट्टी की ढूलाई भी लगातार हो रही है खनन विभाग से लेकर पुलिस प्रशासन तक मुख दर्शक बन अवैध कारोबार की सहमति दे रहे हैं।
ग्रामीण सूत्रों की माने तो ममलखा, शंकरपुर और फरका आदि गांव में मिट्टी की अवैध खनन आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर हो रही है। इस अवैध व्यवस्था में दबंग लोग लगे हैं, जिससे ग्रामीण भय से कुछ नहीं बोल पाते हैं और ना ही कहीं आवेदन देकर विरोध ही दर्ज करा पा रहे हैं जबकि कटाव के कारण गांव का वजूद ही संकट में है।
अवैध खनन पर लगनी चाहिए लगाम
सबौर प्रखंड के प्रमुख अभय कुमार कहते हैं कि अधिकारियों को कहते कहते थक गया हूं। कमीशन खोरी की जड़ इतनी मजबूत है की कोई नहीं सुनता है। गंगा किनारे हो रहे अवैध खनन पर लगाम लगनी ही चाहिए ।नहीं तो आने वाले समय में कई गांव गंगा में समा जाएगा ।गांव का वजूद मिट जाएगा। उन्होंने कहा कि उधर ओवरलोड ट्रकों की रफ्तार दिनोंदिन बढ़ती जा रही है ।जिससे सबौर वासियों का जीना मुश्किल हो गया है ।अधिक वजन के कारण रोड खराब हो रहा है ।जगह-जगह गाड़ियां खराब हो रही है और जाम लग रहा है।
क्या कहते है खनन पदाधिकारी
जिला खनन पदाधिकारी सर्वेश कुमार ने कहा कि बहुत जल्द छापामारी किया जाएगा और अवैध खनन पर लगाम लगेगा।