बीमारियों पर पतंजलि के साथ मिलकर शोध करेगा IIIT Bhagalpur, स्वामी रामदेव से मिले निदेशक

IIIT Bhagalpur के निदेशक ने पतंजलि योग पीठ के स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) से मुलाकात की। इस मुलाकात में इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। दोनों संस्थानों के बीच करार होगा। करार के मुताबिक अब बीमारियों पर पतंजलि और ट्रिपल आईटी मिलकर शोध करेंगे। इसपर सहमति बनेगी।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:42 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:42 PM (IST)
बीमारियों पर पतंजलि के साथ मिलकर शोध करेगा IIIT Bhagalpur, स्वामी रामदेव से मिले निदेशक
हरिद्वार में पतंजलि योग पीठ के स्वामी बाबा रामदेव से मुलाकात करते ट्रिपल आईटी के निदेशक

जागरण संवाददाता, भागलपुर। ट्रिपल आइटी (IIIT Bhagalpur) और पतंजलि योग पीठ (Patanjali Ayurved) मिलकर मानव में विभिन्न रोगों का पता लगाने के लिए शोध करेंगे। इसके लिए जल्द ही दोनों संस्थानों के बीच विभिन्न मुद्दों पर करार होगा। इस बाबत ट्रिपल आइटी के निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने हरिद्वार में योग गुरू बाबा रामदेव (Swami Ramdev) से मुलाकात की थी। निदेशक ने स्वामी रामदेव को कोरेाना का पता लगाने के लिए एक्सरे और सीटी स्कैन के प्रयोग से विकसित साफ्टवेयर के बारे में विस्तार से बताया।

ट्रिपल आइटी के पीआरओ डा. धीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि इस साफ्टवेयर के बारे में जानने के बाद बाबा रामदेव ने निदेशक को पतंजलि योग पीठ अनुसंधान प्रयोगशाला बुलाया। जहां निदेशक ने प्रयोगशाला के उपाध्यक्ष डा. अनुराग वाशनदेव से मुलाकात की। प्रयोग के लिए उपलब्ध संसाधनों का प्रदर्शन भी किया गया। साथ ही ट्रिपल आइटी के डा. संदीप राज ने कोरोना का पता लगाने वाले साफ्टवेयर का प्रदर्शन किया। साफ्टवेयर के काम को देख बाबा रामदेव काफी प्रभावित हुए। इस प्रदर्शन के बाद रामदेव ने समझौता का प्रस्ताव रखा। इसके बाद संबंधित साफ्टवेयर को प्रयोगशाला में निशुल्क लगाया गया।

योग पीठ अनुसंधान में बैठक के बाद वहां के शोधार्थियों ने मानव में आयुर्वेद शरीर के अनुसार बीमारियों का पता लगाने वाले साफ्टवेयर पर शोध का आग्रह किया। शोधार्थियों ने कहा कि आयुर्वेद शरीर के अनुसार वात, पित्त और कल्प से बीमारियां होती है। जिसे आयुर्वेद के चिकित्सक रोगी के शरीर का आकार और चेहरे को देखकर भविष्यवाणी से बीमारियों का पता लगाते हैं। प्रयोगशाला में कहा गया कि इस तरह के साफ्टवेयर को विकसित करने के लिए पतंजलि ट्रिपल आइटी को हर संभव मदद करेगी। इस संबंध में दोनों संस्थानों के बीच समझौते के बाद कार्य शुरू होगा।

निदेशक ने बताया कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी। उन्हें निदेशक ने बताया है कि आइसीएमआर की कमेटी ने कोविड के साफ्टवेयर को अपनी सहमति दी है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इस साफ्टवेयर को विधिवत तरीके से लांच किया जाएगा। जल्द ही इसकी तिथि दी जाएगी।

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