दहेज नहीं मिलने पर पहले कराई भ्रूण हत्या फिर वीडियो कॉल कर पत्नी को दिया तीन तलाक
भागलपुर में ट्रिपल तालाक का मामला सामने आया है। कहलगांव की महिला को उसके पति ने दहेज नहीं मिलने पर तालाक दे दिया। इस मामले में वह केस दर्ज कराने के लिए थाने का चक्कर लगाती रही अंत में वह एसएसपी के पास पहुंची।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। दहेज लोलुप मोइन अंसारी ने कहलगांव की रहने वाली पत्नी को दहेज ना मिलने पर मोबाइल से वीडियो कॉल कर तीन तलाक दे दिया है। पति समेत ससुराल वालों की हरकतों से आजिज पीडि़ता अपने भाई के साथ बुधवार को एसएसपी निताशा गुडिय़ा से मिलकर तीन तलाक दिए जाने की शिकायत की। यह भी कहा कि कहलगांव और एनटीपीसी थानाध्यक्ष ने मामले में अबतक कोई कार्रवाई नहीं की।
तीन तलाक देने वाले पति मोइन अंसारी और ससुराल वालों के विरुद्ध केस तक दर्ज नहीं की। पीडि़त महिला ने बताया कि पति समेत ससुराल वालों के दहेज लोलुपता की शिकायत पूर्व में एसएसपी आशीष भारती से भी की थी।लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब डीआइजी सुजीत कुमार ने तत्कालीन एसएसपी भारती को मामले में कार्रवाई को निर्देश दिया था। लेकिन मामला तब दब गया था। एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने फरियाद सुनने के बाद मामले में जांच का निर्देश दे दिया है। जांच में सत्यता सामने आने पर आगे की विधिसम्मत कार्रवाई को कहा है। एसएसपी ने पीडि़ता को महिला थानाध्यक्ष के पास आगे की कार्रवाई को भेज दिया है। मामले में महिला जांच की कवायद शुरू हो गई है।
पीडि़ता बीते 2 माह से थाने के चक्कर लगाकर थक चुकी है। कोई सुनवाई ना देख बुधवार को भागलपुर की सीनियर एसपी निताशा गुडिय़ा के कार्यालय पहुंची थी। पीडि़ता और उसके भाई ने बताया कि मोइन अंसारी और स्वजनों के खिलाफ शिकायत की। चार नवंबर 2017 को उसने मोइन अंसारी से शादी की थी। पिता ने जितना बन सका उतना रुपया और सामान भी दिया । लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही उसके पति मोइन अंसारी,ससुर और सास सहित ससुराल के अन्य लोग दहेज के लिए प्रताडि़त करने लगे। दहेज की मांग पूरी ना होने पर उसके साथ मारपीट करते थे। मारपीट के दौरान ही उसके गर्भ में पल रहा तीन माह का गर्भ भी गिरवा दिया गया था। ससुराल वालों से तंग आकर कई माह पहले मामा के घर रह रही थी । लेकिन दहेज की मांग लगातार जारी नहीं आखिर में दो माह पहले एक दिन फोन कर वीडियो कॉङ्क्षलग करते हुए मोइन अंसारी ने पत्नी को तलाक दे दिया। तबसे वह दो महीने से कहलगांव थाने का चक्कर काट रही थी। पीडि़त के साथ आई उसकी मां ने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ थाने का चक्कर लगाकर जब थक गई तो बेटी को वरीय पुलिस याद अधीक्षक से न्याय मांगने पहुची थी।