कब तक जिंदगी से खेलता रहेगा मुंगेर-भागलपुर एनएच-80? ईंट वाली सड़क पर हो रहे आए दिन हादसे

मुंगेर-भागलपुर एनएच-80 पर बरियारपुर हटिया से लेकर कुमारपुर तक की सड़क की मरम्मती नहीं की गई है। प्रशासन लेकर मंत्री और एनएच के पदाधिकारियों को लिखित आवेदन दिया गया। बावजूद इसके किसी प्रकार की पहल नहीं हुई है। आए दिन यहां हादसे हो रहे हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:43 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:43 PM (IST)
कब तक जिंदगी से खेलता रहेगा मुंगेर-भागलपुर एनएच-80? ईंट वाली सड़क पर हो रहे आए दिन हादसे
कब दुरुस्त होगी मुंगेर-भागलपुर एनएच की सड़क?

संजीव कुमार, बरियारपुर (मुंगेर)। मुंगेर-भागलपुर एनएच-80 पर बरियारपुर हटिया से लेकर कुमारपुर तक लगभग एक किलोमीटर बनी ईंट की सड़क का कायाकल्प अभी तक नहीं हो सका है। इससे पैदल चलने वालों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । बरसात में पूरी सड़क डूबी रहती है।इससे लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है। ईंट को उखाड़कर पीसीसी ढलाई करने के लिए स्थानीय लोगों के साथ साथ प्रखंड के राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने सांसद, मंत्री व पदाधिकारियों को लिखित आवेदन देते हुए मौखिक रुप से भी कहा। लेकिन, आश्वासन छोड़कर कुछ भी नहीं मिला। लोगों को घुटने भर पानी में बरसात में सड़क पर चलना पड़ता है।

एनएच बनने के 15 वर्ष बाद भी ईट की सड़क को उखाड़ कर पक्की नहीं किया जा सकी है। सड़क के दोनों ओर घरों की ऊंचाई के चलते पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़क पर पानी जमा रहता है। इसके अलावा घरों का पानी भी सड़क पर ही बहता है। जिससे सालों पर सड़क पर पानी जमा रहता है। दो वर्ष पूर्व लगभग 100 फीट सड़क को पीसीसी ढलाई की गई, लेकिन पानी निकासी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण पीसीसी सड़क के अगल-बगल गड्ढे बनने शुरू हो गए हैं जिससे सड़क खराब हो रही है।

1980 में बनी थी पहली बार सड़क

हटिया से लेकर कुमारपुर तक 1980 में पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से ईट की सड़क बनाई थी,  जिससे कि सड़क खराब नहीं हो ।ईट बिछाने के बाद एक बार ईंट को उखाड़ कर फिर से बिछाया गया था। लेकिन, एनएच की घोषणा होने के बाद हटिया से लेकर कुमारपुर तक ईंट की सड़क को कालीकरण करने से छोड़ दिया गया।

-15 वर्ष बाद भी ईंट की सड़क को नहीं किया गया दुरुस्त -02 वर्ष पहले सौ फीट की गई थी पीसीसी ढलाई -05 वर्ष में एक दर्जन लोगों की हो चुकी है मौत -1980 में पीडब्ल्यूडी विभाग ने बनाई थी सड़क

आए दिन हादसा, कई की चली गई जान

ईंट पर फिसलन होने के कारण बाइक दुर्घटनाएं भी खूब हो रही है। पांच वर्षों में एक दर्जन के लगभग लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन, प्रशासन की ओर से नई सड़क बनाने का प्रयास नहीं किया गया है। ईंट की सड़क को पीसीसी ढलाई के लिए तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त पंकज पाल ने स्टीमेट बनबाकर विभाग को भी सौंपा था। स्थानीय लोगों तथा जदयू नेताओं ने सांसद राजीव रंजन ङ्क्षसह उर्फ ललन ङ्क्षसह से सड़क के निर्माण की गुहार लगाई थी। प्रखंड के कौशल कुमार बृजेश कुमार अनिल कुमार सहित अन्य का कहना है कि सरकार तथा जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। जबकि इस सड़क से जिले के वरीय पदाधिकारी तथा बिहार सरकार के मंत्री गुजरते हैं । लेकिन इस सड़क पर किसी की नजर नहीं पड़ती है। लोग आखिर इस सड़क के पीसीसी ढलाई के लिए किसके पास जाएं।

'सड़क को चौड़ीकरण होना है। इसकी निविदा निकल गई है। इस कारण ईंट को नहीं हटाया जा रहा है। जल्द ही यहां काम शुरू होने की उम्मीद है।' -पंकज कुमार, सहायक अभियंता, एनएच।

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