हाई गजब! बिहार पंचायत चुनाव ने लगन से पहले बजा दी शहनाई, किसी ने रचाई दूसरी शादी तो किसी ने किया चट मंगनी पट ब्याह
बिहार पंचायत चुनाव के गजब के रंग देखने को मिल रहे हैं। चुनाव के दरम्यान नामांकन से पहले कई जगह शादी की शहनाई बजी या बज रही हैं। 11 चरणों में होने वाले बिहारभर में पंचायत चुनाव के अलग-अलग पदों के लिए क्या कुछ नहीं किया जा रहा है...
राहुल कुमार, जागरण संवाददाता, बांका। बिहार पंचायत चुनाव: स्टार भारत के चर्चित सीरियल निमकी मुखिया की कहानी अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। पंचायत की सरकार पर कब्जा जमाने के लिए पहले भी कई सियासतदारों ने शादियां की है। इसकी कई शादियां दूसरी जातियों में भी हुई। बांका में पंचायत चुनाव ने भी बिन मौसम और लगन शादी की शहनाई तेज कर दी है। खास बात यह कि ऐसी शादी चुनाव जीतने में भी सफल हो रही है। बांका प्रखंड के ककवारा पंचायत में मुखिया का चुनाव जीती पूजा रानी इसका उदाहरण भी बन चुकी है। इसके बाद कई प्रखंड में मुखिया, सरपंच बनने के लिए भी शादियों ने रफ्तार पकड़ ली है।
नामांकन का दौर अंतिम चरण में पहुंचने के कारण कई सीट के दावेदार शादियों की तैयारी में भी है। चट मंगनी पट ब्याह वाली बात सामने आ रही है। पिछले चुनाव में भी बेलहर के तेलियाकुमरी की मुखिया सीट जनजाति सुरक्षित होने पर मनोज यादव ने आदिवासी लड़की सचिता कुमारी से शादी कर मैदान में उतार दिया था। मगर वह चुनाव जीतने में सफल नहीं हो सकी।
पहला मामला: ककवारा के युवा नेता सुनील यादव पंचायत राजनीति में सक्रिय हैं। पिछली बार उन्होंने अपनी पत्नी रेणु देवी को पंचायत समिति का चुनाव जीताकर बांका प्रखंड का उपप्रमुख बनाया। इस बार उनकी नजर मुखिया की आरक्षित अति पिछड़ा महिला सीट पर गड़ गई। इसके लिए सुनील ने नामांकन के सप्ताह भर पूर्व ही एक अति पिछड़ा लड़की पूजा रानी से शादी रचाकर नामांकन पर्चा भर दिया। आश्चर्य कि पूजा रानी चुनाव जीतने में भी सफल हो गई। यह शादी जिला भर में सुर्खियों में बन गई।
दूसरा मामला: अमरपुर के सुल्तानपुर पंचायत निवासी नौरेज आलम भौतिकी से एसएससी हैं। वे भागलपुर के आसानंदपुर में फिजिक्स कोचिंग चलाते हैं। उनका दिल भी चुनाव के वक्त मुखिया बनने को मचल उठा। फिर क्या था नौरेज ने गांव की एक लड़की हीना कौसर से शादी का निर्णय लिया। हीना मुंबई में ब्यूटी पार्लर चलाती है। नामांकन के सप्ताह भर पूर्व गांव में ही दोनों का निकाह हुआ और इसके बाद मुखिया महिला आरक्षित सीट पर हीना कौसर का नामांकन हुआ। रविवार को अमरपुर का मतदान भी पूरा हो गया है, मंगलवार को होने वाली गिनती का सबको इंतजार है।
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तीसरा मामला: शंभुगंज प्रखंड के बिरनौधा पंचायत में भी ऐसा मामला सामने आया है। संतोष कुमार पैक्स अध्यक्ष हैं। लेकिन उनका पंचायत मुखिया में अनुसूचित जाति महिला आरक्षित हो गया है। ऐसे में संतोष ने कुछ महीने पूर्व ही एससी लड़की ब्यूटी कुमारी से शादी कर ली। दो दिन पहले उसने मुखिया के लिए नामांकन पर्चा भी भर दिया। अब वह चुनाव प्रचार में कूद पड़ी है।