तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट स्वास्थ्य विभाग

कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:02 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:02 AM (IST)
तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट स्वास्थ्य विभाग
तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट स्वास्थ्य विभाग

भागलपुर। कोरोना की तीसरी लहर की संभावित शुरुआत अगस्त के अंतिम सप्ताह में हो सकती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तैयारी अभी भी मुकम्मल नहीं हो पाई है। 2020 में कोरोना की पहली लहर आई थी। इससे भागलपुर भी अछूता नहीं था। अंतर केवल इतना रहा कि कोरोना मरीजों की मौत की संख्या करीब एक दर्जन रही थी। कोरोना की दूसरी लहर 2021 के अप्रैल में शुरु हुई। मौत की संख्या सैकड़ों में हुई। पहली और दूसरी लहर के बीच तैयारी के लिए कई महीने थे। लेकिन कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जो उपाय स्वास्थ्य विभाग को करने चाहिए थे। अबतक अधूरी है। सदर अस्पताल में वेंटीलेटर को संचालित करने के लिए ना तो डाक्टर को प्रशिक्षण दिया गया और न ही टेक्नीशियन की नियुक्ति ही की गई। नतीजतन छह वेंटीलेटर बेकार पड़े रहे। गंभीर स्थित में मरीजों को मायागंज अस्पताल भेजना पड़ा। मायागंज अस्पताल में भी 30 से ज्यादा वेंटीलेटर का उपयोग नहीं किया गया। साथ ही अभी वहां ना तो बच्चों के लिए कोविड सेंटर तैयार किया जा सका है और नहीं ही आक्सीजन जेनरेशन प्लांट ही चालू किया गया। यहीं स्थिति जिले के अस्पतालों में है। अभी तक तीसरी लहर से निपटने के लिए सारी तैयारी पूरी कर ली जाती तो अब उसकी शुरुआत की गई है। सदर अस्पताल, नवगछिया और कहलगांव में अब आक्सीजन जेनरेशन प्लांट निर्माण की नींव रखी गई है। अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बेड रिजर्व भले ही किया गया हो। लेकिन कोरोना संक्रमण आने पर फिर मरीजों का इलाज मायागंज अस्पताल में ही किया जाएगा, यह तय है।

इन अस्पतालों में किया जा रहा आक्सीजन जेनरेशन प्लांट का निर्माण

सदर अस्पताल, कहलगांव और नवगछिया अनुमंडलीय अस्पतालों में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। सिविल सर्जन डा. उमेश शर्मा ने कहा कि अगस्त तक इन अस्पतालों में प्लांट निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा, ताकि अगर कोरोना की तीसरी लहर आए भी तो मरीजों को आक्सीजन की कमी नहीं हो सके। वहीं, मायागंज अस्पताल में भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। एक सप्ताह में आक्सीजन की आपूर्ति भी शुरू हो जाएगी।

10 से 30 बेड किए जा रहे रिजर्व

सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 10 से तीस बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं। सभी बेडों को आक्सीजन पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा। साथ ही पल्स आक्सीमीटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर आदि की व्यवस्था भी रहेगी। नाथनगर रेफरल अस्पताल की प्रभारी डा. अनुपमा सहाय ने कहा कि कोविड मरीजों के लिए 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। जहां 10 जंबो आक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य उपकरण की व्यवस्था की गई है, ताकि कोविड मरीजों की जांच से लेकर इलाज में विलंब नहीं हो सके।

मायागंज अस्पताल में 10 बेड का बच्चों के लिए कोविड वार्ड

मायागंज अस्पताल में 10 बेड का कोविड वार्ड बच्चों के लिए बनाया जा रहा है। अगस्त तक कार्य पूरा होने की संभावना है। आक्सीजन पाइप लाइन बिछाई जा रही है, ताकि भर्ती बच्चों को बेड पर ही आक्सीजन मिलने में सुविधा हो।

15 घंटे होगा टीकाकरण

सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। प्रत्येक सोमवार को साक्षात्कार लिए जा रहे हैं। वहीं, लोगों का टीकाकरण में भी तेजी आई है। तकरीबन नौ लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। टीटीसी में 12 घंटे टीकाकरण किया जा रहा है जो अब बढ़कर 16 घंटे कर दिया जाएगा। चंपानगर में भी ऐसा ही किया जाएगा। सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी