जमुई में हार्डकोर नक्सली बलदेव सोरेन गिरफ्तार, एक दशक से माओवादी संगठन में था सक्रिय, गिरिडीह जेल से छूटा था

नक्‍सली बलदेव एक दशक नक्सली संगठन में सक्रिय था। वह गिरिडीह जेल से छूट कर आया था। एसपी अभियान सुधांशु कुमार ने कहा कि नक्सली बलदेव सोरेन अपने मंझलाडीह स्थित घर पर था। इसी दौरान पुलिस ने कार्रवाई की।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 10:30 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 10:30 PM (IST)
जमुई में हार्डकोर नक्सली बलदेव सोरेन गिरफ्तार, एक दशक से माओवादी संगठन में था सक्रिय, गिरिडीह जेल से छूटा था
गुप्त सूचना के आधार पर की गई गिरफ्तारी

संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई)। सुरक्षाबलों को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। सर्च आपरेशन में चकाई थाना क्षेत्र की बरमोरिया पंचायत के अंतर्गत मंझलाडीह गांव से एक हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। उसकी पहचान मंझलाडीह के बलदेव सोरेन के रूप में हुई है।

बलदेव एक दशक से भी अधिक समय से नक्सली संगठन में सक्रिय था। हाल ही में वह गिरिडीह जेल से छूट कर आया था। एसपी अभियान सुधांशु कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसपी अभियान सुधांशु कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सली बलदेव सोरेन अपने मंझलाडीह स्थित घर पर है। इसके बाद चकाई पुलिस व सीआरपीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे फिलहाल चकाई में वरीय अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। उसने कई अहम जानकारियां पुलिस को दी हैं। बलदेव सोरेन पर गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना में विस्फोटक बरामदगी को लेकर मामला दर्ज है।

इस मामले में वह बेल पर बाहर आया था। साथ ही उस पर चकाई थाना क्षेत्र के नेहालडीह से बरामद हुए हथियार मामले में केस दर्ज है। चकाई थाना में उस पर हत्या का भी एक मामला दर्ज है। वह पूर्व में सिदो कोड़ा एवं गुरु टुडू के दस्ते में था। बलदेव को मास्टरमाइंड माना जाता है। उसे हथियारों की काफी जानकारी है। इसी कारण वह नक्सलियों के कोर कमांडर एवं आम्र्स सेक्टर का प्रमुख था। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। इस अभियान में सीआरपीएफ 215 के कमांडेंट योगेंद्र स‍िंंह मोरिया, डिप्टी कमांडर संदीप कुमार, इंस्पेक्टर रोबिन कुमार व चकाई थानाध्यक्ष राजीव तिवारी शामिल थे।

बलदेव का पुत्र मनोज भी हार्डकोर नक्सली : बलदेव सोरेन का पुत्र मनोज सोरेन भी हार्डकोर नक्सली है। वह फिलहाल एक मामले में जमुई जेल में बंद है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बलदेव के संपर्क में आकर ही वह नक्सली संगठन में शामिल हुआ था। बलदेव के जेल चले जाने के बाद वह नक्सली संगठन में काफी एक्टिव हो गया था। करीब दो वर्ष पूर्व मनोज सोरेन को चकाई चौक से पुलिस ने बेहद गुप्त तरीके से गिरफ्तार कर लिया था।

एसपी ने गिरफ्तार नक्सली बलदेव सोरेन से की गहन पूछताछ

चकाई थाना क्षेत्र के बरमोरिया पंचायत अंतर्गत मंझलाडीह से सुरक्षाबलों के हाथों गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली बलदेव सोरेन से गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस के वरीय पदाधिकारी बारी-बारी से पूछताछ कर रहे हैं। दोपहर बाद जमुई के एसपी अभियान सुधांशु कुमार ने उससे गहन पूछताछ की। वहीं देर शाम एसपी प्रमोद कुमार मंडल भी चकाई थाना पहुंचे और गिरफ्तार नक्सली बलदेव सोरेन से पूछताछ की। पूछताछ में नक्सली बलदेव सोरेन ने नक्सली संगठन से जुड़ी कई अहम जानकारी दी। जिसके आधार पर पुलिस नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है।

जानकारी मिली की बलदेव को साथ लेकर सुरक्षा बलों ने बरमोरिया के कई इलाकों में छापेमारी अभियान भी चलाया। चकाई थाने में प्रेस वार्ता के दौरान एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि बलदेव सोरेन हार्डकोर नक्सली है। उसका पुत्र मनोज सोरेन भी नक्सली है। मनोज सोरेन फिलहाल जेल में बंद है। कुछ माह पूर्व ही बलदेव सोरेन गिरिडीह जेल से छूट कर आया था। उस पर भेलवाघाटी थाना में एक एवं चकाई थाना में तीन नक्सली मामला दर्ज है। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। एसपी ने कहा कि पुलिस लगातार नक्सलियों पर कार्रवाई कर रही है। इधर चकाई सीआरपीएफ कैंप के जवानों द्वारा लगातार इलाके में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार को दिन भर छापेमारी अभियान चलाया गया।

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