गुरु पूर्णिमा 2020 : कोरोना काल में नहीं हुआ विशेष आयोजन, घरों ने की गुरु की पूजा, जपते रहे गुरुमंत्र

Guru Purnima 2020 आज आषाढ़ पूर्णिमा है। इस दिन महर्षि वेद व्यास की जयंती मनाई जाती है। इस कारण इस दिन को गुरुपूर्णिमा भी कहा जाता है। सभी अपने-अपने गुरुओं की पूजा करते हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 04:58 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 04:58 PM (IST)
गुरु पूर्णिमा 2020 : कोरोना काल में नहीं हुआ विशेष आयोजन, घरों ने की गुरु की पूजा, जपते रहे गुरुमंत्र
गुरु पूर्णिमा 2020 : कोरोना काल में नहीं हुआ विशेष आयोजन, घरों ने की गुरु की पूजा, जपते रहे गुरुमंत्र

भागलपुर, जेएनएन। Guru Purnima 2020 : हिंदू पंचांग के अनुसार आज पांच जुलाई 2020 को आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। विधिवत रूप से गुरु पूजन किया जाता है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं। इसी दिन चारों वेदों के रचयिता और महाभारत की रचना करने वाले वेद व्यास का जन्‍म हुआ था।

लेकिन इस बार कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे देश में फैला हुआ है। इस कारण गुरुपूर्णिमा पर कोई विशेष आयोजन नहीं हुआ। आरएसएस ने भी गुरुपूर्णिमा उत्‍सव को कम स्‍वयंसेवकों के साथ मनाया। कार्यक्रम भी बहुत कम हुए। आरएसएस भगवा ध्‍वज को अपना गुरु मानता है।

कुप्पा घाट में नहीं हुई दीक्षा

गुरु पूर्णिमा पर इस बार मर्हिष मेंहीं आश्रम कुप्पा घाट में भक्तों का जमावड़ा नहीं लगा। गुरु दीक्षा, सत्संग और सामूहिक भंडारा के कार्य भी नहीं हुआ। आश्रम में भक्त जनों के प्रवेश और सामूहिक ध‍ार्मिक आयोजन पर रोक थी। वे अपने-अपने घरों में ही गुरु का स्मरण करें।

अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के मंत्री सूर्यनारायण मंडल ने बताया कि आश्रम में संतमत के वर्तमान आचार्य मर्हिष हरिनंदन जी महाराज अपने गुरु परमहंस मर्हिष मेंहीं जी महाराज और गुरु भगीरथ दास जी महाराज के चरणों में प्रणाम निवेदित किया। आश्रम के संजय बाबा ने कहा है कि आप अपने-अपने घरों में गुरु का स्मरण कर उन्हें प्रमाण निवेदित करें। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चेन को तोडऩा सबकी जिम्मेदारी है। इसलिए कहीं भी एकत्रित होकर कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने से परहेज करें।

गुरुधाम में हुआ विशेष आयोजन

 

बांका जिले के बौंसी स्थित वेद विद्यापीठ गुरुधाम में गुरु पूर्णिमा पर विशेष आयोजन किया गया। हालांकि यहां आने वाले भक्‍तों को प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। आश्रम के साधकों और शिष्‍यों ने गुरु महाराज की पूजा की। यहां के वर्तमान गुरु प्रभात कुमार सान्‍याल का लोगों ने वंदन किया। उनकी पूजा की। आस्‍था इतनी थी कि सभी भावविभोर थे। यहां बता दें कि गुरुपूर्णिमा पर यहां पांचदिवसीय भव्‍य आयोजन होता था। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां आते थे। लेकिन कारोना काल में सभी आयोजन को इस बार स्‍थगित कर दिया गया था। गुरुधाम ट्रस्ट बोर्ड स्‍टेट के सचिव ऋषिकेश पांडेय ने बताया कि कोरोना काल में इस बार का आयोजन सादगीपूर्ण तरीके से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कम संख्‍या में लोगों ने मनाया। विद्यापीठ गुरुधाम में रहने वाले लोगों ने ही समारोह में भाग लिया।

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