Graduate enrollment: टीएमबीयू ने इस बार बदल दिया स्नातक नामांकन की प्रक्रिया, 14 जुलाई से होगा एडिमिशन
Graduate enrollment तिमांविवि में 14 जुलाई से शुरू हो जाएगी स्नातक (सत्र 2021-24) में नामांकन आवेदन की प्रक्रिया। सीसीडीसी ने सभी कालेजों से एकाउंट डिटेल मांगते हुए लिखा पत्र। कोरोना के कारण नामांकन में कैशलेस व्यवस्था अपनाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में इस बार स्नातक (सत्र : 2021-24) नामांकन में कैशलेस व्यवस्था अपनाई जाएगी। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों से आनलाइन शुल्क स्वीकार करेगा। यह शुल्क विश्वविद्यालय के खाते में नहीं बल्कि सभी कालेजों के अलग-अलग खाते में जमा होंगी। इसके लिए सीसीडीसी डा केएम सिंह ने सभी अंगीभूत और संबंद्ध कालेजों के प्राचार्य, प्रभारी प्राचार्य को पत्र लिखा है। सीसीडीसी के मुताबिक 14 जुलाई से स्नातक नामांकन में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह व्यवस्था कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के निर्देश के बाद हो रही है।
खातों के बारे में मांगी गई जानकारी
टीएमबीयू की तरफ से सभी संबद्ध और अंगीभूत कालेजों के प्राचार्यों से खाता संख्या मांगी गई है। इसी खाते में विद्यार्थियों द्वारा आनलाइन नामांकन शुल्क जमा किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने 13 जुलाई तक सीसीडीसी के इमेल या कार्यालय में इसकी सूचना मांगी गई है। इसके लिए टीएमबीयू द्वारा कालेजों को फार्मेट उपलब्ध करा दिया गया है। फार्मेट में कालेजों को बताना होगा कि वे बीए, बीएससी और बीकाम में कितना नामांकन शुल्क लेते हैं। बैंक और शाखा का नाम, एकाउंट नंबर और आइएफएससी कोड के साथ जानकारी मांगी गई है।
नहीं वसूल सकेंगे मनचाहा शुल्क
स्नातक नामांकन में कई संबंद्ध कालेजों से विद्यार्थियों से ज्यादा शुल्क वसूली की शिकायत कई बार आती है। आफलाइन शुल्क लेने में विद्यार्थियों से ज्यादा शुल्क वसूली की बात भी आती है। ऐसे में आनलाइन व्यवस्था होने से अब विद्यार्थियों द्वारा सीधे खाते में राशि जाएगी। नकद लेनदेन नहीं होने से अवैध वसूली होने की शिकायत ही नहीं आएगी। यह व्यवस्था कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित हुई नामांकन समिति की बैठक में हुई थी। सभी प्राचार्यों के साथ सुझाव के बाद यह निर्णय लिया गया था।
कोरोना के कारण हुई व्यवस्था
सरकार द्वारा काम में पारदर्शिता लाने के लिए कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए लगातार कहा जाता रहा है। किंतु कोरोना के कारण विद्यार्थियों की ज्यादा आवाजाही कालेजों में नहीं हो। इस लेकर ही आनलाइन फीस जमा करने की व्यवस्था की गई है। जिससे कालेजों में लोगों की कम आवाजाही होगी। ऐसे में छात्रों की भीड़ को भी रोका जा सकेगा।