डाक्टर्स रूम में घुस गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड ने दरबाजा कर लिया बंद, लड़की के हाथ में थी ऐसी चीज कि देख सभी शर्मा गए
Bihar LOVE Bird Disgusting Act बिहार के लखीसराय सदर अस्पताल के डाक्टर्स रूम में एक गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड ने अंदर घुसकर दरबाजा बंद कर लिया। काफी देर तक दोनों एक साथ कमरे में रहे। काफी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकला गया। लड़की के हाथ आपत्तिजनक सामान भी था।
संवाद सूत्र, लखीसराय। Bihar LOVE Bird Disgusting Act: बिहार राज्य के लखीसराय में गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड की हरकत से अस्पताल प्रशासन शर्मसार हो गया। इसकी चर्चा हर जगह हो रही है। इस दौरान गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड ने वहां हंगामा भी किया। महिला कर्मी पर आक्रोश जताते हुए हाथ भी उठाया। बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल चिकित्सक विश्राम कक्ष में एक प्रेमी-प्रेमिका ने घुसकर अंदर से गेट लगा लिया। अस्पताल के द्वितीय तल पर यह कक्ष था। उस समय कक्ष में कोई भी चिकित्सक नहीं थे। दोनों काफी देर तक कमरे में रहे। जानकारी के अनुसार सदर अस्प्ताल के इमरजेंसी में उस दिन डा. शाहिद वसीम और डा. मणिभूषण ड्यूटी पर थे। इस कारण चिकित्सक विश्राम कक्ष खाली था। बाहर से छिटकनी बंद कर दिया गया था।
इसके बाद दोनों चिकित्सक इमरजेंसी में ड्यूटी करने चले गए। कुछ देर बाद के लिए डा. मणिभूषण चिकित्सक कक्ष पहुंचे। अंदर से छिटकनी बंद पाकर वे असमंजस में पड़ गए। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद अंदर से कोई कुछ नहीं बोला और न ही दरबाजा खोला। महिला गार्ड स्वीटी कुमारी के अलावा सदर अस्पताल के प्रबंधक नंद किशोर भारती सहित कई स्वास्थ्य कर्मी वहां पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद दरवाजा खोला गया।
चिकित्सक विश्राम कक्ष से एक युवक और युवती बाहर निकले। इसके बाद प्रेमी युगल ही गार्ड से उलझ गए। लड़की के हाथ में आपत्तिजनक सामान (कंडोम) देखा गया। पूछा तो लड़की ने बताया कि कमरे में पहले से पड़ा था, हम उठा लिए। यह कहकर लड़की ने कंडोम को दूर फेंक दिया। प्रेमी-प्रेमिका दोनों काफी आक्रोशित थे। महिला गार्ड के कार्रवाई करने पर लड़के ने गार्ड पर ही हाथ उठा दिया।
अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना थाना को दी। कबैया थाना की पुलिस ने वहां पहुंची। दोनों को अपने कब्जे में कर लिया। थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। युवक गढ़ी विशनपुर गांव का और युवती समाहरणालय के समीप के ही एक गांव की बतायी जा रही है।
अस्पताल की सुरक्षा की पोल खुली
बताया जा रहा है कि अस्पताल में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। यह अस्पताल असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है। मरीज यहां कम आते हैं। अस्पताल में ज्यादा सुविधा भी नहीं है। ज्यादा समय अस्पताल खाली रहने की वजह से इसी अप्रिय घटनाएं यहां होती है।