वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या होगी दूर

भागलपुर। नयाटोला भीखनपुर आरबीएसएस रोड स्थित पुराने मुख्य अभियंता सह महाप्रबंधक बिजली विभाग क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 05:08 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 05:08 AM (IST)
वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या होगी दूर
वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या होगी दूर

भागलपुर। नयाटोला भीखनपुर आरबीएसएस रोड स्थित पुराने मुख्य अभियंता सह महाप्रबंधक बिजली विभाग के कार्यालय परिसर में बने गैस इश्युलेटेड पावर सब स्टेशन को चालू कर दिया गया है। मंगलवार की देर सिविल सर्जन उपकेंद्र से हटा भीखनपुर फीडर को नए सब स्टेशन से जोड़ इस फीडर से जुड़े इलाकों में आपूर्ति शुरू कर दी गई। एक सप्ताह के भीतर तीन और फीडरों को जोड़ इस उपकेंद्र से आपूर्ति की जाएगी। धीरे-धीरे अन्य तीन फीडरों को जोड़कर इस उपकेंद्र से आपूर्ति की जाएगी। इससे सीएस, अलीगंज और टीटीसी उपकेंद्र पर दबाव कम होगा। वोल्टेज की समस्या नहीं होने के साथ ही ट्रिपिग का समाधान होने से आपूर्ति में सुधार होगा।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार मंगलवार की सुबह 10 बजे सिविल सर्जन उपकेंद्र के भीखनपुर फीडर को नए विद्युत उपकेंद्र से जोड़कर इसे चालू करने का प्रयास किया गया। तीन घंटे के ट्रायल के दौरान दो से पांच मिनट आपूर्ति के बाद ही लोड नहीं ले पा रहा था। दस-बारह बार इसी तरह लोड देकर नए उपकेंद्र से आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया गया। लेकिन 11 केवी लाइन के ब्रेकर में गड़बड़ी के कारण सफल नहीं होने की स्थिति में दोपहर 1:15 बजे भीखनपुर फीडर को सीएस उपकेंद्र से जोड़ कर इस फीडर से जुड़े इलाकों में बिजली आपूर्ति की गई। इस उपकेंद्र में 11 केवी लाइन के आठ और 33 केवी लाइन के चार ब्रेकर लगे हैं। 11 केवी लाइन के सभी ब्रेकर देश की मास्कल कंपनी निर्मित और 33 केवी लाइन के सभी ब्रेकर जर्मनी की स्चनेइडर कंपनी निर्मित है। एक ब्रेकर में गड़बड़ी के कारण बाद में दूसरे ब्रेकर से भीखनपुर फीडर को जोड़कर इस फीडर से जुड़े पांच हजार से अधिक उपभोक्ताओं को आपूर्ति शुरू की गई। अभी इस फीडर का लोड 70 एम्पियर यानी तीन मेगावाट दिया गया है। एक सप्ताह के भीतर न्यू मिरजान, न्यू बरहपुरा और घंटाघर फीडर को जोड़कर इन फीडरों से जुड़े क्षेत्रों में आपूर्ति नए उपकेंद्र से की जाएगी। अलीगंज उपकेंद्र के मिरजान, सीएस उपकेंद्र के घंटाघर और बरहपुरा फीडर का आधा लोड नए उपकेंद्र पर दिया जाएगा। एक फीडर में लगभग पांच हजार उपभोक्ता होंगे। इस हिसाब से सवा लाख से अधिक आबादी लाभान्वित होंगे। अधिकारियों ने बताया कि नए उपकेंद्र के 33 हजार वोल्ट तार को गोराडीह पावर ग्रिड से जोड़ने का काम एकाध माह में पूरा हो जाएगा। फिलहाल सिविल सर्जन उपकेंद्र के 33 केवी लाइन से जोड़ा गया है। वहीं टीटीसी उपकेंद्र को 33 केवी लाइन से जोड़ने के बाद अब सबौर ग्रिड से इस उपकेंद्र को सीधे बिजली आपूर्ति होने लगी है, जबकि पहले सीएस उपकेंद्र से बिजली मिलती थी। इससे वोल्टेज और ट्रिपिग की समस्या का काफी हदतक समाधान होगा। नए उपकेंद्र में जर्मनी के अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। जीआइएस तकनीक आधारित उपकेंद्र में सल्फर हेक्साफ्लोराइड (एस एफ 6) गैस का उपयोग होता है और इस गैस से इसे इन्सुलेट किया जाता है। फे•ाों के बीच एक औसत दवाब बनाए रखने में यह गैस बेहतर है। सर्किट ब्रेकर, बस बार, ब्रेक स्विच, पावर ट्रांसफार्मर, आइसोलेटर्स, अर्थिंग स्विच आदि उपकरणों को एक मेटल हाउस में बंद कर उसमें हेक्साफ्लोराइड गैस भर दी जाती है। इसमें तकनीकी खराबी कम होती है। यह पूर्णतया मेंटेनेन्स मुक्त होता है।

साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता श्रीराम सिंह ने कहा कि नयाटोला भीखनपुर में बने गैस इश्युलेटेड पावर सब स्टेशन को चालू कर दिया गया है। इस उपकेंद्र पर भीखनपुर फीडर का लोड दिया गया है। धीरे-धीरे अन्य तीन फीडरों को जोड़कर इस उपकेंद्र से आपूर्ति की जाएगी। इससे सीएस, अलीगंज और टीटीसी उपकेंद्र पर दबाव कम होगा। वोल्टेज की समस्या नहीं होने के साथ ही ट्रिपिग का समाधान होने से आपूर्ति में सुधार होगा।

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