स्‍मार्ट सिटी भागलपुर में गंदगी का अंबार, बाइपास पर डंप हो रहा कूड़ा, डंपिंग ग्राउंड का नहीं हो रहा इस्‍तेमाल

भागलपुर में बाइपास किनारे कूड़ा डंपिंग का काम जारी है। जबक‍ि इसको लेकर कई बार वरीय अधिकारी निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद भी डंपिंग ग्राउंड का इस्‍तेमाल नहीं किया जा रहा है। रोड किनारे कूड़ा डंपिंग करने से...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 08:57 AM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 08:57 AM (IST)
स्‍मार्ट सिटी भागलपुर में गंदगी का अंबार, बाइपास पर डंप हो रहा कूड़ा, डंपिंग ग्राउंड का नहीं हो रहा इस्‍तेमाल
भागलपुर में बाइपास किनारे कूड़ा डंपिंग का काम जारी है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर।  : शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम का पूरा सिस्टम फेल हो गया। आखिर कूड़ा गिराए कहां। इसके लिए अब निगम को उस व्यक्ति की तलाश है जो डङ्क्षपग ग्राउंड के लिए 25 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दे। कनकैथी डंङ्क्षपग ग्राउंड में बाढ़ का पानी भर गया है। लाचार नगर निगम सभी संसाधन रहते हुए एक डंङ्क्षपग ग्राउंड भी नहीं खोज पाया है। नगर विकास मंत्री के मना करने के बावजूद डङ्क्षपग ग्राउंड में कूड़ा नहीं पहुंच रहा है। बावजूद बाइपास के किनारे कूड़ा डंप करने से बाज नहीं आ रहा है।

नगर निगम कर्मी बाइपास पर कूड़ा गिराकर गंदगी फैला रहे हैं।

अलीगंज हो या फिर गौराचकी मोड के पास बाइपास पर कूड़े का पहाड़ खड़ा कर दिया है। शहर से प्रतिदिन 250 मीट्रिक टन कूड़ा कंपेक्टर व हाइवा से गिरा रहा है। इससे आधा किलोमीटर तक कूड़े का पहाड़ खड़ा हो चुका है। बाइपास के किनारे निजी प्लाट को भरने की जुगत की जा रही है। स्थानीय लोगों ने कूड़े में आग लगा दी है। यहां से गुजरने वाले राहगीरों से लोगों को नाक पर रूमाल रखकर गुजरना पड़ता है। बाइपास में करीब पांच हजार मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा गिराया जा चुका है। यही कूड़ा बाढ़ और बारिश के समय दुर्गंध की समस्या खड़ी कर रहा है। प्रशासनिक आदेश मिलने पर कुछ दिनों तक किनारे कूड़ा नहीं गिराया जाता है, लेकिन मामला शांत होते ही फिर स्थिति जस की तस हो जाती है।

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शहर में प्रवेश करते ही करना पड़ेगा गंदगी का सामना

शहर में प्रवेश करते ही लोगों को उबकाई आने लगती है। एसी गाड़ी में भी लोगों को नाक पर रूमाल रखना पड़ता है। नींद में भी लोगों को पता चल जाता है कि वे स्मार्ट सिटी में प्रवेश कर रहे हैं। इस होकर गुजरने वाले लोगों को बदबू से परेशानी हो रही है। मास्क भी बदबू रोकने में उपयोगी साबित नहीं हो रहा है। सड़ांध से दुकानदारों का दुकान पर बैठना मुश्किल हो रहा है। दरअसल, नगर निगम शहर को जोडऩ़े वाली मुख्य सड़कों के किनारे, बाइपास के किनारे कूड़ा गिराने से बाज नहीं आ रहा है। डीएम सुब्रत कुमार सेन नगर निगम व स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ पहली बैठक में शहर के प्रवेश द्वार को साफ-सुथरा बनाने का निर्देश दिया था, लेकिन साफ-सुथरा करने की जगह नगर निगम और भी गंदगी फैला रहा है।

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बाइपास किनारे कूड़ा गिराने पर डीएम ने लिया संज्ञान

दोगच्छी से बरारी के बीच बाइपास मार्ग में कूड़े गिराने के मामले पर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने गंभीरता से लिया है। इसे लेकर नगर निगम प्रशासन को बाइपास में कूड़ा नहीं गिराने का सख्त निर्देश दिया है। हिदायत देते हुए कहा है कि हर हाल डङ्क्षपग ग्राउंड में कूड़ा गिराया जाएगा।

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प्रधान सचिव ने भी व्यवस्था में सुधार का दिया था निर्देश

शहर में कूड़ा निस्तारण की लचर व्यवस्था को लेकर मेयर सीमा साहा ने स्मार्ट सिटी बोर्ड आफ डायरेक्टर में प्रधान सचिव आनंद किशोर के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर प्रधान सचिव ने नगर आयुक्त को बेहतर कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया था। कूड़ा निस्तारण के लिए राशि की कोई कमी नहीं है। जितनी राशि चाहिए उसका प्रस्ताव बनाकर भेजे। अगर डंङ्क्षपग ग्राउंड के लिए जमीन की जरुरत है तो खरीदारी करें, लेकिन शहर की बेहतर सफाई कर कार्य करना होगा।

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उप मुख्यमंत्री ने भी अधिकारियों को समझाया था

शहर की लचर सफाई व्यवस्था को लेकर 21 से 23 जुलाई को भागलपुर प्रवास के दौरान उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई। सड़क पर जहां-तहां कूड़ा फेंक कर छिपाने से लेकर डंङ्क्षपग ग्राउंड में कूड़ा नहीं पहुंचाने पर नाराजगी व्यक्त की थी। साथ ही हर हाल में डंङ्क्षपग स्थल पर कूड़ा पहुंचे इसकी व्यवस्था का निर्देश दिया था। अगर जगह की कमी है तो अतिरिक्त जमीन का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया था। अगर सुधार नहीं होगा तो कार्रवाई भी होगी। सफाई निगम को खुद आगे आना होगा।

मेयर ने कहा, निगम अधिकारियों की मनमानी

डंङ्क्षपग ग्राउंड के बदले बायपास में कूड़ा गिराया जाना निगम के अधिकारी की मनमानी है। बाइपास में कूड़ा गिराने से नगर निगम की छवि खराब हो रही है। बाढ़ का पानी बाइपास के आसपास फैला हुआ है। उसमें कूड़ा पानी में भी फैल रहा है। कई जगह बाढ़ का पानी उतरने के बाद दुर्गंध से लोग परेशान हो रहे हैं। कई बार जहां-तहां कूड़ा डंप करने पर रोक लगाने के बाद भी अमल नहीं हुआ। डंङ्क्षपग ग्राउंड होते हुए कूड़ा नहीं गिराना उदासीनता को दर्शाता है। जबकि यहां रास्ता भी बनाया गया है। अब कोई समस्या नहीं होना चाहिए। पाूकलेन की खरीदारी का फाइल अब भी अटका हुआ है। इस मामले पर डीएम को अपने स्तर से समीक्षा करना चाहिए।

नगर आयुक्त बोले, आखिर कहां गिराएं कूड़ा

कनकैथी डंङ्क्षपग ग्राउंड स्थल पर बाढ़ का पानी है। नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव ने बताया कि इसके चारों ओर पानी होने वाहनों का आवाजाही बंद हो गया है। पानी उतरने में करीब 10 दिनों का समय लग सकता है। इसके अलावा दूसरा कोई स्थल नहीं है जहां कूड़ा गिराया जा सके। डंङ्क्षपग ग्राउंड के लिए छह माह पहले निविदा निकाली गई थी। करीब 25 एकड़ जमीन होने से प्रोसेङ्क्षसग प्लांट की व्यवस्था हो सकती है। जमीन के लिए जिला से लेकर विभाग से पत्राचार किया गया है। प्रोसेङ्क्षसग प्लांट के लिए कई कंपनी आयी लेकिन जलजमाव वाले क्षेत्र के कारण कंपनियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।  

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