मुद्रा लोन देने के नाम पर की जा रही ठगी, पीएम के फोटो का उपयोग कर रहे ठग, इस तरह लोग हो रहे शिकार

सुपौल में मुद्रा लोन देने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। साइबर बदमाश मुद्रा लोन की स्वीकृति का पत्र भेजकर अपने खाते में रुपये मंगा रहे हैं। इस पत्र में पीएम का फोटो भी रहता है। इससे लोग ठगे जा रहे हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 03:00 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 03:00 PM (IST)
मुद्रा लोन देने के नाम पर की जा रही ठगी, पीएम के फोटो का उपयोग कर रहे ठग, इस तरह लोग हो रहे शिकार
मुद्रा लोन के नाम पर इस तरह की सहरसा में ठगी के लिए भेजी जा रही चिटठी।

 सहरसा [अमरेंद्र कांत]। साइबर बदमाश ठगी का रोज नया तरीका इजाद करने लगा है। कभी इनाम फंसने का लालच देकर तो कभी एटीएम कार्ड लॉक होने के नाम पर ठगी की घटना को अंजाम दिया जाता था। लेकिन बदमाशों ने अब तरीका बदल लिया है। अब ठगी के लिए प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुद्रा लोन स्वीकृत होने के नाम पर पीएम की तस्वीर लगी पत्र भेजकर बदमाश प्रोसेङ्क्षसग चार्ज के नाम पर ठगी कर रहे हैं।

केस एक

नवहट्टा की सीमा देवी को एक पत्र भेजा गया। जिसमें उनका आधार कार्ड नंबर अंकित था। पत्र के ऊपर में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना व पीएम की तस्वीर छपी हुई है। पता महाराष्ट्र पूणे अंकित था। पत्र मुद्रा लोन की स्वीकृति का था। जिसमें एक लाख रुपए लोन स्वीकृत होने की बात कही गई थी। वैसे सीमा देवी ने किसी लोन के लिए आवेदन नहीं दिया था। लेकिन पीएम की तस्वीर देखकर लगा कि शायद कोरोना के कारण लोन मिल रहा है। लोन प्रोसेङ्क्षसग चार्ज 21 सौ रुपए अंकित रहने व और बैंक खाता नंबर का उल्लेख कर उसमें राशि डालने की बात कही गई थी। सीमा देवी ने अपने पति को पूरी जानकारी दी। इसी बीच उनके मोबाइल पर फोन आया कि उन्हें मुद्रा लोन योजना की स्वीकृति का पत्र मिला होगा। प्रोसेङ्क्षसग चार्ज बैंक में जमा करते ही लोन मिल जाएगा। सीमा के पति ने उल्लेखित बैंक खाते में 21 सौ रुपए जमा कर दिया। जिसके दो दिनों के बाद फिर 15 सौ रुपए जमा करने को कहा गया। वह राशि भी जमा कर दिया गया। तीसरी बार 35 सौ रुपए जमा करने व मेल भेजे की बात कही गई। जिसके बाद पति ने छानबीन की तो उन्हें ठगी होने की बात लोगों ने बताई। जिसके बाद उन्होंने पैसा जमा नहीं किया।

केस दो

नवहट्टा की ही प्रियंका देवी को ऐसा ही पत्र मिला। उसके बाद मुद्रा लोन स्वीकृति होने की जानकारी फोन पर दी गई और प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर करीब चार हजार दो बार में जमा करा लिया गया। ऐसा नहीं है कि इन दोनों को ही पत्र आया बल्कि ऐसे पत्र दर्जनों लोगों को आ रहे हैं और भोले-भाले लोग साइबर बदमाशों के इस ठगी के जाल में फंस रहे हैं।

ऐसे मामलों में लोगों को खुद जागरूक रहने की जरूरत है। किसी तरह के कॉल आने पर आधार, एटीएम व ओटीपी नंबर नहीं बताना चाहिए। लोगों को समझना होगा कि किसी भी प्रकार का लोन बैंक से मिलता है। जिसके लिए आवेदन देना पड़ता है। इस तरह पत्र भेजकर लोन नहीं दिया जाता है। वैसे, इस तरह की शिकायत अभी नहीं मिली है।-बृजनंदन मेहता, डीएसपी मुख्यालय, सहरसा।

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