Bihar : शिक्षक बहाली में धांधली, बिना काउंसिलिंग कराए मेरिट लिस्‍ट में आ गया नाम, इस तरह हो रहा खेल

शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। बिना काउंसिलिंग कराए कुछ अभ्‍यर्थियों के नाम मेरिट लिस्‍ट में आ गए हैं। इस तरह के मामले सामने आने पर अभ्‍यर्थियों ने काउंसिलिंग पर सवाल खड़े किए हैं। अब वे ...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 03:49 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 03:49 PM (IST)
Bihar : शिक्षक बहाली में धांधली, बिना काउंसिलिंग कराए मेरिट लिस्‍ट में आ गया नाम, इस तरह हो रहा खेल
शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है।

पूर्णिया [प्रकाश वत्स]। पूर्णिया जिले में शिक्षक नियोजन में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। काउंसिलिंग में भाग नहीं लेने वाले कई अभ्यर्थी भी चयनित घोषित कर दिए गए हैं। एनआईसी पर चयनित अभ्यर्थियों की सूची अपलोड होने के बाद इस तरह के दो मामले अब तक सामने आ चुके हैं। इसमें शातिराना अंदाज से नियोजन में शामिल कर्मियों की मिलीभगत से सारा खेल खेला गया है। मेधा सूची में अव्वल रहने वाले ऐसे अभ्यर्थियों के नाम पर केवल तस्वीर हटाकर फर्जी अभ्यर्थी को चयनित कर लिया गया है।अभी तक सामने आए दोनों मामले नगर निगम नियोजन इकाई से संबंधित है, लेकिन व्यापक स्तर पर यह खेल खेले जाने की आशंका यहां बढ़ गई है। फिलहाल विभाग में इसको लेकर हड़कंप मच गया है।

बोले छात्र

मैंने नगर निगम क्षेत्र में वर्ग छह से आठ तक के ङ्क्षहदी शिक्षक के लिए आवेदन किया था। यहां वे काउंसिङ्क्षलग में भाग लेने नहीं आई थी। उनका चयन छातापुर में हो गया है। इसके बावजूद उनका नाम चयन सूची में शामिल है। उनके स्थान पर किसी दूसरी महिला की तस्वीर लगी है। उनके मूल प्रमाण पत्र स्कैन कर इसमें लगाया गया है। इसमें फर्जी कर्ता महिला ने अपना आधार कार्ड नहीं दिया है, फिर भी उसका चयन कर लिया गया है। -पिंकी कुमारी, शिक्षक अभ्यर्थी।

मैंने नगर निगम नियोजन इकाई में वर्ग एक से पांच तक के शिक्षक के लिए आवेदन किया था, परंतु मैं काउंसिङ्क्षलग कराने यहां नहीं आई थी। इसके बावजूद चयन सूची में उनका नाम है। उनके स्थान पर दूसरी महिला की तस्वीर लगी है, लेकिन दस्तावेज में उसका प्रमाण पत्र लगा है। उन्होंने नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की है। -आरती कुमारी, शिक्षक अभ्यर्थी।

किस तरह खेला गया खेल, कैसे हो रहा खुलासा

नगर निगम में स्नातक ग्रेड छह से आठ वर्ग में सुपौल जिले की छातापुर की ङ्क्षपकी कुमारी मेधा सूची में एक नंबर पर थी। उसने छातापुर के पंचायत नियोजन इकाई में अव्वल स्थान था। ऐसे में उसने अपना काउंसिङ्क्षलग यहां नहीं कराया। संभावना है कि उसके किसी जानने वाली अभ्यर्थी ने नियोजन में शामिल कर्मियों की मिलीभगत से ङ्क्षपकी कुमारी के स्थान पर अपनी तस्वीर लगा ली और उसे चयनित घोषित कर दिया गया। यह आशंका इसलिए भी है क्योंकि तय नियम के बावजूद उसका आधार कार्ड तक नहीं लिया गया है। प्रमाण पत्र को लेकर दो बातें फिलहाल सामने आ रही है। एक तो मूल् दस्तावेज स्कैन कर लगाया गया है, या फिर वास्तविक अभ्यर्थी के डीजी लाकर से उसे चुराया गया है। अररिया स्टेशन रोड निवासी अभ्यर्थी आरती कुमारी के साथ भी यही खेल हुआ है। इधर दूसरे स्थान पर चयनित दोनों अभ्यर्थी के लिए पूर्णिया नगर निगम की सूची में नाम आने से आफत हो गई। प्रावधान के अनुसार एक ही स्थान पर एक अभ्यर्थी का चयन हो सकता है।

कोट

नगर निगम नियोजन इकाई से स्नातक व बेसिक ग्रेड से चयनित दो एससी-एसटी कोटे की महिला अभ्यर्थियों का आवेदन मिला है। दोनों ने काउंसिङ्क्षलग में भाग नहीं लेने के बाद भी चयन सूची में नाम रहने की बात कही है। प्रथम ²ष्टया इसमें गड़बड़ी सामने आई है। हर स्तर से इसकी जांच की जा रही है। इस संबंध में फर्जी फोटो व वास्तविक अभ्यर्थी के प्रमाण पत्र का उपयोग करने वाले चयनित अभ्यर्थी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। साथ ही कर्मियों की संलिप्तता सामने आने पर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। -जिउत ङ्क्षसह, नगर आयुक्त, पूर्णिया।

चयनित अभ्यर्थियों की पूरी सूची एनआइसी पर अपलोड कर दी गई है। सूची अपलोड होने के बाद धमदाहा व रुपौली से दो शिकायतें उनके पास पहुंची है। दोनों ही मामलों में जांच कराई जा रही है। अगर आगे भी इस तरह का आवेदन आता है तो निश्चित रुप से उसकी भी जांच कराई जाएगी। विभाग के स्तर से चयन में पारदर्शिता बरतने का प्रयास किया गया है। -श्याम बाबू राम, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णिया।

chat bot
आपका साथी