सबौर में बाढ़ पीड़ितों के बीच वितरित की गई खाद्य सामग्री, रॉबिनहुड आर्मी और प्रोजेक्ट अल्हड़ ने उठाया कदम

सबौर के बाढ़ पीड़ित अपने घर को वापस लौट गए हैं लेकिन वे दो वक्त की रोटी की जुगत में हैं इन्ही सब को ध्यान में रखते हुए सामाजिक संस्थाएं मदद के लिए आगे आ रही हैं। रविवार को बाढ़ पीड़ितों के बीच खाद्य सामग्री वितरित की गई।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 09:52 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 09:52 PM (IST)
सबौर में बाढ़ पीड़ितों के बीच वितरित की गई खाद्य सामग्री, रॉबिनहुड आर्मी और प्रोजेक्ट अल्हड़ ने उठाया कदम
राहत सामग्री का वितरण करतीं प्रोजेक्ट अल्हड़ की इशरा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। पीपल द रेजीलिएंस लैब, प्रोजेक्ट अल्हड़ एवं रॉबिनहुड आर्मी के संयुक्त पहल से रविवार को बैजलपुर पंचायत में बाढ़ राहत के लिए खाद्य सामग्री एवं स्वच्छता के लिए किट का वितरण किया गया। किट में 3 किलो चूड़ा, 1 किलो सत्तू, 1 किलो मूढ़ी, दालमोट, बिस्कुट, साबुन, सेनेटरी नैपकिन, मच्छर से बचाव का क्वायल एवम पानी के स्वच्छता के लिए फिटकिरी का वितरण किया गया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रॉबिनहुड आर्मी से शुभम और उनके वॉलंटियर की 10 से 11 सदस्य की टीम, प्रोजेक्ट अल्हड़ से शालिनी झा और मेंबर्स सूर्यांश वर्धन व इशरा, टीम पीपल से संतोष श्रीवास्तव एवं रानी सहाय मौके पर मौजूद रहे। राहत वितरण करने वाले सदस्यों ने देखा कि इस क्षेत्र के हर घर 3 से 5 फीट बाढ़ के पानी की चपेट में आये थे। महिलाओं ने बताया कि बाढ़ के पानी की तेज लहर से उनका कच्चा मकान पूरी तरह गिर कर खत्म हो गया है। सरकार द्वारा दिया गया हर घर नल का जल भी बाढ़ से बेकार पड़ा था और बाढ़ के दौरान स्वच्छ जल की आपूर्ति में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। पीपल द रेजीलिएंस लैब, प्रोजेक्ट अल्हड़ एवं रॉबिनहुड आर्मी के संयुक्त पहल से बैजलपुर पंचायत में खाद्य सामग्री एवं स्वच्छता के लिए किट का वितरण किया गया।

राहत बांटने वाली संस्थाओं ने बताया कि राहत वितरण बड़ी सावधानी से सबसे ज़्यादा जरूरतमंद लोगों अकेली महिला, विधवा, वृद्ध, दिव्यांग के बीच की गई। माउंट जियोन अकादमी प्लस 2 स्कूल ने सामग्री से अपना योगदान दिया। गंगा प्रहरी दीपक साह इस कार्यक्रम में उचित मूल्य की खरीदारी से वितरण के दौरान अपना सहयोग दिया। हमें जहां से भी सूचना मिलती है कि कोई जरूरतमंद हैं, संस्था की ओर से उनकी मदद की जाती है। हमारा पूरा प्रयास है कि कोई भी भूखा न सोए, जिनके घर बाढ़ में उजड़ गए, उन्हें हर एक संभव मदद पहुंचाई जाए।

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