Purnia Flood : फिर बढा महानंदा, परमान का जलस्तर, कई पंचायतों में घुसा पानी

बाढ़ के कारण पूर्णिया में निचले इलाके में फैला पानी। कई गांवों का आवागमन प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण एक बार फिर कनकई एवं परवान नदी का जल स्तर बढ़ गया है। लोग पलायन कर रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 01:37 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 01:37 PM (IST)
Purnia Flood : फिर बढा महानंदा, परमान का जलस्तर, कई पंचायतों में घुसा पानी
बायसी सुगवामहानंदपुर पंचायत से बागडोब चेन्नीतला जाने वाली सड़क के उपर से बहता बाढ़ का पानी।

पूर्णिया, जेएनएन। भारी बारिश के कारण एक बार फिर कनकई एवं परवान नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नदियों का जलस्तर बढऩे से प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों में पानी घुस गया है। प्रखंड के बनगांव पंचायत के बनगांव हाट से मजलिशपुर जाने वाली सड़क पर एक फीट से अधिक पानी बहने लगा है। जिससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही बाढ़ का पानी निचले इलाकों में घुसने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बनगांव पंचायत के पूर्व मुखिया हबीबुर्रहमान ने बताया कि बनगांव पंचायत महानंदा एवं परवान नदी के बीचो- बीच होने के कारण मड़वा मजलिसपुर, शेरनियां आदि गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वही खेत में लगे फसल पानी से डूब चुके हैं। बनगांव से मजलिसपुर,शेरनियां आदि गांव जाने का भी कोई रास्ता नहीं बचा है। इन गांव में जाने का एक मात्र सहारा सिर्फ नाव ही है ।

इधर, परमान नदी भी कहर बरसाने लगा है। नदी के मुहाने पर बसे बायसी पंचायत के हाथीबंधा, पहरिया,खुटिया, खोकसा एवं गोटफोर आदि गांव मैं कटाव तेज हो गया है। जबकि कनकई नदी चनकी ताराबाड़ी, चरैया भसिया गांव में काफी तबाही मचा रहा है। कटाव को देखते हुए ग्रामीण रात जगा कर नदी कटाव एवं जल स्तर पर नजर बनाए हुए हैं। बनगामा पंचायत भवन के समीप कटाव तेज होने के कारण अब ग्रामीण ही आपस में सहयोग कर कटाव निरोधक कार्य करना शुरू कर दिए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत भवन को कटाव से रोकने के लिए बांस एवं पेड़ की डाल को देकर कटाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है। एसडीओ अमरेंन्द्र कुमार पंकज ने बताया कि नदियों केजल  स्तर में वृद्धि हुई है, प्रशासन जल स्तर पर नजर रखे हुए है।

नदियों का लगातार बढ़ रहा जलस्‍तर

पूर्णिया जिले में नदियों का जलस्‍तर काफी बढ़ गया है। लोग काफी परेशान हैं। बाढ़ प्रभावित इलाके से लोग पलायन कर रहे हैं।

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