Flood in Navagachia : हारपुर गांव के करीब पहुंची कोसी, गांव छोड़ कर भाग रहे लोग, नहीं हो रहा राहत-बचाव कार्य
नवगछिया में कोसी का कहर लगातार जारी है। कई गांव के लोग दहशत में हैं। हारपुर गांव के करीब कोसी पहुंच गई है। लोग गांव छोड़ कर जाने लगे हैं। हालांकि इसके बाद भी प्रशासन की ओर से राहत बचाव कार्य नहीं किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, बिहपुर। Flood in Navagachia :कोसी नदी कटाव करते हुए प्रखंड की हरियो पंचायत के कहारपुर गांव के करीब पहुंच गई है। इससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गया है। भय से लोगों का पलायन तेज हो गया है। ग्रामीण सुखो व मुखो रविदास का घर कटाव के बिल्कुल मुहाने पर आ गया है। दोनों घर कभी भी नदी में विलीन हो सकता है। वहीं श्यामकमल ङ्क्षसह का बासा और शिवशंकर शर्मा, जगदीश रविदास व लखन रविदास का पक्का मकान भी कटाव के मुहाने पर आ गया है। कटाव की तीव्रता देख ग्रामीण भयभीत हैं। पूरा गांव कभी भी जमींदोज हो सकता है। पिछले एक माह में दो दर्जन से अधिक घर कोसी में विलीन हो चुके हैं। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन को त्राहिमाम संदेश भेजा गया, पर गांव को बचाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा। अब तो प्रशासनिक अधिकारी फोन भी नहीं उठाते हैं।
तीन वर्षों में तीन सौ से अधिक परिवार हो चुके हैं विस्थापित
ग्रामीण सन्नी ङ्क्षसह, देवांशु ङ्क्षसह, प्रकाश शर्मा, पुतुल देवी, राजलक्ष्मी देवी,राममिलन ङ्क्षसह, हावो देवी व लालचंद शर्मा ने कहा कि हरियो पंचायत में कोसी नदी के कटाव में तीन वर्षों में तीन सौ से अधिक परिवार विस्थापित हो चुके हैं। राहत व पुनर्वास के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूरी हो रही है। कटाव नहीं रोका गया तो कहारपुर गांव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
खरीक के मैरचा में कटाव तेज
संवाद सूत्र, खरीक : कोसी पार भवनपुरा पंचायत के मैरचा गांव में कटाव की रफ्तार तेज हो गई है। पूरा गांव कटाव के मुहाने पर पहुंच गया है। कटाव के भय से ग्रामीण चोरहर स्थित ङ्क्षरग बांध पर शरण लेने के लिए झोपड़ी बनाने में जुट गए हैं। कई ग्रामीण गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में शरण लिए हुए हैं। सिहकुंड एवं लोकमानपुर में भी कोसी नदी का कटाव जारी है।