सावन की पहली सोमवारी : भगवान शिव की आराधना, घरों में हुई पूजा, नहीं चले कांवरिये

सावन की पहली सोमवारी आज से सावन की शुरू हुआ। पहली सोमवार को लोगों ने अपने-अपने घरों में शिव की पूजा की। मंदिरों में भीड़ नहीं थी। मंदिरों में शारीरिक दूरी का पालन किया गया।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 12:33 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 12:33 PM (IST)
सावन की पहली सोमवारी : भगवान शिव की आराधना, घरों में हुई पूजा, नहीं चले कांवरिये
सावन की पहली सोमवारी : भगवान शिव की आराधना, घरों में हुई पूजा, नहीं चले कांवरिये

भागलपुर, जेएनएन। सोमवार को सावन की शुरुआत हुई। सोमवार दिन भगवान शिव को अत्‍यधिक पसंद है। सावान की सोमवारी को इस दिन की महत्‍ता और भी बढ़ जाती है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण सावन में भी शिव की पूजा घरों में की जा रही है। पंडितों ने भी घरों में ही शिव की आराधना करने की अपील लोगों से की। ज्‍यादातर मंदिरों में नहीं के बराबर लोग आए। मंदिर में जो भी श्रद्धालु पूजन के लिए पहुंचे, उन्‍होंने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शिव की पूजा की। 

 

भागलपुर के बूढ़नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या नहीं के बराबर थी।

सावन में इस बार श्रद्धालु गंगा स्नान नहीं कर सकेंगे। ना ही मंदिरों में जाकर जलाभिषेक कर सकेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर डीएम प्रणव कुमार ने इस पर पाबंदी लगा दी है। कांवर यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है। डीएम ने जारी आदेश में कहा है कि पांच जुलाई से किसी भी नदी से कांवर यात्रा, शिव मंदिरों में जलाभिषेक, पूजा-अर्चना, श्रावणी मेला कार्यक्रम स्थगित रहेगा। डीएम ने सभी एसडीओ और डीएसपी को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र के सभी नदी घाटों एवं मंदिर परिसर की निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस की प्रतिनियुक्ति करेंगे। बूढ़ानाथ मंदिर, गोनूधाम मंदिर, आदमपुर शिव मंदिर, बटेश्वर स्थान शिव मंदिर की विशेष निगरानी करने के लिए कहा गया है।

कहलगांव के बटेश्‍वरस्‍थान घाम में शिव की पूजा करने कम संख्‍या में पहुंचे लोग।

नहीं आ रहे कांवरिया

सावन का महीना छह जुलाई से शुरू हो रहा है, लेकिन अजगवी नाथ धाम में कांवरिया नहीं पहुंच रहे हैं। यहां सावन के सात दिन पहले से ही कांवरियों का आना शुरू हो जाता था। तीन दिन पूर्व चार कांवरिया जरूर आए थे, लेकिन बिना जल भरे लौट गए। जिला प्रशासन ने सुल्तानगंज गंगा घाट पर पुलिस की तैनाती कर दी है।

शिवशक्ति मंदिर, आदमपुर में जलाभिषेक करते श्रद्धालु

पहली सोमवारी पर सभी मंदिरों में फोर्स किए गए तैनात

सावन में जिले के प्रमुख मंदिरों के पट कोरोना को लेकर बंद कर दिए गए हैं। सावन की पहली सोमवारी को लेकर मंदिरों में एसएसपी आशीष भारती ने फोर्स तैनात कर दिए हैं। उन्होंने सभी थानेदारों को निर्देश दिया है कि वे अपने अपने इलाके के मंदिरों की निगरानी करेंगे। ताकि कोई भी नियम तोड़ पूजा करने नहीं जा सके। सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ, कहलगांव के बटेश्वर स्थान, जगदीशपुर के गोनूधाम, नाथनगर के बाबा मनष्कामनानाथ, आदमपुर के शिवशक्ति मंदिर, विश्वविद्यालय इलाके के भूतनाथ मंदिर समेत अन्य मंदिरों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। एसएसपी ने शहरी मंदिरों की जिम्मेवारी सिटी डीएसपी राजवंश सिंह को दी है।

बाबा मंदिर तक की यात्रा नहीं करने की सलाह देंगे पुलिस-प्रशासन

बाबा वैद्यनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन पर रोक के बाद जिला प्रशासन श्रद्धालुओं को देवघर नहीं जाने का आग्रह करेंगे। झारखंड सरकार के निर्देश पर देवघर स्थित वैद्यनाथ मंदिर को 30 जुलाई तक के लिए बंद रखा गया है। गृह मंत्रालय ने अगले आदेश तक किसी प्रकार के धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कारण बाबा मंदिर में दर्शन-पूजन की व्यवस्था पूर्णत: अवरुद्ध है। इसके बावजूद भारी संख्या में दर्शनार्थी बाबा मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन करना चाह रहे हैं। मंदिर बंद रहने की स्थिति में मंदिर के निकट एकत्रित होकर भीड़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इससे कोरोना वायरस फैलने की संभावना बढ़ रही है। मंदिर के बंद रहने एवं कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन आमजनों के बीच प्रचार-प्रसार कराने का निर्णय लिया है। डीएम ने सभी एसडीओ और डीएसपी अपने-अपने सीमावर्ती मुख्य पथों पर चेकपोस्ट बनाते हुए मंदिर बंद रहने एवं देवघर जिले में प्रवेश-निषेध रहने की जानकारी देने का निर्देश दिया है। 

मंदिर में पुजारी करेंगे पूजा

सभी शिव मंदिरों में सिर्फ आंतरिक पूजा होगी। मंदिरों में आमजनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। यह भरोसा मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य और पुजारियों ने सदर एसडीओ आशीष नारायण को दिया है। सदर एसडीओ ने मंदिर प्रबंधन और पुजारियों से कोरोना संक्रमण को रोकने में सहयोग करने की अपील की है। सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना पर रोक लगाई गई है। कोरोना वायरस की दवा नहीं रहने के कारण हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपने घर में सुरक्षित रहकर ईश्वर का ध्यान करें। उन्होंने मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों व पुजारियों से अनुरोध किया कि श्रद्धालुओं को जागरूक करें और सलाह दें कि वे अपने घर पर रहकर ईश्वर की आराधना करें।

इक्का-दुक्का कांवरिया होने लगे रवाना

सारे प्रशासनिक आदेश की अनदेखी कर इक्का-दुक्के कांवरिया देवघर व वासुकीनाथ रवाना होने लगे हैं। रविवार को गुरु पूर्णिमा के दिन विभिन्न गंगा घाटों पर भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए जुटे। गंगा स्नान के लिए दूर-दूर से लोग गाड़ी रिजर्व कर पहुंचे थे। इनमें से कई लोग कांवर लेकर वासुकीनाथ धाम और वैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हुए।

घर से करें बाबा भोलेनाथ को प्रसन्न

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में शिवङ्क्षलग पर जल चढ़ाने से भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है, लेकिन भक्तगण इस बार कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में प्रवेश पर पूर्ण रोक है। आप विधि विधान के साथ घर में ही शिवङ्क्षलग बनाकर प्रभु की पूजा करें। सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी। पहले सामान्य जल में गंगा जल मिलाकर घर में ही स्नान करें। नए परिधान पहन कर  जल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगा जल और गन्ने के रस से महादेव का अभिषेक करे। बेलपत्र, दूब, राई और फूल चढ़ाएं। इसके बाद धतूरा, भांग चढ़ा कर भोलेनाथ से मनोवांछित फल की कामना करें। अभिषेक के बाद विधिवत भोलेनाथ की आरती करें। घर में अधिक लोग हो तो शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखें। सभी मनोरथ पूर्ण होंगे। - पंडित वेदानंद झा, बूढ़ानाथ मंदिर।

कहलगांव पड़ाव संघ की नहीं निकलेगी कांवर यात्रा

कहलगांव पडाव संघ की 109 वीं ऐतिहासिक कांवर यात्रा इस बार नहीं निकलेगी। संघ की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। 108 वर्षों से लगातार पड़ाव संघ के बैनर तले कहलगांव से वासुकीनाथ धाम तक सावन में कांवर यात्रा निकाली जाती रही है। इस कांवर यात्रा में हजारों शिवभक्त कांवर लेकर पैदल जाते थे। कोरोना संक्रमण एवं कांवर यात्रा पर रोक लगाए जाने के कारण संघ की हुई बैठक में यात्रा इस बार नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है। बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष संतोष कुमार चौधरी ने की। बैठक में त्रिवेणी मंडल, पवन जायसवाल, संजीत गुप्ता, पवन चौधरी, शंभू नाई, ललित झा, भवेश गुप्ता, मुकेश गुप्ता, अनुपम जायसवाल आदि ने वर्तमान माहौल में यात्रा स्थगित करने की बात कही।

chat bot
आपका साथी